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Tuesday, February 27, 2024

मानपा ने ठेकेदार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया

 


नवी मुंबई। पनवेल मनपा के विभिन्न ठेके पाने वाले एक ठेकेदार के खिलाफ मनपा प्रशासन द्वारा  पनवेल शहर पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इस ठेकेदार कंपनी का नाम श्रीनाथ इंजीनियरिंग कंपनी है। इस कंपनी के मालिक गोपालकृष्ण लड्डा हैं. यह मामला इसलिए दर्ज किया गया है क्योंकि लड्डा ने फर्जी बैंक गारंटी दस्तावेज जमा कर नगर पालिका को 1 करोड़ 32 लाख 63 हजार रुपये का चूना लगाया है। 

लड्डा की कंपनी लातूर की है इस कंपनी को नवंबर 2022 में नगर पालिका ने खारघर क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों के रखरखाव, शौचालयों की मरम्मत और नवीकरण के साथ-साथ सीवरेज चैनलों की मरम्मत और रखरखाव के लिए लड्डा को ठेका दिया था। नगर पालिका में दर्ज शिकायत में लाड्डा के बारे में शिकायत मिली थी कि नगर पालिका को काम लेने के लिए जो दस्तावेज जमा किए हैं , वह फर्जी है। शिकायत के बाद 
 जब नगर पालिका ने लड्डा की कंपनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच की, तो उन्हें लातूर में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 58 लाख 91 हजार 420 रुपये और 73 लाख 71 हजार 809 रुपये के दो फर्जी बैंक गारंटी दस्तावेज मिले। जिसके बाद पनवेल नगर पालिका के अधिकारियों ने लड्डा के खिलाफ पनवेल पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया. दिलचस्प बात यह है कि लड्डया ने कई सरकारी काम किए हैं। पनवेल में उप जिला अस्पताल का निर्माण भी लड्डा ने ही करवाया था। इसलिए लड्डा द्वारा किए गए सभी कार्यों में जमा किए गए बैंक गारंटी दस्तावेज की जांच करने की मांग की गई है.

नवी मुंबई में हरित पट्टी पर बसेगा एक और नया शहर

 




शिल सीमा पर बनेगी ऊँची इमारतें 

नवी मुंबई। नवी मुंबई मनपा ने नवी मुंबई-कल्याण, डोंबिवली शहरों को जोड़ने वाली शील रोड के किनारे तीन गांवों में सैकड़ों एकड़ हरित पट्टी पर 'क्षेत्रीय पार्क' के लिए आरक्षण को हटाने और इसे आवासीय परिसरों के लिए खोलने का फैसला किया है। .इसके चलते महापे-शिल मार्ग पर बेहद रणनीतिक स्थानों पर भव्य नागरिक और वाणिज्यिक परिसर बनाए जाएंगे। चर्चा है कि नवी मुंबई, ठाणे में कुछ बड़े राजनीतिक नेताओं और बिल्डरों के दबाव के बाद नगर पालिका की अंतिम विकास योजना में इस आरक्षण को बदल दिया गया है। इन जमीनों पर करोड़ों रुपये का निवेश किया गया है।

नवी मुंबई मनपा की स्थापना के बाद 33 वर्षों में पहली बार शहर की संपूर्ण विकास योजना का प्रारूप राज्य सरकार को सौंपने की प्रक्रिया पूरी हो गई। अगस्त 2022 में मनपा ने विकास योजना के प्रारूप की घोषणा की थी और उस पर आपत्तियां और सुझाव आमंत्रित किये थे. प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंतिम विकास योजना की घोषणा की गई। शहर में ड्राफ्ट डेवलपमेंट प्लान में आरक्षित 625 सीटों में से करीब 90 सीटों का आरक्षण हटा दिया गया है. इसमें नगर पालिका सीमा के भीतर अदवली, भूतवली और बोरीवली गांवों में लगभग 250 एकड़ की हरित पट्टी को आवासीय निर्माण के लिए खोलने का निर्णय भी शामिल है।

नवी मुंबई मनपा के अंतर्गत अदवली-भूतवली-बोरीवली गांवों के आसपास लगभग 400 एकड़ वन क्षेत्र है। इस हरित पट्टी को बरकरार रखते हुए मनपा ने उस स्थान पर 'रीजनल पार्क' बनाने के उद्देश्य से विकास योजना के प्रारूप में आरक्षण कर दिया था। हालांकि, इन गाँवों के कुछ भूमि मालिकों द्वारा उनका विरोध किया गया था। बोरीवली राजस्व क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा वनों के लिए आरक्षित था। इस क्षेत्र में जंगलों से सटे बड़े समतल क्षेत्र निजी भूस्वामियों के स्वामित्व में हैं। इनमें ठाणे और नवी मुंबई जिलों के बड़े राजनीतिक नेता, जमीन दलाल और बड़े निवेशक शामिल हैं। इन सबका एक बड़ा दबाव समूह पिछले डेढ़ साल से रीजनल पार्क का आरक्षण हटाने की कोशिश कर रहा था. अंततः राज्य सरकार को सौंपी गई अंतिम विकास योजना में इस क्षेत्र में लगभग 225 एकड़ क्षेत्र को निर्माण के लिए खोल दिया गया है।

औद्योगिक बेल्ट के साथ आवास परिसर

● अडवली, भुतावली, बोरीवली के अधिकांश राजस्व गांवों को ग्रीन बेल्ट से हटाते हुए, मनपा ने दीघा, इलठाण, ऐरोली गैर-औद्योगिक बेल्ट की पहाड़ियों से सटे काफी क्षेत्र को भी निर्माण के लिए खोल दिया है।

●इस क्षेत्र में सड़कों के नेटवर्क, सार्वजनिक सुविधाओं के साथ-साथ आवासीय परिसरों के लिए भूखंड आरक्षित किए गए हैं। अत: भविष्य में पारसिक पहाड़ियों की तलहटी में बड़ी-बड़ी इमारतों की कतारें देखने को मिलेंगी।

●ऐसा ​​करते हुए अडावली-भूतवाली के बीच एक बड़े भूभाग को वन क्षेत्र के रूप में आरक्षित किया गया है। इससे पहले नगर पालिका ने रीजनल पार्क के लिए आरक्षण किया था।

●हालाँकि, नगर निगम को वन विभाग के अंतर्गत इस तरह का आरक्षण करने का अधिकार नहीं होने के कारण इस क्षेत्र का सीमांकन तय किया गया है।

नगर पालिका क्षेत्र में शामिल ऐरोली, दीघा, इलठाण , बोरीवली, अदवली, भूतवली  में निजी भूमि थी। इन राजस्व ग्रामों की योजना पहले सूक्ष्म रूप में नहीं बनाई गई थी। अब इस क्षेत्र को सूक्ष्म रूप में योजनाबद्ध किया गया है और सड़क नेटवर्क, सार्वजनिक सुविधाओं के लिए भूखंड आरक्षित किए गए हैं। इस क्षेत्र में जमीन मालिक कई वर्षों से सुविधाओं से वंचित थे. ऐसे सभी भूमि मालिकों को अब राहत मिलेगी।
-सोमनाथ केकाण ,
 सह निदेशक शहरी विकास 
नवी मुंबई मनपा 



नवी मुंबई मनपा गठित होने के 33 साल बाद विकास योजना का पहला मसौदा सरकार को सौंपा गया

 

नवी मुंबई को और भी अधिक खूबसूरत बनाने पर जोर 


नवी मुंबई: नवी मुंबई मनपा गठन के लगभग 33 साल बाद पहली बार विकास योजना प्रारूप मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया है। शहर के रुके हुए सिटी डेवलपमेंट प्लान को आखिरकार मनपा के नियोजन विभाग ने तैयार कर सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है. लेकिन इस योजना में 30 से अधिक भूखंडों पर मनपा द्वारा किये गये आरक्षण को सिडको ने स्वीकार नहीं किया है और अंततः कहा जा रहा है कि इस मामले में सिडको का पलड़ा भारी हो गया है. हालांकि, नगर आयुक्त नार्वेकर ने बताया कि हमने कुछ मामलों में मंजूरी दे दी है, लेकिन हमने सिडको की मांग के अनुसार 300 से अधिक आरक्षणों को बाहर करने की मंजूरी नहीं दी है।

रुकी हुई शहर विकास योजना आखिरकार नवी मुंबई मनपा योजना का प्रारूप नवी मुंबई मनपा के प्लानिंग विभाग द्वारा तैयार किया गया है।  नवी मुंबई, जो कि एक योजनाबद्ध शहर है , में केवल पांच प्रतिशत खाली भूमि बची थी, नगर पालिका ने सामाजिक कल्याण के लिए सिडको के कुछ खाली भूखंडों को आरक्षित कर दिया था। इसलिए सिडको और नगर पालिका के बीच विवाद की आशंका थी. लेकिन नगर पालिका के एक कदम पीछे हटने से नगर पालिका की विकास योजना शासन की मंजूरी के लिए भेजा गया है। 33 साल में नगर पालिका की ओर से 110 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लिए कोई विकास योजना नहीं बनाई गई। सामान्य तौर पर नियम है कि नगर पालिकाओं को पहले बीस वर्षों में विकास योजना तैयार करनी चाहिए, लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक उदासीनता के कारण नवी मुंबई नगर पालिका की विकास योजना तैयार नहीं हो पाई।

मनपा ने खुद तैयार की है शहर की विकास योजना 

पता हो कि कुछ समय पहले यह प्रस्ताव रखा गया कि मुंबई कॉर्पोरेशन की तरह एक निजी संस्था नवी मुंबई के लिए विकास योजना तैयार करे। लेकिन तत्कालीन आयुक्त डॉ. रामास्वामी ने बड़े विश्वास के साथ नगर पालिका के योजना विभाग को यह जिम्मेदारी सौंपी। यह योजना मुंबई, नासिक और पुणे शहरों की विकास योजना के व्यापक अध्ययन के बाद तैयार की गई है और सिडको की विकास योजना को अद्यतन किया गया है।
2038 तक का लक्ष्य 
इस विकास योजना के तहत 2038 तक का लक्ष्य रखकर सड़क विकास, सामाजिक कार्यों के लिए आवश्यक भूखंड, बाजार, मैदान, पार्क, साइकिल ट्रक, मनोरंजन स्थल, ठाणे, बेलापुर मार्ग पर वैकल्पिक मार्ग तैयार किए गए हैं। नवी मुंबई नगर निगम की स्थापना के 33 साल बाद पहली बार नवी मुंबई मनपा की विकास योजना को मंजूरी के लिए सरकार के पास जमा करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।

खेल के मैदान, स्कूल के प्लॉट में अदला-बदली
सिडको द्वारा विकास योजना में आरक्षित भूखण्डों का वितरण निविदा के माध्यम से किये जाने के संबंध में योजना समिति द्वारा की गई अनुशंसाओं के साथ-साथ शासन से समय-समय पर प्राप्त प्रारूप निर्देशों के संबंध में शासन द्वारा विक्रय किये गये भूखण्डों पर आरक्षण का प्रस्ताव न किये जाने पर विचार किया जाये तथा सिडको के अनुरोध के अनुसार विकास योजना में सिडको द्वारा वितरण का आदेश दिया गया था। इसलिए, नगर पालिका ने इन मामलों को ध्यान में रखा है और आवश्यक बदलाव किए हैं।

नवी मुंबई क्षेत्र पर लागू अनुमोदित विकास नियंत्रण और संवर्धन विनियमों में कुछ बदलाव प्रस्तावित किए गए हैं। इसने नवी मुंबई शहर में अच्छी गुणवत्ता वाली खेल सुविधाएं प्रदान करने के लिए कारपेट एरिया इंडेक्स में 0.5 की सीमा तक बदलाव का सुझाव दिया है। सिडको द्वारा विकसित स्कूल अब खतरनाक हैं और इनमें पुनर्विकास के लिए खेल के मैदानों और स्कूल भूखंडों की अदला-बदली करके निर्माण की अनुमति देने का प्रावधान शामिल है। 

मुंबई पुणे नासिक की योजनाओं का व्यापक अध्ययन

यह योजना का प्रारूप मुंबई, नासिक और पुणे शहरों की विकास योजना के व्यापक अध्ययन के बाद तैयार किया गया है  और सिडको की विकास योजना को अद्यतन किया गया है।

सिडको भवनों के पुनर्विकास को बढ़ावा देना

सिडको द्वारा विकसित भवनों के पुनर्विकास के अनुरूप, चूंकि कंडोमिनियम में सड़कों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं की योजना पुनर्विकास की योजना में बाधा बन रही है, इस उद्देश्य के लिए, सार्वजनिक सुविधाओं के लेआउट के पुनर्निर्माण के संबंध में एक प्रावधान प्रस्तावित किया गया है इससे कंडोमिनियम.के पुनर्विकास को और अधिक गति मिलेगी. सिडको द्वारा विकसित भवनों के पुनर्विकास के अनुरूप आवश्यक खुले क्षेत्र के संबंध में विनियमन के प्रावधानों के अनुसार खुले क्षेत्र की अनुमति का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही कुछ अन्य प्रावधानों में बदलाव का भी प्रस्ताव किया गया है.

पालतू पशु दाह संस्कार की सुविधा
इसके अलावा नवी मुंबई क्षेत्र में पालतू जानवरों की मृत्यु के बाद उनके दाह संस्कार के लिए नेरुल एमआईडीसी क्षेत्र में आरक्षण प्रस्तावित है। इस तरह की सुविधा प्रदान करने वाली नवी मुंबई नगर पालिका पहली नगर पालिका होगी।

Monday, February 26, 2024

पौराणिक कलीजर नाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए बढ़े मदद के हाथ


 

प्रसिद्ध कथाकार पंडित अतुल महाराज ने की पहल

प्रतापगढ़. अंतू रेलवे स्टेशन से 6 किमी दूर जलालपुर ग्राम सभा के बीच चमरौधा नदी तट पर स्थित पौराणिक कलीजर नाथ बाबा के मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए बड़ी संख्या में दानवीर सामने आ रहे हैं। अंतू क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मंदिर के जीर्णोद्धार की जहां चर्चा जोर शोर से चल रही है, वहीं दान सूची में नाम अंकित कराने की दानवीरों की होड़ लगी है। अंतू में एड. कमलेश पांडेय के यहां आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दौरान प्रसिद्ध प्रवचनकार अतुल महाराज द्वारा उक्त मंदिर के जीर्णोद्धार की घोषणा के बाद से शुरू हुआ दान देने का सिलसिला अनवरत जारी है।

ऐतिहासिक साक्ष्य मंदिर में मौजूद

कलीजर भोले बाबा का मंदिर अति प्राचीन मंदिर है। जिसका पौराणिक और ऐतिहासिक साक्ष्य वहां आज भी देखने को मिलता है। स्थानीय स्तर पर जीर्णोद्धार के लिए कई बार प्रयास किया गया लेकिन सफल नहीं रहा। 

 कथा व्यास पीठ से पंडित अतुल महाराज ने इस पुनीत कार्य के लिए सीमेंट और रोहिणी तिवारी ने सरिया देने का संकल्प लिया। इन्हीं के साथ पूर्व विधायक बृजेश सौरभ मिश्र, एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह, सदर विधायक राजेंद्र मौर्य ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया। 

इन दानवीरों ने बढ़ाया हाथ

इसी तरह से कुल गुरु शिवेश्वर पति त्रिपाठी, रविन्द्र नाथ द्विवेदी, ट्रांसपोर्टर संतोष मिश्रा, शिक्षक प्रमोद कुमार मिश्रा, पूर्व चेयरमैन योगेश प्रताप सिंह, एड राम यज्ञ सिंह, एड कमलेश पांडेय, शिक्षक श्याम सुन्दर पांडेय, शिक्षक चंद्रेश पांडेय, पत्रकार पुनीत द्विवेदी अविनाश वर्णवाल मेडिकल स्टोर, वीरेंद्र अग्रवाल, लाल जी अगरहरी, समाजसेवी रमेश पांडेय, महेश चंद्र अग्रवाल, सीता मिश्र पत्नी सुरेश मिश्र, लालता प्रसाद पांडेय, लल्लन पांडेय, राधा कांत पांडेय, मोनू तिवारी, एड चंद्रेश पांडेय, प्रधान स्वामी सिंह आदि ने भी आर्थिक मदद की घोषणा की है।उल्लेखनीय है कि इस मौके पर विधायक अक्षय प्रताप सिंह ने कहा कि सबसे पहले मंदिर की जमीन की पैमाइस करा कर सुरक्षा दीवार बनाई जाए। इससे पर्यटन विभाग से इसके विकास के लिए निधि मंजूर कराने में आसानी होगी।

शिवरात्रि को मंदिर पर लगेगा मेला

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कलीजर नाथ बाबा के धाम पर शिवरात्रि पर मेले का आयोजन किया गया है। इस मौके पर विभिन्न मंडलियों द्वारा फाग प्रस्तुत किया जाएगा। इस समय मंदिर निर्माण में श्रद्धालु अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करने के लिए घोषणा कर सकते हैं। इसके लिए मेले में दान स्टाल लगाया जाएगा। इन दानवीरों का नाम दान सूची में अंकित हो जाएगा।

Thursday, February 22, 2024

पौराणिक कलीजर नाथ मंदिर का होगा भव्य जीर्णोद्धार


 पौराणिक कलीजर नाथ मंदिर का होगा भव्य जीर्णोद्धार

प्रसिद्ध कथाकार पंडित अतुल महाराज ने की पहल

प्रतापगढ़. अंतू रेलवे स्टेशन से 6 किमी दूर जलालपुर ग्राम सभा के बीच चमरौधा नदी तट पर स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने पौराणिक कलीजर नाथ बाबा के मंदिर के जीर्णोद्धार की घोषणा की गई।  अंतू में एड. कमलेश पांडेय के यहां चल रही श्रीमद भागवत के समापन दिवस पर अतुल महाराज ने व्यास पीठ से जलालपुर स्थित शंकर भगवान के मंदिर के जीर्णोद्धार कराने की घोषणा की।
साथ ही 108 बोरी सीमेंट दान देकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। महाराज ने मंदिर जाकर भोलेनाथ का दर्शन एवं पूजन भी किया। 

प्रति वर्ष कथा का संकल्प

 उल्लेखनीय है कि महाराज जी ने इस मंदिर पर प्रति वर्ष श्रीमद भागवत कथा के आयोजन का संकल्प लिया।
कलीजर भोले बाबा का एक मंदिर अति प्राचीन मंदिर है। जिसका पौराणिक और ऐतिहासिक साक्ष्य वहां आज भी देखने को मिलता है। स्थानीय स्तर पर जीर्णोद्धार हेतु कई बार प्रयास किया गया लेकिन सफल नहीं रहा। 

महाराज की घोषणा के बाद भक्तों ने खोल दी झोली

महाराज की घोषणा के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं ने अपनी झोली खोल दी। रोहिणी तिवारी ने 50 कुंतल सरिया देने का संकल्प लिया। पूर्व विधायक बृजेश सौरभ मिश्र, सदर विधायक राजेंद्र मौर्य ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया। 

इन दानवीरों ने बढ़ाया हाथ

पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेश मिश्र, रविन्द्र नाथ द्विवेदी, चेयरमैन संजय सोनी, ज्योतिषाचार्य पं. वेद प्रकाश तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार राकेश पांडेय, साहित्यकार डॉ. शिवम् तिवारी, पूर्व चेयरमैन योगेश प्रताप सिंह, प्रो. अर्जुन पाण्डेय, डॉ. के के यादव, जलालपुर के समाजसेवी रमेश पांडेय, ओम प्रकाश पांडेय, सुरेश पांडेय, प्राध्यापक विजय पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश मिश्र, व्यवसायी महेश लाला, वीरेंद्र लाला, एन आर एस इंटर कॉलेज के प्रबंधक राजेश सिंह, एडवोकेट कमलेश पांडेय, प्रताप इंटर कॉलेज के प्रबंधक संतोष तिवारी, सूबेदार उपाध्याय, दीपक गुप्ता, वशिष्ठ उपाध्याय, शिवराम मौर्य, वर्णवाल मेडिकल स्टोर की संचालिका, प्रमोद मिश्र, पत्रकार पुनीत द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने इस पुनीत कार्य के लिए दान देने की घोषणा की।

मंदिर की पौराणिकता के बारे में जलालपुर निवासी प्राध्यापक विजय पांडेय ने बताया कि कलीजर नाथ धाम देशज भाषा अवधी में  बोला जाता है, इसका शुद्ध शब्द कालिंजर है, जिसका आशय समय को जीतने वाला अर्थात कालेश्वर,, मतलब काल का ईश्वर महाकाल। यह जलाल पुर ग्राम का एक मात्र सिद्ध  देवमंदिर है।

मंदिर के ध्वंस अवशेष का स्तंभ आज भी यहां है। जिस पर प्राच्य शैली खुदे हुए पित्रादुरा आकृतियां आज भी बहुत कुछ कह रही हैं।
मुगल कालीन आक्रमण से हर जगह क़ई तरह यहां भी बहुत कुछ बदला। गाजीपुर जलालपुर,ये नाम तभी से है जबकि इन गांव में कोई मुस्लिम समुदाय ही नहीं रहा है।

इसका गजेटियर के माध्यम से पुनर्वलोकन अति समीचीन है।
पौराणिक कथाओं में इस गांव का नाम जलजपुर है। जलज का अर्थ अरबी भाषा में बादल से घिरा स्थान होता है, आज भी बारिश इस गांव में खूब होती है। जल, जंगल, और वन्य जीव से सम्पन्न
 मुगलों की भाषा फारसी थी जो जलज को जलाल बोलते थे जिसका आशय बादलों से घिरा स्थान,या बारिश और जल से युक्त  स्थान होता है। यह मंदिर प्राचीन मंदिरों में शामिल है।

Wednesday, February 21, 2024

पनवेल की 18 पत्थर खदानों में से सिर्फ 2 को मिली शुरू करने की अनुमति

 



महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण महामंडळ ने दी अनुमति 

 
नवी मुंबई। अटल सेतु पर धूल की समस्या न पैदा हो साथ ही नियमों का पालन न करने के कारण महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) द्वारा पनवेल और उरण परिसर की 18 पत्थर खदानों, क्रशर प्लांट और खदानों को बंद कर दिया गया था। 18 बंद खदानों में से 2 मालिकों ने एमपीसीबी द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन करने के लिए उपाय किए हैं जिसके बाद एमपीसीबी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करने के बाद इन खदानों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। इसलिए एमपीसीबी ने रायगढ़ जिला कलेक्टर को 18 में से 2 खदानें शुरू करने के निर्देश दिए. कुछ लोगों का कहना है कि एमपीसीबी ने तालुका की सभी  खदानों, क्रशर प्लांटों को इन नियमों का पालन करने के लिए बाध्य क्यों नहीं किया जा रहा है। 

पनवेल तालुका में हैं 80 से अधिक खदाने 
पता हो कि पनवेल तालुक में 80 से अधिक खदानें , क्रशर प्लांट हैं। अटल सेतु पर धूल कणों की समस्या महसूस होने पर एमएसआरडीसी प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया। अटल ब्रिज के पास 18 खनन परियोजनाओं का काम बंद करने का आदेश दिया था. इसे लेकर एमपीसीबी और रायगढ़ जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है उनका कहना है कि वे इन परियोजनाओं पर तब तक सील नहीं खोलेंगे जब तक परियोजना संचालक पर्यावरणीय गड़बड़ी को रोकने के उपाय नहीं कर लेते हैं। 

10 नियमों का पालन करना जरुरी 
एमपीसीबी ने परियोजना प्रवर्तकों को क्रशर प्लांट, खदान, खदान जैसी खनन गतिविधियां शुरू करने के लिए 10 शर्तों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। खदान मालिकों को 10 महत्वपूर्ण शर्तों का पालन करना होगा जैसे परियोजना के बगल में ऊंची चादरें लगाना, परियोजना के अंदर धूल के कणों को कम करने के लिए पानी का छिड़काव शुरू करना, धूल के कणों को परियोजना से बाहर जाने से रोकने के लिए ऊंचे स्थानों पर जाल लगाना, प्रवेश द्वार पर पानी का छिड़काव करना। परियोजना से निकलने वाले वाहनों को छोड़ना होगा

लेकिन अगर अटल सेतु अपने पास की 18 खदान के आलावा बाकी की खदानें शहर को या वातावरण को प्रदूषित करने का काम नहीं कर रही है ?,  यह सवाल उठाया जा रहा है कि एमपीसीबी प्रशासन ने इनके अनुपालन के लिए तालुका में 60 से अधिक खदानों को सील करने के लिए सख्त कदम क्यों नहीं उठाए ?  चूंकि पनवेल तालुका में कई खदानें  राजनीतिक नेताओं और उनके रिश्तेदारों के स्वामित्व में हैं, इसलिए सरकारी अधिकारी इस ओर से आंखें मूंदे हुए हैं। मुंबई एमपीसीबी के कार्यालय के प्रशासन के बारे में संदेह व्यक्त किया गया है, क्योंकि प्रदूषण बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी एक ही पनवेल तालुक में पत्थर खदानों  के लिए अलग-अलग निर्णय दे रहे हैं जो समान कार्य पैटर्न का पालन करते हैं। राजस्व विभाग के सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रायगढ़ कलेक्टरेट से एमपीसीबी का आदेश मिलने के बाद तालुका में 18 खदान परियोजनाओं में से दो जल्द ही शुरू की जाएंगी।

नवी मुंबई में गए थे अतिक्रमण हटाने मिला 20 किलो गांजा, एक गिरफ्तार

 


नवी मुंबई। नवी मुंबई मनपा ने अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत नवी मुंबई में कोपरखैरने स्टेशन के पास 30 से अधिक झोपड़ियों को हटाने का अभियान शुरू किया था । इस कार्रवाई में विरोध को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था. हालांकि नगर पालिका की कार्रवाई को अचानक रोकना पड़ा और पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गयी. इसकी वजह यह थी कि अतिक्रमण हटाने के दौरान एक के बाद एक गांजे की बोरियां मिल रही थीं.

पता हो कि अतिक्रमण दस्ते ने नवी मुंबई में कोपरखैरणे स्टेशन के पास और बालाजी सिनेमा के सामने झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई शुरू की थी . जब यह कार्रवाई चल रही थी तो झोपड़ियों में रहने वाले लोगों और व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर विरोध किया. इस विरोध की आशंका के चलते पुलिस बंदोबस्त भी किये गये थे. लेकिन कार्रवाई करते-करते धीरे-धीरे विरोध कम हो गया और अनुशासित कार्रवाई शुरू हो गयी. इसी बीच एक व्यक्ति एक स्थान पर झोपड़ी नहीं तोड़ने का पुरजोर विरोध कर रहा था. पुलिस ने भी शख्स को समझाया. लेकिन उसका विरोध तेज होता देख पुलिस को शक हो गया.
पुलिस ने कुछ देर के लिए ऑपरेशन रोक दिया और जब उस शख्स को पकड़ा गया और झोपड़ी की तलाशी ली गई तो गांजा की छोटी-छोटी बोरियां मिलीं. इसमें उसके पास रखी एक बोरी भी मिली, जब उसकी जांच की गई तो उसमें गांजा भी मिला। पुलिस ने अतिक्रमण अभियान को कुछ देर के लिए रोककर उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया और सारा गांजा जब्त कर लिया. वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक औदुंबर पाटिल ने जानकारी देते हुए बताया कि उस झोपड़े से लगभग 20 किलो गांजा बरामद किया गया है। इस कार्रवाई में एक जेसीबी, चार डंपर सहित 25 से अधिक मजदूरों की मदद से 30 से अधिक झोपड़ियों पर कार्रवाई की गई. यह जानकारी विभाग के अधिकारी सुनील कोथोले ने दी है.

मोबाइल पर विज्ञापन पर क्लिक करना पड़ा महंगा, झांसा दिखाकर 12 लाख की ठगी

 


नवी मुंबई। मोबाइल फोन का उपयोग करते समय, उस पर कई विज्ञापन लिंक पर क्लिक करने के लिए कई तरह की आकर्षक बाते कही जाती है और जैसे ही कोई व्यक्ति उस लिंक पर क्लिक करता है ठगों के जाल में फंस जाता है और लालच के चक्कर में अपनी मेहनत की कमाई डुबो देता है। पुलिस अक्सर सलाह देती है कि ऐसे लिंक न खोलें, जिससे धोखाधड़ी हो सकती है। लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया जाता. परिणाम स्वरूप व्यक्ति धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है ऐसी ही घटना नवी मुंबई में हुई है और एक व्यक्ति ने लिंक खोला और आकर्षक निवेश योजनाएं देखीं, इसलिए वह लालच में आ गया और निवेश कर दिया, लेकिन रिटर्न मिलने में काफी देर हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार भांडुप में रहने वाले नीलेश गावंडे नवी मुंबई के ऐरोली स्थित टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस जैसी कंपनी में काम करते हैं। 23 दिसंबर को, वह हमेशा की तरह अपने मोबाइल को देख रहा था, उसे एक लिंक मिला, उस पर क्लिक किया और ऑल स्टोक अकादमी व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हो गया। ग्रुप में तीन एडमिन थे. इनमें एक प्रोफेसर हरीश सादानी भी थे, जो सट्टा बाजार में निवेश कैसे करें, इसकी जानकारी दे रहे थे। निवेश के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद, नीलेश ने समूह को सूचित किया कि वह 15 जनवरी को निवेश करने का इच्छुक है। तभी रिया नाम की लड़की ने एक लिंक दिया, उसे खोलकर बैंक खाते की जानकारी भर दी, जिससे आप जहां निवेश करना चाहते हैं, वहां पैसे भेज सकते हैं।

यह जानकारी देने के बाद नीलेश VIP 65 नाम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया. शुरुआत में कुछ पैसे देने के बाद दो दिन में ही अच्छा रिटर्न मिला। जो 15 जनवरी को बैंक खाते में जमा करा दिया गया। तो नीलेश को विश्वास हो गया. इसलिए और निवेश करने की इच्छा जताने पर नीलेश ने एक बार आईपीओ खरीदने की बात कही तो उन्होंने 4 लाख 30 हजार 500 की रकम दी और दूसरी बार 5 लाख 45 हजार 300 की रकम दी. खरीदने को लेकर चर्चा हुई. आईपीओ. इस बीच विभिन्न कारण बताकर 2 लाख 92 हजार दे दिये गये. लेकिन कुछ दिन बाद फिर उनसे 1 लाख 61 हजार रुपये देने को कहा गया. लेकिन ये पैसे देने से इनकार करने के बाद इस दौरान संपर्क में रहे चारों लोगों ने संपर्क बंद कर दिया. जब नीलेश को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उसने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इस आवेदन का सत्यापन करने के बाद पुलिस ने वित्तीय धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

Tuesday, February 20, 2024

लोकसभा के लिए महागठबंधन का सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय, बीजेपी सबसे ज्यादा सीटों पर लड़ेगी चुनाव

 

मुंबई। लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही दिन बचे हैं. इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. राज्य में शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी अजित पवार ग्रुप सत्ता में हैं. बीजेपी, शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट और राष्ट्रवादी अजित पवार गुट नाम के 3 गुटों के एक साथ आने से यह तय माना जा रहा था कि सीट बंटवारे में बड़ा घमासान होगा. शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में पीछे से आए अजित पवार गुट को कितनी सीटें मिलेगी ? इस पर भी इधर उधर की चर्चा हुई. इन सभी अटकलों पर अब विराम लगने की संभावना है।

ऐसा होगा महागठबंधन का सीटों का बंटवारा
यह बात सामने आई है कि लोकसभा के लिए महायुति का फॉर्मूला तय हो गया है. महायुति के नए फॉर्मूले पर चर्चा हो रही है और कहा जा रहा है कि 32-12-4 का फॉर्मूला तय किया गया है. बीजेपी 32, शिवसेना 12 और एनसीपी 4 सीटों पर शुरुआती चर्चा चल रही है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस सीट आवंटन को लेकर अंतिम फैसला दिल्ली में होगा.

बीजेपी का फोकस मुंबई पर
बीजेपी की रणनीति मुंबई की 6 की 6 लोकसभा सीटें जीतने की है. इसके लिए बीजेपी ने 'नो रिस्क' पॉलिसी तय की है. बीजेपी नेतृत्व अनुमान लगा रहा है कि अगर राज ठाकरे की एमएनएस को महागठबंधन में शामिल कर लिया जाए तो मुंबई जीती जा सकती है. इसी को ध्यान में रखते हुए माना जा रहा है कि मनसे को महागठबंधन में शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है. इसका एक हिस्सा ये है कि सोमवार सुबह ही मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने राज ठाकरे से मुलाकात की. राज ठाकरे के शिवतीर्थ आवास पर दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक बातचीत हुई. सूत्रों ने जानकारी दी है कि शेलार दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के सन्देश को लेकर राज ठाकरे से मिलने पहुंचे. अभी यह साफ नहीं है कि अगर एमएनएस महागठबंधन के साथ आती है तो उसे कितनी सीटें मिलेंगी।

संजय निरुपम बीजेपी में ?
इस बीच चर्चा है कि कांग्रेस के पूर्व सांसद संजय निरुपम बीजेपी में जाने वाले हैं. कांग्रेस में कई दिनों से निरुपम के नाखुश होने की चर्चा थी. सूत्रों से पता चला है कि वह अब बीजेपी में शामिल होंगे. इसे मुंबई में कांग्रेस को एक बार फिर झटका देने की बीजेपी की कोशिश मानी जा रही है.


बीजेपी में जाने वाले हैं संजय निरुपम? राज्य में एक और सियासी भूचाल के आसार

 


मुंबई । आगामी लोकसभा चुनाव का रण शुरू होने से पहले ही महाराष्ट्र की राजनीति में कई बड़े घटनाक्रम होते नजर आ रहे हैं. बीजेपी की ओर से मोर्चा बनाने का काम जारी है और विपक्ष से कुछ बड़े नामों को पार्टी में शामिल कराने का दौर भी जारी है.


कुछ दिन पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने पार्टी से इतने सालों का नाता तोड़कर कमल का दामन थाम चुके हैं . जब चव्हाण की पार्टी में एंट्री को लेकर चर्चा चल रही थी, तभी राज्य के उप मुख्यमंत्री और दिग्गज बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस ने 'आगे आगे देखो होता है क्या' वाला बयान दिया था। फडणवीस के इस बयान ने जहां ध्यान भटका दिया है, वहीं राज्य में एक और सियासी भूचाल के संकेत साफ नजर आ रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक बीजेपी एक बार फिर कांग्रेस को झटका देने की कोशिश में है और इस बार कहा जा रहा है कि मुंबई के पूर्व सांसद बीजेपी की राह पर हैं. संजय निरुपम ऐसे सांसद हैं जो पिछले कई सालों से कांग्रेस में रहकर अपना राजनीतिक करियर आगे बढ़ा रहे हैं. चूँकि पार्टी निरुपम को कांग्रेस में एक बड़े नाम और मुंबई की राजनीति में एक अनुभवी व्यक्ति के रूप में देखती है, अगर वह अब भाजपा में शामिल होते हैं, तो कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों का कहना है कि संजय निरुपम भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं और कभी भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। 

2025 में मुंबई कैसी दिखेगी? पूरी तरह बदल जाएगा शहर

 


मुंबई। मुंबई शहर ब्रिटिश काल से ही शासन, राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज के केंद्र में रहा है और सभी के लिए निरंतर आकर्षण का केंद्र रहा है। इस शहर के अब तक के विकास को देखकर कई लोग यह देखकर आश्चर्यचकित रह जाते हैं कि सात अलग-अलग द्वीपों को मिलाकर इस शहर का निर्माण कैसे हुआ। आजादी के पहले से ही दुनिया के मानचित्र पर अपनी विशिष्टता बरकरार रखने वाले इस मुंबई शहर में हर दिन विकास के लिहाज से कुछ न कुछ अहम फैसले लिए जाते हैं और उसका असर शहर और शहरवासियों पर देखने को मिलता है।




एक अन्य कारक जो मुंबई को प्रभावित करता है वह है शहर की राजनीति और राजनीतिक नीतियां। पिछले कुछ समय से मुंबई के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए कुछ बड़ी परियोजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। कुछ ऐसी ही संकल्पनाओं को पूरा करके इस शहर ने पूरी दुनिया की नजरें अपनी तरफ मोड़ लीं। 730 दिन बाद यानी 2025 के बाद इस शहर की सूरत बदलने वाली है। क्या आप ठीक-ठीक जानते हैं कि यह परिवर्तन कैसा दिखेगा?

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में मुंबई मेट्रोपोलिस मेटावर्स लॉन्च किया। जिसमें शहर का वर्चुअल प्रतिनिधित्व प्रस्तुत किया जा रहा है। इसमें दर्शाया गया है कि कैसे मुंबई एक महानगर से एक विश्व स्तरीय शहर के रूप में विकसित होगा। यह कॉन्सेप्ट इतना शानदार है कि इसके जरिए शहर में चल रहे विकास कार्यों और भविष्य की परियोजनाओं का मेटावर्स देखा जा सकता है।
इस मेटावर्स शोकेस के केंद्र में 12 महत्वपूर्ण परियोजनाओं को रखा गया है, जो प्रौद्योगिकी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। इनमें मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और कोस्टल रोड शामिल हैं। इस मेटावर्स में हम 2025 में मुंबई कैसी होगी इसका 3डी लुक देखने को मिल सकता है । इतना ही नहीं बल्कि इससे शहरवासियों को भविष्य में किस तरह की सुविधाएं मिलेंगी और साथ ही शहर का विकास कैसे होने वाला है इसका भी जानकारी दी गयी है। 

फड़नवीस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से मुंबई मेट्रोपोलिस मेटावर्स लॉन्च किया, जिसमें सभी शहर प्रेमियों के साथ-साथ शहर के नागरिकों को शहर के बदलते चेहरे और प्रगति को देखने के लिए आमंत्रित किया गया। फड़णवीस ने अपने पोस्ट से यह जानकारी दी कि आप देख सकते हैं कि मुंबई कितना बदल गया है।
मेटावर्स में प्रदर्शित परियोजनाओं में मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर, मुंबई मेट्रो, कोस्टल रोड, धारावी पुनर्विकास परियोजना, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट परियोजना, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, मेट्रो परियोजना, ऐरोली कटाई सबवे, विरार अलीबाग मल्टीमॉडल कॉरिडोर, नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शामिल हैं।

Saturday, February 17, 2024

मुंबई के लोगों के लिए अच्छी खबर! दक्षिण मुंबई से टी2 हवाई अड्डे तक बिना रुके करें यात्रा

 


नवी मुंबई। मुंबई भारत के सबसे अधिक आबादी वाले शहरों में से एक है, कहा जाता है कि मुंबई वो शहर है जो कभी नहीं सोता. महाराष्ट्र की राजधानी में सबसे बड़ी आबादी है और एक समस्या जो सभी के लिए आम है वह है शहर में यातायात। कई लोगों को मुंबई के ट्रैफिक में घंटों बिताने का अनुभव है. इससे हर किसी को दुख होता है. यदि आप दक्षिण मुंबई में रह रहे हैं या हवाई अड्डे से दक्षिण मुंबई की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो यह प्रश्न और भी गंभीर हो जाता है। लेकिन अब मुंबईकरों के लिए एक बेहद खुश खबरी है. दक्षिण मुंबई और टी2 एयरपोर्ट के बीच मुंबई के ट्रैफिक से आसानी से निपटा जा सकेगा क्योंकि नए फ्लाईओवर का उद्घाटन होने वाला है।

नए फ्लाईओवर का उद्घाटन
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दक्षिण मुंबई और टर्मिनल 2 (टी2) के बीच नया फ्लाईओवर जल्द ही खुलने की उम्मीद है। यह फ्लाईओवर 790 मीटर लंबा है और इसका उद्देश्य यातायात को सुव्यवस्थित करना है। 

दक्षिण मुंबई-टी2 हवाईअड्डा फ्लाईओवर विवरण
नया फ्लाईओवर 790 मीटर लंबा है और इसका निर्माण 48.43 करोड़ रुपये की लागत से मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) द्वारा किया जा रहा है। फ्लाईओवर का निर्माण जून 2021 में शुरू हुआ और स्टील पोर्टल बीम पर इसकी उलटी टी-व्यवस्था का उद्देश्य अस्थायी रूप से समर्थन गर्डर्स का विस्तार करना और निर्माण के दौरान यातायात की आवाजाही सुनिश्चित करना था।

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण, जो हवाई नेविगेशन सेवाओं के लिए जिम्मेदार है, ने मुंबई हवाई अड्डे से पीक ऑवर्स के दौरान विमान की आवाजाही को 46 से घटाकर 44 और गैर-पीक घंटों के दौरान 44 से घटाकर 42 करने के लिए कहा है। इसके अतिरिक्त, बिजनेस जेट संचालन पर कर्फ्यू चार घंटे से बढ़ाकर आठ घंटे कर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू और महिंद्रा ग्रुप जैसे प्रमुख कॉर्पोरेट समूहों ने इसका विरोध किया है। 

आज-कल दस घंटे बंद रहेगा अटल सेतु

 


नवी मुंबई। नवी मुंबई यातायात विभाग ने एक अधिसूचना जारी करते हुए बताया है कि आवश्यक वाहनों को छोड़कर सभी प्रकार के वाहनों को शनिवार रात 11 बजे से रविवार दोपहर 1 बजे तक कुल दस घंटे के लिए न्हावा-शिवडी सागरी अटल सेतु में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बताया गया है कि रविवार के दिन अटल सेतु पर मैराथन का आयोजन किया गया है। 

इस के लिए इस मार्ग पर यातायात को वैकल्पिक मार्ग पर मोड़ दिया गया है. इसमें एक्सप्रेसवे और पुराने हाईवे के जरिए पुणे से मुंबई आने वाले वाहनों को गव्हाण फाटा से बेलापुर-वाशी मुंबई की ओर मोड़ दिया गया है और जेएनपीटी और उरण से मुंबई जाने वाले वाहनों को भी गव्हाण फाटा से वाशी की ओर मोड़ दिया गया है।

Friday, February 16, 2024

MTHL BRIDGE : 'अटल सेतु' पर नियम तोड़ने वालों से वसूला जा रहा है दंड

 


नवी मुंबई। देश के सबसे बड़े समुद्री पुल के रूप में नागरिकों की सेवा में विकसित किया गया अटल सेतु कई लोगों की यात्रा को आरामदायक बनाकर समय बचाने कई लोगों के लिए वरदान बनता जा रहा है। इस नए समुद्री पुल की बदौलत मुंबई से नवी मुंबई की 45 मिनट की यात्रा सिर्फ 20 मिनट में पूरी हो जाती है। वहीं, अब इस रूट पर यात्रा करने वाले वाहन चालकों को दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. जानकारी के अनुसार इस पुल पर बड़े पैमाने पर वाहन चालकों द्वारा नियमों का उलंघन किया जा रहा है। जिस पर कंट्रोल रूम बराबर नजर रखे हुए है। 

पता हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद शिवडी न्हावा शेवा अटल सेतु पर प्रतिदिन लाखों की संख्या में वाहनों का आवागमन होता है जिसकी वजह से अटल सेतु मार्ग पर टोल के रूप में करोड़ों रुपये एकत्र किये जा चुके है। 

वाहन चालकों में कब आएगा सुधार ?
प्रशासन की जानकारी के अनुसार, यह बताया गया है कि अटल बिहारी वाजपेई शिवडी-न्हावाशेवा सी ब्रिज से आने-जाने वाले कई वाहन चालक गति सीमा का उल्लंघन कर रहे हैं। भले ही 'अटल सेतु' पर गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा तय की गई है, लेकिन वाहन चालक यहां इससे भी अधिक तेज गति से वाहन चला रहे हैं और इस नियम का उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं. तो अगर आप जोश में आकर ये गलती करते हैं तो दंडात्मक कार्रवाई के लिए तैयार हो जाइए. उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, ट्रैफिक पुलिस ने गति सीमा का उल्लंघन करने पर एक महीने में 1200 से ज्यादा वाहन चालकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की है और यह संख्या बढ़ती ही जा रही है। 

1500 वसूल किया जा रहा है जुर्माना 
वाहन की गति सीमा से अधिक तेज गति से वाहन चलाने वाले इन वाहन मालिकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है और उनसे 1500 रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है. फिर भी, इस सड़क से कई वाहन तेज गति से गुजर रहे हैं, इसलिए संभावना है कि निकट भविष्य में एमएमआरडीए और ट्रैफिक पुलिस इस संबंध में सख्त निर्णय लेगी।

 जनवरी 2024 में उद्घाटन किए गए अटल सेतु ने कई लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाई। इस सड़क पर 100 किमी प्रति घंटे की गति सीमा के बावजूद कई लोग 120, 130 और 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चला रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि इस रूट पर जो लोग जल्दी निकलना चाहते हैं उनकी गाड़ी एमएमआरडीए के कंट्रोल रूम में लगे कैमरे में कैद हो रही है। इसलिए इस रूट पर सफर करते समय स्पीड लिमिट से ज्यादा न रखें, नहीं तो आपको हजारों का जुर्माना भरना पड़ेगा।

नवी मुंबई में तेजी से बन रहें हैं अवैध झोपड़े , मनपा प्रशासन नहीं दे रहा है ध्यान

 


नवी मुंबई। नवी मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में अवैध झोपड़ो की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है , लेकिन नवी मुंबई महानगर पालिका प्रशासन इस तरफ किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिसे लेकर कई तरह के सवालिया निशान लगाए जाने लगे हैं।  


नवी मुंबई मनपा क्षेत्र  में बेलापुर से दीघा तक अवैध झोपड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है बढ़ते अवैध झोपडो को देखते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि नवी मुंबई मनपा प्रशासन को इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है. नवी मुंबई शहर में एक ओर जहां अवैध इमारतों के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया जाता है वहीं बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो जहां भी संभव हो जगह रोककर अवांछित स्थानों झोपड़ा बनाकर रहने लगते हैं। उल्लेखनीय है कि मनपा के सीवरेज प्लांट सीवुड्स सेक्टर 25 में अवैध झोपड़ियां बड़ी संख्या में बनाई गयी हैं, और इनकी संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। 

 इन अवैध झोपड़ियों पर बिजली और पानी की सुविधा भी उपलब्ध है , इन अवैध झोपड़ियों को बिजली की आपूर्ति कहां से होती है? साथ ही यह भी सवाल खड़ा हो गया है कि इन नागरिकों को पानी की आपूर्ति कहां से की जाती है. जब यहां रहने वाली महिलाओं और बच्चों के साथ ही अन्य नागरिकों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे यूपी, बिहार, ओडिशा, आंध्र से आए है  और जहां भी संभव हो वहां रहते हैं। जब उनसे बिजली आपूर्ति और पानी कहां से आता है, इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. हालांकि इस बारे में बेलापुर डिवीजन के सहायक आयुक्त शशिकांत तांडेल का कहना है कि इस बारे में जल्द ही जांच की जाएगी उसके बाद कार्रवाई भी की जाएगी। 

Wednesday, February 14, 2024

शरद मोहोल और गवली गैंग के लिए काम करने वाले गैंगस्टर की नवी मुंबई में हत्या

 


नवी मुंबई। शरद मोहोल और अरुण गवली गैंग के लिए काम करने वाले गैंगस्टर की नवी मुंबई में हत्या कर दी गई है. ये हत्याकांड नेरुल इलाके में हुआ है. हमलावरों के हमले में मृत गैंगस्टर की पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई है. इस घटना से नवी मुंबई शहर में दहशत का माहौल बन गया है। 

मिली जानकारी के अनुसार मारे गए बदमाश का नाम चिराग लोके है जिसकी उम्र 30 साल के आसपास बताई गयी है। पुलिस के अनुसार चिराग लोके नेरुल सेक्टर-20 में अपने परिवार के साथ रहता था। जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम माथाडी की साइट पर विवाद के कारण पांच हमलावरों ने चिराग लोके की बेरहमी से हत्या कर दी. इस हमले में लोके की पत्नी प्रियंका लोके (28) गंभीर रूप से घायल हो गईं और उनका इलाज नेरुल के डीवाई पाटिल अस्पताल में चल रहा है.

मिली जानकारी के अनुसार चिराग लोके अरुण गवली और शरद मोहोल के गिरोह के लिए भी काम कर रहा था। चिराग लोके की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए नेरुल पुलिस ने कुछ दिन पहले उसके खिलाफ कार्रवाई की थी. मंगलवार शाम को चिराग लोके और उनकी पत्नी अपने बेटे को स्कूल से घर ले जा रहे थे, तभी आरोपी अरविंद सोडा और उसके साथियों ने उन्हें रोका और लोहे की रॉड से पीटना शुरू कर दिया. जब उसकी पत्नी प्रियंका उसे बचाने के लिए गई तो हमलावरों ने उस पर भी लोहे की रॉड से हमला कर दिया और भाग गए। चिराग की मौके पर ही मौत हो गई. उनकी पत्नी प्रियंका गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज नेरुल के डॉ. डीवाई पाटिल अस्पताल में चल रहा है. इस घटना के बाद नेरुल पुलिस ने आरोपी अरविंद रामनाथ सोडा, अरबाज, पगला, शेरा और दो अन्य के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। हत्यारों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। 

10 मिनट में तुर्भे से पहुंच सकेंगे खारघर, लिंक रोड सबवे का काम जल्द शुरू होगा

 


नवी मुंबई।  खारघर-तुर्भे लिंक रोड (KTLR), बनने के बाद खारघर से तुर्भे के बीच की दूरी मात्र 10 मिनट में तय की जा सकेगी इस लिंक रोड  का काम जल्द ही शुरू होगा और संबंधित ठेकेदार को काम के निर्देश दे दिए गए हैं। हाल ही में ठेकेदार कंपनी को 2099 करोड़ रुपये में काम दिया गया है. इस सड़क के खुलने के बाद खारघर और तलोजा के निवासियों को काफी सुविधा होगी. पिछले कई सालों से खारघर और तलोजा के निवासी इस बात का इन्तजार कर रहे थे कि यह सड़क कब बनेगी।

5.49 किलोमीटर लंबा है यह मार्ग
मिली जानकारी के अनुसार 'केटीएलआर' मार्ग की कुल लंबाई 5.49 किमी है, जिसमें खारघर कॉलोनी और तुर्भे औद्योगिक कॉलोनी के बीच 1.76 किमी का सबवे बनाया जाएगा। केटीएलआर तुर्भे, नेरुल, जुईनगर, वाशी से केवल 10 मिनट में खारघर पहुंचना संभव बना देगा। पता हो कि पिछले साल सितंबर में सिडको निदेशक मंडल की बैठक में इस मार्ग के लिए ऋत्विक प्रोजेक्ट्स और एवरस्कॉन (जेवी) का चयन किया गया था। सिडको बोर्ड की जनसंपर्क अधिकारी प्रिया रातंबे ने बताया कि केटीएलआर मार्ग सायन -पनवेल राजमार्ग से जुईनगर रेलवे स्टेशन के सामने से शुरू होगा और खारघर गुरुद्वारा और सेंट्रल पार्क जंक्शन के साथ-साथ खारघर कॉर्पोरेट पार्क से जुड़ेगा। इस सड़क को बनाने में ठेकेदार कंपनी को चार साल लगेंगे. केटीएलआर सायन -पनवेल राजमार्ग पर यातायात की भीड़ को कम करेगा। साथ ही इस सड़क के कारण खारघर उपनगर के वाहन चालकों को कॉलोनी में प्रवेश के लिए तीसरा प्रवेश द्वार मिलेगा. उल्लेखनीय है कि खारघर कॉलोनी में उत्सव चौक से सेंट्रल पार्क चौक तक सुबह 9 बजे से 10 बजे तक और शाम 7 बजे से 8 बजे तक ट्रैफिक जाम रहता है।

सेन्ट्रल पार्क तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा 
कहा जा रहा है कि इस मार्ग को शुरू हो जाने के बाद तलोजा सहित खारघर के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। केटीएलआर पर आवागमन के लिए चार अलग-अलग मार्ग होंगे। इससे मुंबई और नवी मुंबई के अन्य उपनगरों के निवासी बिना किसी परेशानी के कुछ ही मिनटों में खारघर स्थित वाणिज्यिक कॉर्पोरेट पार्क, गोल्फ कोर्स, फुटबॉल ग्राउंड, सेंट्रल पार्क तक पहुंच सकते हैं।

दोनों तरह से तनाव
खारघर में प्रवेश करने के दो रास्ते हैं बेलापुर भारती विश्वविद्यालय और शिव-पनवेल से सीधे प्रवेश। चूंकि यह खारघर और तलोजा दोनों उपनगरों में जाने का मार्ग है, इस मार्ग ने तनाव बढ़ा दिया है।

Tuesday, February 13, 2024

दूर होगी पनवेल में पानी की समस्या , अपर्याप्त जलापूर्ति से परेशान रहते हैं नागरिक


 नवी मुंबई। अपर्याप्त जल आपूर्ति के कारण, पनवेल के नागरिकों को लगभग छह महीने तक सप्ताह में एक दिन पानी के बिना रहना पड़ता है। इस तरह की पानी की समस्या पनवेल के नागरिकों पिछले दो वर्षों से करना पड़ रहा है। हालांकि, राज्य के उपमुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश के कारण, महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के विभिन्न कार्यों में तेजी आई है। ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि अगले साल अक्टूबर महीने के बाद पनवेल के नागरिकों को बिना कटौती पूरे सप्ताह पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा। 


उल्लेखनीय है कि पनवेल शहर अभी भी पानी के संकट से लोगों को गुजरना पड़ता है ,  पनवेल की आबादी और पानी की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पनवेल शहर को 32 एमएलडी पानी की जरूरत है। लेकिन पानी की कमीं के कारण सप्ताह में एक दिन पेयजल की आपूर्ति बंद रहती है। पनवेल नगर पालिका वर्तमान में पनवेल शहर के निवासियों की प्यास बुझाने के लिए महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण (एमजेपी) से 20 लाख लीटर, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम से 30 लाख लीटर और देह रांग बांध से 30 लाख लीटर पानी की आपूर्ति कर रही है।

इससे पहले, एमजेपी पनवेल शहर को कम पानी की आपूर्ति कर रहा था। इस संबंध में भाजपा के विधायक प्रशांत ठाकुर के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ संबंधित विभागों की बैठक हुई। उस बैठक में तत्काल पानी बढ़ाने का निर्णय लिया गया. साथ ही एमजेपी के कार्यकारी अभियंता के.बी. पाटिल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जल आपूर्ति के लिए 200 हॉर्स पावर के दो मोटर पंप लगाए गए हैं और उनमें से एक को चालू कर दिया गया है। इसके अलावा, एमजेपी ने नवीन पनवेल में एमटीएनएल की इमारत से शबरी होटल के पीछे के रेलवे कर्मचारी आवास तक 1.4 किमी लंबी एक जीर्ण-शीर्ण पानी की पाइप को हटा दिया है और उस स्थान पर एक नई पानी की पाइप लाइन डालने का काम किया गया है जिसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा । इस पाइप लाइन के शुरू होने के बाद पनवेल के नागरिकों को पेयजल संकट काफी हद तक दूर हो जायेगा। नई जल योजना के तहत 885 हॉर्स पावर के मोटर पंपों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी और ये मोटर पंप मार्च के अंत तक चालू हो जाएंगे। पाटिल ने यह भी कहा कि कलंबोली और अन्य इलाकों को भी इससे फायदा होगा.

तीसरी मुंबई को मुंबई और नवी मुंबई से जोड़ेगी 'रिंग रोड', रिंग रोड से किसे होगा सबसे अधिक फायदा

 



नवी मुंबई। मुंबई शहर-उपनगर और नवी मुंबई क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहे हैं। जनसंख्या लगातार बढ़ रही है. इसी बढ़ती जनसँख्या को देखते हुए अब तीसरी मुंबई को विकसित करने का निर्णय लिया गया है. तीसरी मुंबई मुंबई और नवी मुंबई के बीच बसाए जाने का निर्णय लिया गया है ।  तीसरी मुंबई को मुंबई और नवी मुंबई से जोड़ने के लिए रिंग रोड का विकल्प उपलब्ध कराया जा रहा है। इस तीसरी रिंग रोड से मुंबई के पनवेल, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली, भिवंडी और नवी मुंबई जुड़ेंगे। बताया गया है कि हैदराबाद और अहमदाबाद शहर की तर्ज पर एक्सेस कंट्रोल रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक डीपीआर एमएमआरडीए के माध्यम से तैयार किया जाएगा।

पता हो कि कुछ दिनों पहले सांसद श्रीकांत शिंदे ने एक कार्यक्रम में मुंबई को जोड़ने वाली तीसरी रिंग रोड परियोजना का जिक्र किया था. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने की मांग की. मुख्यमंत्री ने  इस मांग को मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है. वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार पुणे में पीएमपीएल की तर्ज पर ठाणे, भिवंडी, कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर और अंबरनाथ, बदलापुर, टिटवाला क्षेत्रों में बस सेवा शुरू करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है।
महाराष्ट्र सरकार ने थर्ड मुंबई नामक एक नए शहर के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह शहर मुंबई-ट्रान्स हार्बर लिंक रोड से जुड़ा होगा। तीसरी मुंबई शहर बनाने के लिए सिडको द्वारा उरण और पनवेल के 23 गांवों में 12 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें सड़कों का निर्माण कराया जायेगा. नैना क्षेत्र के इन 23 गांवों के विकास के लिए यह निर्णय लिया गया है. तीसरे मुंबई के लिए योजना तैयार करने के लिए सिडको ने एक निजी कंपनी को नियुक्त किया है। 

नवी मुंबई एयरपोर्ट के पास बन रही है तीसरी मुंबई 
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम अभी प्रगति पर है. हवाई अड्डे के पूर्व में पनवेल के उरण तालुका में 23 गांवों का विकास नैना योजना के तहत किया जा रहा है। तो वहीं दूसरे चरण में रायगढ़ जिले के पेण, खालापुर, कर्जत इलाकों को भी इस योजना के तहत विकसित किया जा रहा है.

तीसरा नए शहर मुंबई में हाईटेक सुविधाएं होंगी। नागरिकों को बेहतर आवास, परिवहन सुविधाएं और बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराया जा रहा है। शिवडी-न्हावा शेवा सी ब्रिज ने मुंबई-नवी मुंबई शहर को करीब ला दिया है। तो इस पुल से तीसरी मुंबई भी जुड़ जाएगी. तीसरी  मुंबई में व्यावसायिक परिसर, स्कूल, अस्पताल, मैदान जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।

Monday, February 12, 2024

महाराष्ट्र में शुरू हुआ ऑपरेशन लोटस अशोक चव्हाण के साथ कांग्रेस के कई विधायक

 


महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तथा विधायकी से अपना इस्तीफा दे दिया है। अशोक चव्हाण के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहें है। सूत्रों का कहना है कि वे 15 फरवरी को भाजपा में शामिल हो जाएंगे। सूत्रों का यह भी कहना है महाराष्ट्र में चल रहे ऑपरेशन लोटस के तहत अशोक चव्हाण खेमे के सभी विधायक तथा उनके समर्थक भाजपा में शामिल होंगे। सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने अशोक चव्हाण को राज्यसभा में भेजने का वादा किया है जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है।  यह भी कहा जा रहा है कि वह केंद्र की अगली सरकार में मंत्री पद की शपथ लेंगे. बताया जा रहा है कि आज घोषित होने वाली बीजेपी की उम्मीदवारों की सूची में चव्हाण का नाम भी शामिल है। 


15 तारीख को प्रवेश करेंगे
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 15 तारीख को महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. उनकी बैठक संभाजीनगर में होगी और इस बार अशोक चव्हाण और उनके समर्थक विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की संभावना है. सूत्रों का कहना है कि संभाजी नगर में आयोजित होने वाले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री तथा भाजपा नेता अमित शाह की मौजूदगी में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होंगे। 

अशोक चव्हाण ने किया ट्वीट 
विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद अशोक चव्हाण ने ट्वीट किया. अशोक चव्हाण ने अपने ट्वीट में कहा है कि उन्होंने आज विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.. साथ ही अपने लेटर हेड पर उन्होंने बताया है कि वह पूर्व विधानसभा सदस्य हैं. उन्होंने नांदेड़ की भोकर सीट से भी इस्तीफा दे दिया है.

नाना पटोले से थे परेशान ?
बीजेपी नेता आशीष देशमुख ने खुलासा किया है कि नाना पटोले के कारण कई कांग्रेस नेता कांग्रेस छोड़ने को तैयार हैं. देशमुख ने यह भी कहा कि नाना पटोले से कई नेता नाराज हैं, इसलिए नाना पटोले के कार्यकाल में कांग्रेस खत्म हो जाएगी. इस बीच अशोक चव्हाण के समर्थक विधायक भी कांग्रेस छोड़ने की तैयारी में हैं. पूर्व मंत्री अमित देशमुख, विश्वजीत कदम, संग्राम थोपटे, माधवराव भेगांवकर, अमित झनक, कुणाल पाटिल के नामों पर चर्चा हो रही है.

दिल्ली में नाना पटोले
मिली जानकारी के अनुसार नाना पटोले आज राहुल गाँधी से मुलाकात करेंगे. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में है. पटोले वहां जाकर राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. इस बैठक में अशोक चव्हाण के इस्तीफे पर चर्चा होगी. पटोले कल दिल्ली में मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करने वाले हैं जिसमें महाराष्ट्र की राजनीति के बारे में चर्चा की जाएगी। 

अशोक चव्हाण के फैसले से हिल गयी महाराष्ट्र की राजनीति , कांग्रेस को लगा दूसरा झटका

 



आदर्श घोटाला और दोबारा सत्ता में वनवास, कुछ इस तरह रहा अशोक चव्हाण का 'राजनीतिक सफर'

राजनीतिक विरासत में वफादार और शांत स्वभाव नेता के रूप में जाने जाने वाले, पहले पिता-पुत्र की जोड़ी से मुख्यमंत्री बनने वाले अशोक चव्हाण के एक बड़े फैसले ने महाराष्ट्र की राजनीति को हिलाकर रख दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 की पृष्ठभूमि में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के बड़े फैसले से कांग्रेस को झटका लगा है. अशोक चव्हाण के कांग्रेस की सदस्यता और विधायकी से इस्तीफे से हड़कंप मच गया है. इससे पहले अशोक चव्हाण ने राहुल नार्वेकर से मुलाकात की थी और चर्चा है कि वह बीजेपी में जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि कांग्रेस के अच्छे नेता उनके साथ बीजेपी में शामिल होंगे. अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद उनका अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा इस पर भी एक नजर डालना जरूरी है। 

अपने घर से सीखी राजनीति 
हालांकि अशोक चव्हाण का जन्म मुंबई में हुआ था, लेकिन वह औरंगाबाद यानी संभाजीनगर जिले के पैठण तालुका के रहने वाले हैं। लेकिन उनकी असली जड़ें नांदेड़ में हैं, इसलिए चव्हाण परिवार और नांदेड़ एक दूसरे के पर्यायवाची हैं...पिता शंकरराव चव्हाण दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर रहे। इन पिता-पुत्र ने मराठवाड़ा में कांग्रेस को खड़ा किया. बीएससी और एमबीए की डिग्री लेते हुए उन्होंने 1985 में अपने पिता के साथ राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अशोक चव्हाण ने 1987 का लोकसभा चुनाव जीता और नांदेड़ के सांसद बने। 
भारिप के नेता प्रकाश आंबेडकर को हराकर अशोक चव्हाण 30 साल की उम्र में  सांसद बने थे. इसके बाद वह 1992 में विधान परिषद के सदस्य बने और फिर 1993 में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बने। उन्होंने 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में कार्य किया। इसके बाद वह 2003 में पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख की सरकार में मंत्री बने।

विलासराव के बाद अशोक चव्हाण बने थे मुख्यमंत्री 
2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों के कारण विलासराव देशमुख को इस्तीफा देना पड़ा था. उस समय अशोक चव्हाण को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी. दरअसल उस वक्त कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे का नाम काफी चर्चा में था. लेकिन उन्हें हटाकर अशोक चव्हाण को मुख्यमंत्री का पद दे दिया गया। 
अशोक चव्हाण का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जिस समय अशोक पर्व की शुरुआत महाराष्ट्र में हुई थी  उस समय दिल्ली दरबार में उनका वजन था। लेकिन 2009 के विधानसभा चुनाव में उन पर गंभीर आरोप लगे. उस दौरान उन पर अशोक पर्व नामक सप्लीमेंट में पेड न्यूज देने का आरोप लगा, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गईं और उनका राजनीतिक सफर का ग्राफ धीरे धीरे नीचे जाने लगा। 

आदर्श घोटाले में आया नाम 
पेड न्यूज के कारण मुसीबत में फंसने के बाद उन पर एक और बड़ा आरोप लगा था वह था आदर्श घोटाला , यह घोटाला उस समय सामने आया जब अशोक चव्हाण मुख्यमंत्री थे। कारगिल युद्ध की विधवाओं के लिए बनाई गई आदर्श सोसायटी में अपने रिश्तेदारों को फ्लैट देने का आरोप लगने के बाद अशोक चव्हाण का राजनीति में सफर खत्म होता दिख रहा था। ऐसे में उन्हें 2010 में मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा. पहले तो सीबीआई जांच से इनकार किया गया और बाद में इजाजत दी गई. लेकिन कोर्ट ने चव्हाण को बड़ी राहत देते हुए उनके खिलाफ केस चलाने से इनकार कर दिया.

2014 की जीत से फिर बढ़ा राजनीतिक कद 
पेड न्यूज और बाद में आदर्श घोटाले के कारण अशोक चव्हाण का नाम राजनीति से गायब हो गया था । अशोक चव्हाण का वनवास चार साल तक चला. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और एक बार फिर से राजनीति में जोरदार एंट्री की. 2014 में लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल कर उन्होंने साबित कर दिया कि शेर अभी जिंदा है। दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ दो सीटों पर ही कब्जा कर पाई थी, जिनमें से एक सीट अशोक चव्हाण की थी. मोदी सरकार ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया. अब 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अशोक चव्हाण का इस्तीफे का खेल भविष्य में क्या रंग लाएगा यह तो समय ही बताएगा। लेकिन कांग्रेस के लिए अशोक चव्हाण का पार्टी छोड़ना महाराष्ट्र में अब तक का सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है.

नवी मुंबई की अवैध झोपड़पट्टी बन रही अपराधियों की पनाहगाह


 


 अवैध झोपडो से कई बार बरामद किये जा चुके हैं नशीले पदार्थ 
नवी मुंबई । सभी सुविधाओं से परिपूर्ण सुनियोजित माने जाने वाले शहर नवी मुंबई में तेजी से बढ़ रही अवैध झोपड़पट्टी अपराधियों की पनाहगाह बनते जा रहे हैं , इन अवैध झोपडो से कई बार गांजा , चरस , गुटखा तथा अन्य तरह के मादक पदार्थों का जखीरा बरामद किया जा चुका है इसके बाद भी नवी मुंबई महानगर पालिका प्रशासन इन झोपडो को अभय देने का काम करता है। नवी मुंबई में इस बात को लेकर चर्चा है कि आखिर इन आपराधिक पनाहगाहों को किसका संरक्षण मिला हुआ है जिसके चलते इन पर कार्रवाई नहीं की जाती है। 

पुलिस भी कई बार जब्त कर चुकी है मादक पदार्थ 
नवी मुंबई की अवैध झोपड़पट्टी में पुलिस जब भी सर्च अभियान चलाती है तो उसे बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ मिलते हैं , इन झोपडो में रहने वाले लोगों के अपराध से संबंधो का खुलासा भी कई बार हो चुका है इन झोपड़ों में दिन रात गांजा की और चरस जैसे नशीले पदार्थ बेचने का कारोबार किया जाता है साथ ही इन अवैध झोपड़ों में नशीले पदार्थों को छुपाने का काम भी किया जाता है। हालांकि पुलिस प्रशासन जानकारी मिलने पर कार्रवाई करता है लेकिन मनपा तथा सिडको प्रशासन के साथ साथ स्थानीय नेता भी ऐसे झोपड़ों को बनाने में संरक्षण देने का काम करते है। 
पता कि एपीएमसी परिसर में ग्रीन पार्क झोपड़पट्टी में कई बार चरस गांजा बरामद किया जा चुका है , कई लोगों पर कार्रवाई भी की जा चुकी है किन्तु इसके बाद भी यहाँ गांजा तथा चरस जैसे नशीले पदार्थ खुलेआम बेचने की आए दिन खुलासे होते रहते हैं। बार बार की जाने वाली पुलिसिया कार्रवाई का भी कोई असर नहीं पड़ता है। ग्रीन पार्क के पास सिडको के भूखंड पर अवैध झोपडो का निर्माण किया गया है , सिडको इस जगह को कई बार खाली करवा चुकी है लेकिन यहाँ पर फिर से अवैध झोपड़े बनकर तैयार हो जाते हैं और फिर से पहले की तरह से गैर कानूनी कारोबार शुरू हो जाता है। 

नेरुल की बालाजी टेकड़ी बना है अवैध कारोबार का अड्डा 
एपीएमसी परिसर की तरह ही नेरुल में बालाजी टेकड़ी समेत कई अवैध झोपड़पट्टियां है जहाँ पर खुले आम नशीले पदार्थ की बिक्री की जाती है , स्थानीय लोगों का कहना है इन झोपड़पट्टियों में चलने वाले अवैध कारोबार को स्थानीय कुछ पुलिस वालों का संरक्षण मिला हुआ है जिसकी वजह से कभी कभार कार्रवाई होने के बाद फिर से पहले की तरह अवैध कारोबार शुरू हो जाता है। 
नवी मुंबई मादक पदार्थ की बिक्री को रोकने के लिए नवी मुंबई पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे ने नवी मुंबई को नशा मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया है जिसके नवी मुंबई के विभिन्न इलाकों से बड़ी मात्रा में ड्रग्स , गांजा तथा अन्य तरह के नशीले पदार्थ पकडे भी गए है। इसके बाद भी नवी मुंबई में अधिकांश दुकानों में गुटखा की बिक्री रोक पाने में पुलिस प्रशासन नाकाम साबित होता दिखाई दे रहा है। 

मनसे शहर अध्यक्ष गजानन काले के खिलाफ मामला दर्ज

 

नवी मुंबई। मनसे अध्यक्ष गजानन काले नवी मुंबई मनपा निर्माण विभाग के काम की समीक्षा के दौरान नवी मुंबई के सीवुड्स में एक जूनियर इंजीनियर के साथ गाली-गलौज करना उन्हें महंगा पड़ गया है। उनके खिलाफ एनआरआई पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.

उल्लेखनीय है कि 7 फरवरी को नवी मुंबई मनसे अध्यक्ष गजानन काले ने सीवुड्स इलाके में सड़क कार्य निरीक्षण करने गए थे , इस दौरान काले ने कई आरोप लगाए कि सड़क का काम नियमों के मुताबिक नहीं हो रहा है, बड़े पैमाने पर धूल उड़ रही है, प्रदूषण नियंत्रण नियमों का उल्लंघन हो रहा है और काम की गुणवत्ता अच्छी नहीं है. लेकिन इस दौरान उन्होंने गलत भाषा बोलकर जूनियर इंजीनियरों और ठेकेदार कर्मियों से दुर्व्यवहार किया. इस पर संज्ञान लेते हुए एनआरआई पुलिस ने कार्यकारी अभियंता संजय पाटिल की शिकायत के आधार पर गजानन काले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 

पता हो कि 7 तारीख को निरीक्षण दौरे के दौरान काले द्वारा किये गये दुर्व्यवहार के विरोध में अगले दिन वे उनके कार्यालय जाकर पाटिल कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ने विरोध जताया था. उस वक्त काले ने इस घटना के लिए माफी मांगी थी. उसी दिन दोपहर में काले ने सिटी इंजीनियर संजय देसाई के हॉल में विरोध प्रदर्शन किया. ठेकेदारों की शिकायतें भी की . जिससे मामला और भी बिगड़ गया. अगले दिन, 9 तारीख को, नगरपालिका कर्मचारी संघ ने काले की कार्रवाई के विरोध में काले रिबन पहने। कर्मचारियों ने जवाब दिया कि दादागिरी नहीं चलेगी। कर्मचारियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए कार्यकारी अभियंता संजय पाटिल ने एनआरआई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। गजानन काले और अमोल  के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। 

Saturday, February 10, 2024

नवी मुंबई में तीन साल में नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के 377 मामले, 40 महिलाओं की आत्महत्या


 नवी मुंबई। नवी मुंबई में लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ गई है . पिछले तीन सालों में 38 महिलाओं की हत्याएं हुईं. इसी अवधि में नाबालिग लड़कियों से बलात्कार की 377 घटनाएं हुईं और 40 महिलाओं ने विभिन्न कारणों से आत्महत्या कर ली। पिछले साल 2023 में नवी मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 17 महिलाओं की आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए थे। 


पता हो कि नवी मुंबई के हर पुलिस स्टेशन में महिलाओं की काउंसलिंग के लिए एक महिला पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की गई है। पुलिस निरीक्षक महिला पुलिस अधिकारियों की संख्या कम है, फिर भी सहायक पुलिस निरीक्षकों के पद पर महिला पुलिस अधिकारी उपलब्ध हैं। साथ ही बेलापुर में महिला परामर्श एवं कानूनी सलाह के लिए एक केंद्र भी चल रहा है। लेकिन सवाल है कि क्या घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं केंद्र तक पहुंच कर कानूनी सलाह ले पाती हैं ? पुलिस रिपोर्ट में उपलब्ध आकंड़ो के अनुसार पिछले साल महिलाओं के खिलाफ 703 अपराध हुए. नवी मुंबई पुलिस आयुक्त ने दावा किया है कि किसी अप्रिय घटना की स्थिति में, यदि नवी मुंबई निवासी टोल-फ्री नंबर 112 पर कॉल करते हैं, तो कॉल करने वाले को पहले छह मिनट के भीतर पुलिस सहायता मिल जाएगी। हालांकि, नवी मुंबई में पैदल जा रही महिलाओं के गले से मंगलसूत्र चुराने वालों को पुलिस गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। महिलाओं के गले से मंगलसूत्र छीने जाने के मामले आए दिन घटते रहते हैं। 

आयुक्त ने दिया है महिलाओं की सुरक्षा का भरोसा 
उल्लेखनीय है कि पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे ने कार्यभार संभालने के बाद महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया था। इसके मुताबिक हर थाने में निर्भया पुलिस स्क्वॉड को सक्रिय किया गया. इसके पीछे का उद्देश्य होंडा दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर महिला पुलिसकर्मियों की निर्भया टीम द्वारा महिलाओं की मदद करना था। लेकिन वर्तमान समय में वो चार पहिया वाहन सड़क पर कम चलते नजर आ रहे हैं. निराश या प्रताड़ित महिलाओं की काउंसलिंग के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के स्तर पर 'सोशल इंजीनियरिंग' का अध्ययन करने की जरूरत है. नवी मुंबई जैसे आधुनिक शहर में मनोचिकित्सकों, परामर्शदाताओं, मनोवैज्ञानिकों के अध्ययन के माध्यम से महिलाओं के लिए एक विशेष केंद्र चलाना एक आवश्यकता बन गई है। इस संबंध में कोई भी पुलिस अधिकारी खुलकर बात करने के लिए तैयार नहीं होते हैं। 

महिलाओं के लिए हर ठाणे में सहायता कक्ष
पुलिस आयुक्त भारम्बे के निर्देश पर प्रत्येक पुलिस स्टेशन में महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई ताकि पीड़ित महिलाएं बिना किसी झिझक के हर पुलिस स्टेशन के प्रवेश द्वार पर महिला पुलिस अधिकारियों से शिकायत कर सकें। नेरुल में महिलाओं के लिए सावली परामर्श केंद्र भी शुरू किया। हालाँकि यह सब स्वागत योग्य है, लेकिन नवी मुंबई में जिस पुलिस स्टेशन में घरेलू हिंसा के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, उस इलाके की सामाजिक स्थितियों का सटीक विश्लेषण अभी किया जाना बाकी है।

खोपटे दुर्घटना प्रकरण: एनएमएमटी की जुईनगर-कोप्रोली बस सेवा बंद


 नवी मुंबई। खोपटे में हुए हादसे में बस चालकों के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में एन.एम.एम.टी. श्रमिक सेना आज कुछ देर के लिए हड़ताल पर रही. इससे यात्रियों को परेशानी हुई. उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले कोप्रोली के पास एक सड़क दुर्घटना हो गयी थी  दुर्घटना की घटना के बाद खोपटे के नागरिकों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया और चालक की पिटाई कर दी तथा कर्मचारियों को सात से आठ घंटे तक बंधक बनाये रखा. इस घटना के बाद एनएमएमटी के कर्मचारियों ने विरोध करते हुए पहली बार हड़ताल का आह्वान किया था.


इस हड़ताल की वजह से शुक्रवार की सुबह सात बजे स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राएं प्रभावित दिखे। कर्मचारी संघ की ओर से बस रोकने की सूचना देने के बावजूद प्रशासन ने यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए बस सेवा सुचारू रूप से जारी रखने के लिए प्रशासन की तरफ से किसी तरह के कोई उपाय नहीं किए गए थे। 

जुईनगर-कोपरोली मार्ग पर एनएमएमटी बस सेवा बंद 
गुरुवार को खोपटे में हुई सड़क दुर्घटना के बाद नवी मुंबई के जुईनगर रेलवे स्टेशन से उरण के कोप्रोली गांव के बीच इस मार्ग पर एनएमएमटी बस संख्या 34 सेवा शुक्रवार से अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दी गई है। हादसे के बाद एनएमएमटी कर्मियों ने मार्ग पर काम करने से इनकार कर दिया है.

इस रूट पर हर दिन 52 फेरे और 5 हजार से ज्यादा यात्री सफर कर रहे थे. इससे इस क्षेत्र के हजारों यात्री प्रभावित हुए हैं. एनएमएमटी की एक बस गुरुवार को खोपटे में एक सड़क दुर्घटना हो गयी थी। इसमें एक युवक की मौत हो गई है. इस घटना के बाद नागरिक आक्रोशित हो गये और सुबह 10 बजे से रात 8.30 बजे तक इस सड़क को जाम कर दिया. एनएमएमटी के प्रबंधक योगेश कडुस्कर ने बताया कि गुरुवार को दुर्घटना के बाद बस सेवा रोक दी गई है क्योंकि कर्मचारियों ने जुईनगर से कोपरोली मार्ग पर काम करने से इनकार कर दिया है।

तीन तालुकों को जोड़ने वाली सड़क
एनएमएमटी का जुईनगर से कोप्रोली मार्ग रायगढ़ जिले के उरण, पनवेल, पेन के तीन तालुकाओं को जोड़ने वाला एक बस मार्ग है। इसलिए, इस तालुक के कर्मचारियों, छात्रों और नौकरी के लिए उरण से मुंबई तक सीधे यात्रा की सुविधा प्रदान की गई है। हालांकि उरण लोकल शुरू हो गई है, लेकिन मुंबई से उरण के गोदाम तक आने वाले बंदरगाह आधारित उद्योगों और व्यवसायों के लिए भी यह मार्ग महत्वपूर्ण होता जा रहा है।

Friday, February 9, 2024

ये हुई ना बात! अब अटल सेतु से बेस्ट बस से करें सफर; जानिए कैसा होगा रास्ता

 

नवी मुंबई। पिछले कुछ वर्षों में राज्य तथा केंद्र सरकार ने मुंबई के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य लिया है और उसके अनुरूप काम भी शुरू कर दिया है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी ये विकास कार्य नहीं रुके। इसके विपरीत ये विकास कार्य तेजी से पूरे किये गये। शिवडी न्हावा शेवा अटल सेतु ऐसे विकास कार्यों की भीड़ के बीच से अपनी जगह बनाते हुए आखिरकार शहर के नागरिकों की सेवा में आने में सफल रहा।

उल्लेखनीय है कि देश के सबसे बड़े समुद्री पुल के नाम से मशहूर इस समुद्री पुल का उद्घाटन समारोह कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. (मुंबई-नवी मुंबई) इस समुद्री पुल से लाखों वाहन यात्रा कर चुके हैं जिससे मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी काफी कम हो गई है। लेकिन, शहर के कुछ नागरिकों को अभी भी इस समुद्री पुल पर सफर करने का मौका नहीं मिला है. आने वाले समय में ये लोग भी जल्द ही इस का अनुभव कर सकेंगें । क्योंकि, सागरी सेतु पर बेस्ट तथा एसटी की बसें शुरू करने का निर्णय लिया गया है। 


यात्रा का मार्ग कैसा होगा?
BEST की बस संख्या S-145 मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) यानी अटल सेतु से चलेगी। इसकी जानकारी चलो ऐप पर भी मिलेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बस एस-145 (कोंकण भवन) कोंकण भवन, बेलापुर से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर तक का सफर तय करेगी और यात्री अटल सेतु से यह बस साई संगम तारघर- उल्वे नोड-  तरुमाता- कामधेनु ओकलैंड्स- MTHL- ईस्टर्न फ्रीवे- CSMT- चर्चगेट स्टेशन और कफ परेड से होते हुए यात्रा करेगी।

पहले फेसबुक पर हाय हैलो फिर तीन हजार का ऑफर; लड़की भागकर सीधे थाने पहुंची , फिर क्या हुआ ?


 नवी मुंबई। फेसबुक के जरिए कई लोग एक-दूसरे से जुड़े हैं. लेकिन इसी फेसबुक पर गलत संदेशों के कारण कई लोगों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई का मामला भी दर्ज होता है। ऐसी ही एक घटना नवी मुंबई के कामोठे पुलिस स्टेशन में सामने आई है. एक युवक पिछले दो साल से फेसबुक पर एक 23 वर्षीय पीड़िता को हाय बाय मैसेज भेज रहा था।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दो दिन पहले (शाम 6 बजे) युवक ने पीड़िता के फेसबुक पेज पर ``तीन हजार'' का पत्र क्रमांक लिखा और एक संक्षिप्त संदेश के माध्यम से पूछा 'क्या आप इसमें रुचि रखते हैं'। ये युवक यहीं नहीं रुका. अगले मैसेज में उसने पीड़ित को लिखा, 'मैं और भी पैसे देने को तैयार हूं।' पीड़िता ने तुरंत कानून का इस्तेमाल किया और छेड़छाड़ के मामले में कामोठे पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत पुलिस ने फेसबुक पर संबंधित युवक की तलाश की। पुलिस ने इस युवक के बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला कि युवक की उम्र 25 साल है और वह खंडेश्वर कॉलोनी सेक्टर 12 की गंगोत्री बिल्डिंग में रहता है. सहायक पुलिस निरीक्षक मोनाली चौधरी मामले की जांच कर रही हैं और संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 67 के साथ धारा 354 (डी) के तहत कानूनी अपराध दर्ज किया गया है। पीड़िता से छेड़छाड़ करना युवक को महंगा पड़ गया।

किसी के दबाव में न आकर इसी तरह संघर्ष करते रहें - विश्वजीत कदम


 नवी मुंबई मनपा सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का अड्डा बना 

नवी मुंबई। आज नवी मुंबई महानगर पालिका भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है , भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए इसी तरह किसी के दबाव में न आकर संघर्ष करते रहे , यह बात कांग्रेस के नेता तथा विधायक विश्वजीत कदम में कही। विश्वजीत कदम नवी मुंबई युवा कांग्रेस द्वारा मनपा मुख्यालय पर निकाले गए मोर्चे में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही। 

उल्लेखनीय है कि नवी मुंबई की बढ़ती समस्याओं को देखते हुए मनपा अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करवाने के लिए महाराष्ट्र युवक कांग्रेस के उपाध्यक्ष अनिकेत म्हात्रे के नेतृत्व में क्रांति हक़ मोर्चे का आयोजन किया गया था। मोर्चे में शामिल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मनपा मुख्यालय के घेराव किया। इस मोर्चे के बाद कांग्रेस नेता विश्वजीत कदम ने मनपा अधिकारियों पर जमकर हमला बोला। विश्वजीत कदम ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब नवी मुंबई महानगरपालिका सबसे अधिक विकास काम में अग्रणी थी लेकिन पिछले कुछ समय से नवी मुंबई मनपा भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबती जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की वजह से नवी मुंबई मनपा क्षेत्र में समस्याएं बढ़ी है नवी मुंबई में पानी , बिजली , रास्ता तथा अन्य बुनियादी सुविधाएं भी सही तरीके से उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। 

उन्होंने कहा कि बड़े दुःख की बात है नवी मुंबई की समस्याओं को जानने के लिए व उन्हें समझने के लिए मनपा आयुक्त के पास समय नहीं है , इसलिए सभी कांग्रेसियों को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी साथ ही नवी मुंबई में परिवर्तन लाना होगा तभी वह दिन आएगा जब मनपा आयुक्त समस्या समझने के लिए घर तक आएंगे। 

मनपा अस्पतालों में नहीं मिलती स्वास्थ्य सुविधाएं 
मोर्चे के दौरान प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष अनिकेत म्हात्रे ने मनपा की चिकित्सा प्रणाली पर हमला बोलते हुए कहा कि आज नवी मुंबई में रहने वाले नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही है। आयुक्त के साथ पत्र व्यवहार करने पर भी उन समस्याओं को दूर नहीं किया जाता है और न ही मिलने का समय दिया जाता है। उन्होंने कहा की युवा कांग्रेस की तरफ से नवी मुंबई 36 चौक सभाएं की गयी उन सभी चौक सभाओं को जनता की तरफ से सहयोग मिला। 

संपत्ति कर की अदायगी न करें नागरिक 
मोर्चे में सम्बोधित करते हुए नवी मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कौशिक ने कहा कि नवी मुंबई महानगर पालिका जब तक सभी लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा देती है तब तक नागरिकों को संपत्ति कर की अदायगी नहीं करनी चाहिए। इस मोर्चे में पूर्व नगरसेवक संतोष शेट्टी ,अंकुश सोनवणे , रविंद्र सावंत , मंदाकिनी म्हात्रे के अलावा बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता मौजूद थे। 

Thursday, February 8, 2024

रेलवे लाइन पार करते समय इंजन के नीचे फंसा युवक, यात्रियों ने ट्रेन को धक्का देकर बचाई जान!

 

यात्रियों ने ट्रेन को धक्का देकर बचाई जान!


नवी मुंबई। मुंबईकरों की लाइफ लाइन कही जाने वाली मुंबई लोकल में आए दिन हादसे देखने को मिलते रहते हैं। इसमें कई लोगों की जान भी चली जाती है. ऐसे में नवी मुंबई में लोकल एक्सीडेंट की एक भयानक घटना सामने आई है. हार्बर लाइन पर वाशी स्टेशन पर लोकल ट्रेन में चढ़ते समय एक यात्री सीधे ट्रेन के नीचे चला गया. इसके बाद यात्रियों को मानवता का अद्भुत नजारा दिखा. इस घटना का वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

नवी मुंबई के वाशी स्टेशन का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में रेल यात्री लोकल ट्रेन को धक्का लगाते नजर आ रहे हैं. लोकल ट्रेन में चढ़ने के दौरान एक युवक गिरकर प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच फंस गया. इसके बाद वहां मौजूद यात्रियों ने ट्रेन को धक्का देकर पैसेंजर को बाहर निकालने की कोशिश की. सारे यात्री इकट्ठे होकर पूरी ट्रेन को धक्का देने लगे। हर कोई पहिए के नीचे फंसे व्यक्ति को बचाने का प्रयास कर रहा था।

सोशल मीडिया पर मौजूद इस वीडियो में यात्री फंसे हुए यात्री को निकालने के लिए ट्रेन को धक्का देते नजर आ रहे हैं, लेकिन शुरुआत में वे अपने प्रयास में असफल हो जाते हैं। इस बीच, रेलवे के क्लोज सर्किट टीवी फुटेज में एक व्यक्ति सामने के प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए पटरी कूदता दिख रहा है।

यह व्यक्ति ट्रैक पार करते समय पटरियों के नीचे पाया गया जब पनवेल जाने वाली लोकल ट्रेन ने दुर्घटना से बचने के लिए अचानक आपातकालीन ब्रेक लगा दिए। वहां मौजूद अन्य यात्रियों ने उस व्यक्ति को बाहर निकालने के लिए 12-गाड़ियों वाले इंजन को एक तरफ खींचने के लिए सामूहिक रूप से बल लगाया। वीडियो पोस्ट करने वाले व्यक्ति ने कहा, "जब मैंने इसे रिकॉर्ड किया, तो लोग लोकल को धक्का दे रहे थे। फिर, सभी ने एक ही समय में लोकल को धक्का दिया और उसे बाहर निकाल दिया।"

Wednesday, February 7, 2024

बिल्कुल अयोध्या के रामलला की तरह! नदी में मिली 1000 साल पुरानी विष्णु मूर्ति; देखने वाले भी हैरान रह गए

 

श्री राम जन्मभूमि के नाम से मशहूर अयोध्या शहर में आखिरकार भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है और लंबे समय का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य व्यक्तियों, महंतों और संतों की मौजूदगी में राम मंदिर में मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ और उसी क्षण से राम लला के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें अयोध्या में लगनी शुरू हो गईं। रामलला की मूर्ति का लोलुप स्वरूप कई लोगों को लगा और सभी ने इस मूर्ति की सराहना की. देश में सर्वश्रेष्ठ भगवान श्री राम की इस मूर्ति की चर्चा अभी थमी नहीं है. लेकिन, अब एक और मूर्ति की चर्चा नए सिरे से शुरू हो गई है. हैरानी की बात यह है कि जिस मूर्ति की बात हो रही है वह बहुत प्राचीन है और इसमें और अयोध्या में रामलला की मूर्ति में कई समानताएं हैं।

किस स्थान पर मिली है यह मूर्ति 
हाल ही में कर्नाटक के राजचूर जिले में कृष्णा नदी के तल में भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति मिली है। प्रारंभिक जानकारी और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह स्पष्ट है कि इस मूर्ति और मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की मूर्ति में कई समानताएं हैं। पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक यह मूर्ति करीब 11वीं, 12वीं शताब्दी की हो सकती है। रामलला की मूर्ति के समान ही विष्णु की इस प्राचीन मूर्ति के मंदिर की भी बेहद खूबसूरती से नक्काशी की गई है और इस पर दशावतारी रूप भी बनाए गए हैं।

सिर्फ भगवान विष्णु की मूर्ति ही नहीं बल्कि नदी के तल में एक शिवलिंग भी मिलने की जानकारी सामने आई है. रायचूर विश्वविद्यालय में इतिहास और पुरातत्व विभाग में प्रोफेसर डॉ. पद्मजा देसाई के अनुसार, ये मूर्तियां किसी मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की गई होंगी। मंदिर को हमले, तोड़फोड़ या इसी तरह की घटनाओं से बचाने के लिए मूर्तियों को नदी के तल में विसर्जित कर दिया गया होगा। हालांकि ये मूर्तियाँ कुछ हद तक क्षतिग्रस्त हो गई हैं, लेकिन इन पर की गई नक्काशी बहुत स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।


डॉ देसाई के मुताबिक, नदी तल से मिली इस मूर्ति पर बेहद बारीक नक्काशी है। इस मूर्ति की प्रभावली में मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, राम, परशुराम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि को दर्शाया गया है। चार भुजाओं वाली इस मूर्ति के शीर्ष पर दो भुजाएँ हैं, जिनमें शंख और चक्र हैं। तो इसके नीचे की दो भुजाएं आशीर्वाद मुद्रा में नजर आती हैं। इनमें से एक है कटि हस्त और दूसरा है वरद हस्त।

इस मूर्ति पर कहीं भी गरुड़ का चिन्ह नहीं है। विष्णु की कई मूर्तियों के साथ गरुड़ की प्रतिकृति भी अक्सर देखी जाती है। इस मूर्ति के स्वरूप को देखकर इसका संदर्भ वेंकटेश्वर से जोड़ा जा सकता है। विष्णु के इस रूप में भगवान को आभूषणों और फूलों से सजाए जाने की झलक देखने को मिलती है।