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Thursday, February 1, 2024

पार्किंग की समस्या सुलझाने के लिए योजना बनाने का काम शुरू


 पार्किंग की समस्या सुलझाने के लिए योजना बनाने का काम शुरू

पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से बनाने की योजना 
 
नवी मुंबई। नवी मुंबई शहर में पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए नवी मुंबई मनपा  आयुक्त राजेश नार्वेकर गंभीरता पूर्वक काम शुरू किया है , उन्होंने योजना बनाने से संबंधित कदम उठाना शुरू कर दिया है और इसके लिए लगातार समीक्षा बैठक करके विभाग निहाय  पार्किंग भूखंड विकसित करने पर विशेष ध्यान देने का काम किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सीबीडी बेलापुर के सेक्टर 15 में प्लॉट नं. 39 पर 4705 वर्ग मीटर. क्षेत्र के भूखंड पर 4 मंजिला पार्किंग स्थल विकसित किया गया है , और आने वाले समय में इस पार्किंग स्थल को सार्वजनिक उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा, इस पार्किंग स्थल की वजह से इस क्षेत्र में पार्किंग स्थल की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी। इसमें 396 चार पहिया और 121 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गयी है। 

इसी तरह, सेक्टर 15 सीबीडी बेलापुर में प्लॉट नंबर- 72 पर जिसका क्षेत्रफल 6900 वर्ग मीटर है। इस भूखंड पर पार्किंग स्थल विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। इन भूखंडों पर सार्वजनिक निजी भागीदारी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के आधार पर पार्किंग स्थल विकसित करने के विकल्पों का आकलन किया जा रहा है और उस संबंध में पार्किंग स्थल को विकसित करने के लाभों के संबंध में इंजीनियरिंग विभाग के माध्यम से आयुक्त के समक्ष प्रस्तुति दी गई थी। इस पार्किंग स्थल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर निर्माण करने के लिए नियम बनाने का काम किया जा रहा है। बताया गया कि फीडबैक इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने इसे बनाने में रुचि दिखाई है हालांकि इन स्थानों के व्यावसायिक उपयोग के साथ-साथ पार्किंग स्थल के उपयोग के संबंध में निरीक्षण किया जा रहा है। आयुक्त के समक्ष किये गए प्रजेंटेशन में  पार्किंग स्थल के विकास से पूर्व वास्तविक यातायात प्रवाह, पार्किंग स्थल की डिजाइन एवं उपलब्धता तथा मौजूदा स्थिति में क्षेत्र में वाहनों को पार्क करने की विधि के बारे में बताया गया। 

पता हो कि सीबीडी बेलापुर का यह क्षेत्र कार्यालयों और अन्य व्यावसायिक कार्यालयों की संख्या अधिक है इस सेक्टर में यहाँ आने वाले लोग अपने वाहन सड़क के किनारे खड़ा करते हैं। इससे सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है जिसकी वजह से वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। मनपा का मानना है कि ये दोनों पार्किंग बेहद उपयोगी साबित होने वाले हैं। आयुक्त ने पार्किंग स्थल की योजना बनाते समय मौजूदा वाहनों के आवागमन पर विचार करने के साथ ही आने वाले समय में इस क्षेत्र के विकास और इसके कारण वाहनों की संभावित वृद्धि पर भी विचार करने के निर्देश दिये।मनपा का कहना है कि यदि पार्किंग स्थल को सार्वजनिक निजी भागीदारी के आधार पर विकसित किया जाता है, तो मनपा को इसमें अपना धन निवेश नहीं करना पड़ेगा, साथ ही मनपा की आय भी होने लगेगी। इन पार्किंग स्थलों की दरें नागरिकों के लिए सस्ती होनी चाहिए, इस पर विचार किया जा रहा है। आयुक्त ने निर्देश दिये कि इसी प्रकार शहर के अन्य हिस्सों में भी पार्किंग स्थल विकसित करने की योजना बनायी जाये तथा सर्वे कर रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाए. इस बैठक में अपर आयुक्त विजयकुमार म्हसल, शहर अभियंता संजय देसाई, मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी सत्यवान उबले, मुख्य लेखा परीक्षक डॉ.जितेंद्र इंगले, संपत्ति विभाग उपायुक्त। राहुल गेठे, सहायक निदेशक शहरी नियोजन श्री. सोमनाथ केकन, कार्यपालन अभियंता अरविंद शिंदे एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।


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