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Thursday, September 26, 2024

उरण विधानसभा में शेकाप और यूबीटी में टिकट को लेकर खींचतान शुरू


 

शेकाप के प्रीतम म्हात्रे तथा यूबीटी के मनोहर भोईर ने शुरू किया प्रचार 
मनीष अस्थाना 
नवी मुंबई। महाविकास आघाड़ी में अभी तक सीटों के बटवारे पर सहमति नहीं बन पायी है , कौन सी सीट किसके खाते में जाएगी इस बात का निर्णय अभी तक नहीं हुआ है। किन्तु लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद जिस तरह से उरण विधानसभा सीट पर महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी संजोग बघोरे को बढ़त मिली थी उसके बाद इस सीट पर महाविकास आघाड़ी के सभी घटक दलों का मनोबल खासा बढ़ा है। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से ही यूबीटी के मनोहर भोईर , शेकाप के प्रीतम म्हात्रे तथा कांग्रेस के महेंद्र घरत सबसे अधिक उत्साहित दिखाई दे रहें हैं। शेकाप के प्रीतम म्हात्रे तथा मनोहर भोईर ने अपना प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया है। 

किसे मिलेगी सीट अभी तय नहीं 
चुनाव के नजदीक आते ही उरण विधानसभा क्षेत्र में अब शिवसेना (ठाकरे गुट) और शेतकारी कामगार पार्टी महाविकास अघाड़ी का घटक दल है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोनों दलों के बीच टिकट को लेकर दरार दिख रही है. दोनों घटक दलों के दावेदारों ने क्षेत्र में अपना अलग-अलग प्रचार शुरू कर दिया है. इसमें ठाकरे गुट के पूर्व विधायक मनोहर भोईर और शेतकारी कामगार पार्टी के युवा नेता प्रीतम म्हात्रे ने मोर्चा संभाल लिया है, इन दोनों उम्मीदवारों ने दावा किया है कि वे महाविकास अघाड़ी से चुनाव लड़ेंगे हालांकि महाविकास अघाड़ी में यह सीट किसके खाते में जाएगी इस बात को लेकर दावा फिलहाल अभी नहीं किया जा सकता है . लोकसभा चुनाव में उरण विधानसभा क्षेत्र में महाविकास अघाड़ी को भारी बहुमत से जीत मिली थी लेकिन उस समय  महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच सीधी लड़ाई थी , लेकिन विधानसभा चुनाव में कई दावेदार बगावत का झंडा बुलंद कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते है। कहा जा रहा है कि यदि ऐसा कुछ होता है इसका लाभ भाजपा को मिल सकता है। 

पिछले 5 सालों में बढ़ा है शहरी भाग 
 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार महेश बाल्दी ने जीत हासिल की थी. साथ ही उरण सीट पर पहला विधायक देने वाली शेतकरी कामगार पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी . हालांकि हार जीत का अंतर काफी काम था उल्लेखनीय है कि शेतकरी कामगार पार्टी इस बार अपने आस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। पता हो कि 2019 से पहले उरण विधानसभा सीट की सीमा में ग्रामीण इलाका अधिक था , शहरी भाग काफी कम था लेकिन पिछले पांच सालों में इस विधानसभा क्षेत्र में सिडको ने नए नोड्स का निर्माण किया है जिसमें नागरिकों की जनसंख्या बढ़ी है और शहरी भागों में मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी है। उल्वे तथा करंजाडे जैसे शहरी इलाकों वाले नोड्स में बड़ी संख्या में बाहरी मतदाता है अकेले उल्वे नोड की बात करें तो यहां पर 40 हजार के आसपास मतदाता है जिसमें बाहरी मतदाताओं की संख्या अधिक है , मात्र यही वजह है कि उरण में लड़ने वाले प्रत्येक प्रत्याशी ने उल्वे और करंजाड़े की तरफ विशेष ध्यान देना शुरू किया है और यहां के मतदाता उनका एकमात्र लक्ष्य हैं। इन दोनों शहरी क्षेत्रों में भाजपा भी लोगों से जुड़कर काम करने में लगी है। महाविकास अघाड़ी को भी बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर महाविकास अघाड़ी में फूट पड़ती है और दो उम्मीदवार खड़े होते हैं तो यह चुनाव बीजेपी के लिए फायदेमंद होगा। 

विकास कामों के सहारे भाजपा 
भाजपा में महेश बाल्दी को छोड़कर दूसरे किसी व्यक्ति ने अभी तक इस सीट पर दावेदारी नहीं की है इसलिए इस बार भी महेश बाल्दी का टिकट पक्का माना जा रहा है। चर्चा की जा रही है कि महेश बाल्दी इस बार विकास के मुद्दे पर ही चुनाव मैदान में आएंगे। उल्वे में भाजपा समर्थक वितेश म्हात्रे का कहना है कि उल्वे में विकास काम भाजपा के विधायक महेश बाल्दी के कार्यकाल में किए गए हैं इसलिए मतदाता उनके पक्ष में ही मतदान करेगा। उन्होंने बताया कि उरण विधानसभा क्षेत्र में अब अकेले स्थानीय वाद का मुद्दा लेकर चुनाव नहीं जीता सकता है। वैसे भी महाविकास आघाड़ी के घटक दल आपस में सहमति नहीं बना पा रहें हैं यदि यूबीटी और शेकाप दोनों दलों के नेता चुनाव मैदान में उतरते हैं तो इसका सीधा लाभ भाजपा को होगा। 

पीबीपार्टनर्स महाराष्ट्र में बीमा के परिदृश्य में परिवर्तन लाने के लिए एजेंट पार्टनर्स को आधुनिक टेक्नोलॉजी प्रदान कर रहा है


 

मुंबई, नागपुर, ठाणे, नासिक, और पुणे सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहर बने, जहाँ पीबीपार्टनर्स की सफलता प्रदर्शित होती है

karmabhumi News Network

पिछले सालों में महाराष्ट्र में बीमा खरीदे जाने के तरीके में काफी परिवर्तन देखने को मिला है। ज्यादा जागरुकता, सुगम ग्राहक सेवा, और भरोसा बढ़ने के कारण राज्य में बीमा का परिदृश्य बदल रहा है। पॉलिसीबाजार इंश्योरेंस ब्रोकर्स के अंतर्गत ब्रांड, पीबीपार्टनर्स इन परिवर्तनों में मुख्य भूमिका निभा रहा है। पिछले तीन सालों में हमने महाराष्ट्र में काफी विस्तार कर लिया है और ग्राहकों को बीमा जारी होने से लेकर क्लेम लेने तक की पूरी प्रक्रिया में हर कदम पर सहयोग प्रदान कर रहे हैं।


अपने पीओएसपी (पॉईंट ऑफ सेल्स पर्सन) मॉडल में टेक्नोलॉजी का उपयोग करके पीबीपार्टनर्स ने एजेंट पार्टनर्स को आधुनिक टूल्स प्रदान किए हैं, जो ग्राहक के अनुभव में सुधार लाते हैं। ये टूल्स एजेंट पार्टनर्स को विस्तृत बीमा उत्पाद प्रदान करने में मदद करते हैं तथा व्यक्तिगत सेवाएं सुनिश्चित करते हैं। विस्तृत प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की मदद से पीबीपार्टनर्स न केवल अपने एजेंट पार्टनर्स का विकास करता है, बल्कि राज्य में बीमा कवरेज को बढ़ाने में अपना योगदान भी देता है।


पीबीपार्टनर्स की सफलता की यात्रा के बारे में श्री ध्रुव सरीन, को-फाउंडर, पीबीपार्टनर्स ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में हमारी सफलता में मुख्य योगदान हमारे द्वारा क्रियान्वित किए गए आधुनिक टेक्नोलॉजी समाधानों ने दिया है। बीमा का कवरेज बढ़ाने में आने वाली एक मुख्य चुनौती वंचित इलाकों में जागरुकता की कमी है। हालाँकि, हमारे पीओएसपी मॉडल के साथ हमारे एजेंट पार्टनर्स ग्राहकों को ऑनलाईन खोज और ऑफलाईन खरीद में पूरा सहयोग देने में समर्थ होते हैं। हम महाराष्ट्र में मजबूत स्थिति में हैं। इस राज्य में हमारे 10,000 से ज्यादा एजेंट पार्टनर काम कर रहे हैं। मुंबई, ठाणे, नासिक, पुणे और नागपुर जैसे शहर सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे पीबीपार्टनर्स की सफलता प्रदर्शित होती है। ये एजेंट पार्टनर अपने-अपने क्षेत्रों में व्यक्तिगत सेवाएं देते हैं, कोटेशन प्राप्त करते हैं, बीमा योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं, और ग्राहकों को बीमा खरीदने में मदद करते हैं। 


पीबीपार्टनर्स का उद्देश्य एजेंट पार्टनर्स को सफल माईक्रो उद्यमी बनाना और महाराष्ट्र एवं अन्य जगहों पर बीमा कवरेज का विस्तार करना है। वो उन्हें नियमित प्रशिक्षण प्रदान करके उद्योग के नए ट्रेंड्स के साथ तालमेल बनाए रखने और उत्पाद की जानकारी प्राप्त करने में समर्थ बनाते हैं। साथ ही उनकी लर्निंग और डेवलपमेंट टीम रिलेशनशिप मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन, टाईम मैनेजमेंट, प्रॉब्लम सॉल्विंग, और लीडरशिप जैसी सॉफ्ट स्किल्स में सुधार लाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करती है। उनकी नियमित ऑन-ग्राउंड पाठशाला ईवेंट्स उन्हें एजेंट पार्टनर्स के साथ आमने-सामने संचार करने में मदद करती हैं, और उनके फीडबैक और सुझाव लेकर सहयोग बढ़ाने में समर्थ बनाती हैं।


ध्रुव ने आगे कहा, ‘‘हम क्लेम लेने की भी एक तीव्र और आसान प्रक्रिया पेश करते हैं। ग्राहकों को क्लेम लेने की प्रक्रिया में मदद करने के लिए हमारे पास एक समर्पित क्लेम असिस्टैंस टीम है। इस प्रकार हम ग्राहक के अनुभव में सुधार लाते हैं और बाजार में एक भरोसेमंद इंश्योरेंस प्रोफेशनल के रूप में अपने एजेंट पार्टनर की स्थिति को मजबूत करते हैं। इसके अलावा हमारे पास पीबी इंस्पेक्ट जैसी इन-हाउस एआई फंक्शनैलिटी हैं, जो ग्राहकों और एजेंट पार्टनर की दृष्टि से क्लेम की प्रक्रिया को बहुत सरल बना देती हैं।’’


पीबीपार्टनर्स अपने एजेंट पार्टनर्स को प्रोत्साहन देने और पुरस्कृत करने के लिए पीबीवन अभियान भी चलाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत पीबीपार्टनर्स की सफलता में योगदान देने के लिए एजेंट पार्टनर्स के बेहतरीन प्रयासों के लिए उन्हें पुरस्कृत और सम्मानित किया जाता है। इस इनोवेटिव कार्यक्रम के अंतर्गत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले एजेंट पार्टनर्स को एलएमसी कॉईंस प्राप्त होते हैं, जो उनकी विलक्षण उपलब्धियों के लिए उन्हें पुरस्कार में मिलते हैं। 


इस प्रणाली में एकत्रित किए गए एलएमसी कॉईंस पीबीपीवन डैशबोर्ड में इकट्ठे होते चले जाते हैं, जहाँ एजेंट पार्टनर हर माह के आधार पर अपनी परफॉर्मेंस को देख सकता है। एलएमसी कॉईंस को तीन विशेष श्रेणियों में बाँटा गया है, पहले हैं, लॉयल्टी कॉईन, जो निर्मित हुए नेट प्रीमियम के आधार पर स्थिर मासिक प्रदर्शन द्वारा अर्जित होते हैं; दूसरे हैं मास्टरी कॉईन, जो विभिन्न बीमा उत्पादों की क्रॉस-सेलिंग द्वारा एकत्रित होते हैं और तीसरे हैं, कॉन्टेस्ट कॉईन, जो मासिक या त्रैमासिक प्रतियोगिताओं में सफल होने पर दिए जाते हैं। एजेंट पार्टनर्स रिडेंप्शन कार्निवल के दौरान अपने कॉईन को रिडीम कर सकते हैं। 


पीबीपार्टनर्स बीमा क्षेत्र में परिवर्तन लाने और अपनी सेवाएं सभी तक पहुँचाकर उन्हें इनका लाभ पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बीमा के विकसित होते हुए परिदृश्य के साथ पीबीपार्टनर्स का पीओएसपी मॉडल महाराष्ट्र में बीमा क्षेत्र में इनोवेशन और उत्कृष्टता लेकर आ रहा है तथा भविष्य के लिए नए मानक स्थापित कर रहा है।

Monday, August 19, 2024

रक्षा बंधन महिलाओं के हितों की रक्षा करने की हमारी इच्छाशक्ति को मजबूत करता है- डॉक्टर लक्ष्मी नारायण मालवीय


 


कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क 


मुंबई। संत  सनातन सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री  लक्ष्मी नारायण मालवीय  ने आज रक्षाबंधन के पावन पर्व पर देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।  उन्होंने  कहा कि , “रक्षा बंधन के पावन अवसर पर, मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं  देता   हूं।”

उन्होंने कहा,“ रक्षा बंधन   का ये त्योहार भाई-बहन के अनूठे संबंध का उत्सव है जो प्यार और आपसी विश्वास की भावना को मजबूत बनाता है। धार्मिक और सांस्कृतिक सीमाओं से परे यह पर्व हमारे देश की विविधता में एकता का प्रतीक है। यह ऐसा अनुपम पर्व है जो महिलाओं के हितों की रक्षा करने की हमारी इच्छाशक्ति को मजबूत करता है।मेरी कामना है कि यह पर्व हमारे समाज में सद्भाव और प्रेम की भावना को प्रगाढ़ बनाए और समाज में महिलाओं का सम्मान बढ़े।”

उन्होंने  आगे  कहा  कि ये पावन पर्व आप सभी के रिश्तों में नई मिठास और जीवन में सुख, समृद्धि एवं सौभाग्य लेकर आए''।
उन्होंने कहा कि "  संत सनातन सेवा संस्थान "आज ये प्रतिज्ञा लेती है कि हर जरुरत मंद बहन की शादी,इलाज  और  अगर  कोई  कानूनी  मदद  चाहिए  तो  हर सम्भव मदद करेगी ।

प्रोफ़ेसर डॉक्टर विकास त्रिवेदी अमेरिका में सम्मानित


 

अंतरराष्ट्रीय स्कालरशिप सम्मान दिया गया 


कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क 
प्रयागराज।  प्रयागराज में पन्ना लाल रोड पर कंपनी गार्डेन के समीप स्थित श्री हरि आर्थोपेडिक्स केंद्र के निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर विकास त्रिवेदी को अंतरराष्ट्रीय स्कालरशिप से सम्मानित किया गया। हड्डी और जोड़ रोग विशेषज्ञ त्रिवेदी को यह पुरस्कार अमेरिकन आर्थरोस्कोपी एसोसिएशन ऑफ़ नार्थ अमेरिका ( AANA ) के वार्षिक सम्मेलन में दिया गया। 

 घुटने एवं जोड़ का उपचार होगा आसान
प्रयागराज में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में इस बारे में जानकारी देते हुए प्रोफेसर त्रिवेदी ने बताया कि यह दुनिया का घुटना एवं कंधा की दूरबीन सर्जरी का सर्वेश्रेष्ठ सम्मेलन रहा। इसमें सम्मिलित होकर घुटने की लिगामेंट सर्जरी एवं कार्टिलेज सर्जरी की नवीनतम तकनीक का अध्ययन किया। इस तकनीक से भारत तथा प्रयागराज में चोटों से ग्रसित मरीज़ों का विश्वस्तरीय इलाज संभव होगा ।    
   
अत्याधुनिक तकनीक से जल्द होती है रिकवरी
डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया कि लिगामेंट एवं कार्टॉलेज की चोटें स्पोर्ट्स इंज्यूरीज व बाइक एक्सीडेंट में काफ़ी सामान्य है । इनका त्वरित एवं कुशल ऑपरेशन दूरबीन विधि से संभव है और नवीनतम तकनीक से रिकवरी बेहतरीन हो जाती है ।

मांसपेशियों के फटने का दूरबीन से इलाजकंधे के जोड़ के बार बार सरकने / हटने / डिस्लोकेशन का भी आर्थरोस्कोपिक सर्जरी से सफलता से इलाज किया जाता है। कंधे के रोटेटर कफ माँसपेसी के फटने का भी दूरबीन विधि से इलाज किया जाता है ।

Friday, August 16, 2024

जनता के लिए सकारात्मक फैसले ले रहें है मुख्यमंत्री



 


शिवसेना उपनेता विजय नाहटा ने कार्यालय उदघाटन अवसर पर कही बात 

karmabhumi News Network
नवी मुंबई।  राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आम जनता के लिए कई सकारात्मक फैसले ले रहे हैं। जनता को एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जो लोगों से जुड़ा है, इसलिए नवी मुंबई में बड़ी संख्या में दूसरे दलों के लोग  शिवसेना पार्टी में शामिल हो रहे हैं। यह बात शिवसेना के उप नेता विजय नाहटा ने पार्टी के जनसंपर्क कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कही। उन्होंने  कहा कि भविष्य में नवी मुंबई में भगवा ही लहराएगा। शिवसेना के उपनेता विजय नाहटा ने बेलापुर विधानसभा क्षेत्र के नेरुल (पूर्व) में जनसंपर्क कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नवी मुंबई जिला प्रमुख विजय चौगुले, उप जिला प्रमुख गणपत शेलार, मिलिंद सूर्या राव, दिलीप घोडेकर, दीपक सिंह, संजय कपूर, अजीत सावंत, संतोष दलवी, रोहिदास पाटिल, संजय भोसले, सह संपर्क  प्रमुख ज्ञानेश्वर सुतार, रामचन्द्र पाटिल, महिला मंच पर जिला संगठक सरोज ताई पाटिल, शहर प्रमुख विजय माने, अरुण गुरव आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे. इस अवसर पर बोलते हुए विजय नाहटा ने आगे कहा कि शिवसेना के माध्यम से युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और स्कूली छात्रों के लिए पूरे साल लगातार कार्यक्रम होते रहते हैं. शिवसेना उप नेता विजय नाहटा ने कहा कि बेलापुर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए विभिन्न स्थानों पर जनसंपर्क कार्यालय शुरू किये गये हैं.हम ऐरोली और बेलापुर दोनों विधानसभाओं से लड़ना चाहते हैं, उसके बाद मनपा चुनाव हैं, विजय नाहटा ने कार्यकर्ताओं को काम शुरू करने की सलाह दी, जबकि नवी मुंबई शहर पर किसी भी नेता का एकाधिकार नहीं है, यह बात जिला प्रमुख विजय चौगुले ने कही इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिवसैनिक, महिलाएं, युवा सेना पदाधिकारी उपस्थित थे।

उल्वे के ब्राइट फ्यूचर स्कूल में मनाया गया आजादी का पर्व


 

नवी मुंबई। उल्वे के ब्राइट फ्यूचर हाई स्कूल में आजादी का 78 वा पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। स्कूल के चेयरमैन गणेश म्हात्रे ने इस अवसर पर झंडा रोहण किया। इसके बाद स्कूल के बच्चों ने कई तरह के कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए स्कूल की प्रधानाचार्य साइना शेख ने कहा कि आज बहुद ख़ुशी का दिन है कि हम सब साथ मिलकर आजादी का पर्व मना रहें हैं। स्कूल के बच्चो द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों की सराहना की , इस कार्यक्रम में कई बच्चों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 




 इस समारोह में स्कूल की शिक्षिकाओं के साथ सभी कक्षाओं के बच्चे भी मौजूद थे। उल्वे में कई निजी इमारतों के साथ साथ चौकों पर भी ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 

Wednesday, July 31, 2024

यशश्री हत्या प्रकरण में सामने आया लव एंगल, स्कूल से दोस्ती, ठुकरा दिया था शादी का प्रस्ताव


 

आरोपी को 7 दिन के लिए भेजा गया पुलिस हिरासत में 

karmabhumi News Network
नवी मुंबई। देश और प्रदेश को हिला देने वाले नवी मुंबई के उरण के यशश्री शिंदे हत्याकांड में बड़ी जानकारी सामने आई है। यशश्री हत्याकांड के आरोपी दाऊद शेख को पुलिस ने मंगलवार गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को उरण लाया गया. पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ करने पर दाऊद शेख ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इस बार आरोपी ने वो वजह भी बताई है कि उसने यशश्री को इतनी बेरहमी से क्यों मारा. दाऊद शेख ने कबूल किया है कि उसने यशश्री की हत्या इसलिए की क्योंकि उसने शादी से इनकार कर दिया था.

दाऊद शेख और यशश्री एक-दूसरे को कई सालों से जानते हैं
दाऊद शेख और मृतक यशश्री एक दूसरे को कई सालों से जानते थे. पता चला है कि वे स्कूल के दिनों से ही दोस्त थे। इन दोनों के बीच प्रेम संबंध था. दाऊद शेख ने यशश्री से शादी का प्रस्ताव रखा था जिसका जवाब देने में यशश्री टालमटोल किया था . दाऊद ने यशश्री से शादी कर बेंगलुरु में बसने का फैसला किया था। लेकिन यशश्री ने इसके लिए मना कर दिया. 25 जुलाई को जब वह यशश्री से मिलने आया तो दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद दाऊद ने उनकी हत्या की है.

दाऊद ने पुलिस को बताया है कि वे दोनों 3 से 4 साल तक दोस्त थे। दाऊद उरण में उसी जगह रहता था जहां यशश्री रहती थी. लेकिन 2019 में यशश्री के परिवार ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उस वक्त दाऊद के खिलाफ पॉस्को के तहत मामला दर्ज किया गया था. तब दाऊद जेल भी गया था. जेल से आने के बाद वह कर्नाटक चला गया . दाऊद के वापस उरण आने के बाद उसने यशश्री से फोन पर संपर्क किया. उस वक्त दोनों ने मिलने का फैसला किया था. इस मुलाकात के दौरान यशश्री ने शादी से इनकार कर दिया तो गुस्साए दाऊद ने उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने दाऊद के खिलाफ हत्या और एट्रोसिटी के तहत मामला दर्ज किया है। 
दाऊद को 7 दिन की मिली पुलिस हिरासत 
मिली जानकारी के मुताबिक यशश्री की हत्या करने वाले दाऊद को आज गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. आरोपी दाऊद शेख को पुलिस ने कर्नाटक के गुलबर्गा से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दाऊद को गिरफ्तार करने के लिए साथ टीमों का गठन किया था और उसे तलाश करने का ऑपरेशन चलाया था। दाऊद लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा जिसकी वजह से गिरफ्तार करने में समय लग गया। 

यशश्री का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला
उरण की 22 वर्षीय यशश्री की बेरहमी से हत्या कर दी गई. यशश्री का शव शनिवार (27) को क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था. उसके चेहरे, शरीर और प्राइवेट पार्ट्स पर चोटें पाई गईं। यशश्री शिंदे कुछ दिनों से लापता थीं. तलाश जारी थी, तभी उसका शव उरण में सगीर ब्रदर्स पेट्रोल पंप के पीछे खेत में झाड़ी में मिला। हत्या के तीन दिन बाद भी, उरण पुलिस हत्यारों को पकड़ने में सफल नहीं हुई, जिससे उरण के गुस्साए निवासियों ने पुलिस स्टेशन के खिलाफ मार्च निकाला। इसके बाद पुलिस ने सोर्स बदला और आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग तरीके से जांच शुरू की और आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। 

Wednesday, July 24, 2024

सिडको ने पूरा किया 243 लोगों को दुकान मालिक बनने का सपना


 

सिडको ने पूरा किया 243 लोगों को दुकान मालिक बनने का सपना 

बामन डोंगरी आवासीय परिसर की दुकानों की निकली लॉटरी 

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नवी मुंबई। सिडको द्वारा उल्वे के बामन डोंगरी आवासीय परिसर में बिक्री योजना के तहत निकाली गई लॉटरी में 243 लोगों के दुकान मालिक बनने का सपना साकार हो गया, योजना का परिणाम 23 जुलाई 2024 को सिडको भवन में घोषित किया गया।
उल्लेखनीय है कि सिडको ने बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानें बेचने की घोषणा की थी। इस योजना में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था सिडको की आवास योजनाओं की विश्वसनीयता और उल्वे नोड जैसे क्षेत्रों में व्यापार वृद्धि के अवसरों के कारण, इस योजना को नागरिकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। छोटे, मध्यम और बड़े आकार की दुकानें उपलब्ध होने के कारण यह योजना छोटे और मध्यम व्यापारियों के साथ-साथ बड़े व्यापारियों के लिए भी फायदेमंद है।


सिडको हमेशा आम नागरिकों के सही घर के सपने को पूरा करने के अलावा डेवलपर, उद्यमियों, व्यापारियों तथा विभिन्न संस्थाओं के लाभ के लिए विभिन्न योजनाएं लागू करता है। इस 243 दुकान बिक्री योजना के माध्यम से, कई व्यवसाइयों को तेजी से विकसित हो रहे और अच्छी तरह से जुड़े उल्वे नोड में अपना व्यवसाय बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिला है। इस योजना को मिली अच्छी प्रतिक्रिया ने सिडको के प्रति नागरिकों की विश्वसनीयता पर मुहर लगा दी है।'
 विजय सिंघल
उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, सिडको

केंद्रीय बजट 2024: बीमा क्षेत्र में सुधार से विकास में तेजी आएगी और आर्थिक स्थिरता बढ़ेगी


 



पॉलिसीबाजार इंश्योरेंस ब्रोकर्स के अंतर्गत ब्रांड, पॉलिसीबाजार पार्टनर्स ने भारत सरकार के केंद्रीय बजट 2024 का दृढ़ समर्थन करते हुए इसे समाज के विभिन्न वर्गों के आर्थिक विकास, इनोवेशन और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने वाला बताया है। इस बजट के प्रावधानों से बीमा एवं अन्य क्षेत्रों में काफी सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
पीबीपार्टनर्स के को-फाउंडर, ध्रुव सरीन ने कहा, “हम भारत सरकार के केंद्रीय बजट 2024 की सराहना करते हैं। यह समाज के सभी वर्गों के लिए एक दूरदर्शितापूर्ण बजट है। बीमा पॉलिसी बेचने वाले व्यक्तिगत एजेंटों के लिए टीडीएस (स्रोत पर टैक्स की कटौती) दरों को 5% से घटाकर 2% कर दिया गया है, जो एक सराहनीय कदम है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
ध्रुव ने आगे कहा, “बजट में भारत के युवा कार्यबल को सशक्त बनाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। पाँच सालों में 41 मिलियन युवाओं के लाभ के लिए पाँच योजनाएं निर्धारित की गई हैं, और 2 लाख करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता के साथ उनके लिए रोजगार के और ज्यादा अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे भारतीय युवाओं के जीवन स्तर में काफी सुधार होगा। महिलाओं पर केंद्रित कौशल कार्यक्रमों और अभियानों से कार्यबल की सहभागिता बढ़ेगी, जो समावेशी विकास की ओर सराहनीय कदम हैं। ये अभियानों द्वारा भारत के निम्न मध्यम वर्ग और युवाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उनकी स्थिर आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस आधार तैयार होगा।”
पीबीपार्टनर्स का विश्वास ​​है कि केंद्रीय बजट 2024 एक ज्यादा समावेशी एवं समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है।

Tuesday, July 2, 2024

सिडको की कार्रवाई के बावजूद उल्वे के सी पी गोयंका स्कूल के खाली नहीं हुआ खेल का सार्वजनिक मैदान 


 

नवी मुंबई। पिछले सोमवार को  सिडको द्वारा उल्वे स्थित सेक्टर 5 में सीपी गोयंका शैक्षणिक संस्थान द्वारा सार्वजनिक खेल के मैदान पर किए गए अतिक्रमण पर तोडू कार्रवाई  की गई , इस  कार्रवाई में पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाए जाने की वजह से स्थानीय लोगों में नाराजगी व्याप्त है । अतिक्रमण हटाने आए सिडको अधिकारी भरत ठाकुर ने मजदूरों के लिए रहने के लिए बनाए गए शेल्टर तथा बिल्डिंग मैटेरियल कस सामान रखने की जगह पर बुलडोजर चलाने का काम किया अवैध रूप से बनाए गए स्वीमिंग पूल पर मात्र दिखावे के लिए कार्रवाई की गयी। टर्फ के लिए बनाए गए अवैध कार्यालय को तोड़ने का काम किया गया  वहीं दूसरी तरफ मैदान में अवैध तरीके से लगाए गए फुटबाल टर्फ के जाली तक को हाथ नहीं लगाया । सिडको द्वारा की गई इस कार्रवाई से लोगों में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है , जबकि हकीकत में फुटबॉल टर्फ की वजह से ही आसपास की इमारतों में रहने वाले लोगों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है । पता हो कि यह स्कूल पिछले दो साल से निर्माणाधीन इमारत में चल रहा है इस इमारत को न तो ओसी मिली है । और न ही अभी तक सी बी एस ई बोर्ड की मान्यता ही प्राप्त है । 

टर्फ में खेलने के लिए की जाती है ऑनलाइन बुकिंग 
खेल के मैदान पर अवैध तरीके से बनाए गए टर्फ में खेलने के लिए ऑनलाइन बुकिंग प्रति घंटे के हिसाब से की जाती है साथ ही टर्फ से ही स्कूल प्रबंधन को प्रतिमाह लाखों की कमाई होती है। इस टर्फ के आसपास बनी इमारतों में रहने वाले नागरिकों का कहना है कि जो लोग यहाँ खेलने के लिए आते हैं वे लोग मैदान पर काफी शोर शराबा करते हैं और खेलते समय अश्लील भाषा का भी इस्तेमाल करते है जिसकी वजह से  परेशानी होती है और इन इमारतों में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी प्रभावित होती है। मैदान के करीब बनी एक इमारत में रहने वाले विजय कुमार नामक व्यक्ति ने बताया कि इस बात को लेकर स्कूल के प्रबंधन से कई बार बात की गयी लेकिन स्कूल प्रबंधन ने लोगों की शिकायत पर कभी भी गौर नहीं किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सिडको ने जब कार्रवाई की ही थी तो फ़ुटबाल टर्फ को हटाने का काम करना चाहिए ताकि इस खेल के मैदान का उपयोग सार्वजनिक रूप से किया जा सकता लेकिन सिडको ने अपनी कार्रवाई में ऐसा कुछ भी नहीं किया। इसके साथ ही सिडको के अतिक्रमण दस्ते ने सेक्टर 5 में बने किसी भी अवैध गैरेज पर अपना बुलडोजर नहीं चलाया। इस संन्दर्भ में सिडको के मुख्य सतर्कता अधिकारी सुरेश मेंगड़े से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। 

Monday, July 1, 2024






 

प्रतापगढ़ परिवार' के स्नेह सम्मेलन में दिखा बेल्हा का जलवा


 Karmbhumi News Nwtwork 

मुंबई/ प्रतापगढ़ परिवार द्वारा मुंबई के सायन स्थिति पेनिनसुला होटल में सिर्फ प्रतापगढ़ वालों का पांचवां परिचय एवं स्नेह सम्मेलन धूमधाम से सम्पन्न हुआ। डाक्टर अमर डी.मिश्र के मार्गदर्शन एवं चंदीपुर धाम के संचालक अरुण मिश्रा के संयोजन में आयोजित इस समारोह में मुंबई,ठाणे, कल्याण, मीरा-भाईंदर, डोंबिवली,नवी मुंबई, पालघर में रहने वाले प्रतापगढ़ के सामान्य से लेकर, उद्योगपति, अफसर, साहित्यकार, पत्रकार,सभी क्षेत्र के लोगों भारी उपस्थिति रही। इससे पूर्व प्रथम और द्वितीय सम्मेलन डाक्टर अमर मिश्र, तृतीय सम्मेलन एड्.विनय दूबे व अरविंद शुक्ला,चौथा सम्मेलन दिनेश त्रिपाठी ने संयोजित किया था। पांचवें सम्मेलन के अध्यक्ष पूर्व आयुक्त पं. के.एस. मिश्र ने प्रतापगढ़ की तमाम विभूतियों और गौरवशाली इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि, 'प्रतापगढ़ के ही हास्य कवि सुरेश मिश्र हैं जिन्हें इस वर्ष का हिंदी राज्य साहित्य अकादमी का सर्वोच्च सम्मान 'साने गुरुजी राष्ट्रीय एकता जीवन गौरव पुरस्कार' प्रदान किया गया और इनकी लिखी दो कविताएं 'नदी की पुकार' और 'मां बाप से बढ़कर कोई भगवान नहीं है' महाराष्ट्र शिक्षा बोर्ड पुणे के पाठ्यक्रम में शामिल की गई हैं इसलिए ऐसे लोगों का प्रतापगढ़ परिवार की तरफ़ से विशेष सम्मान होना चाहिए।' मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली से पधारे आईएएस योगेश मिश्र, पं. बृजेश पांडेय ने प्रतापगढ़ की समस्याओं का जिक्र किया,साथ ही मुंबई तथा उपनगरों में रहने वाले बहुत सारे अन्य प्रतिष्ठित लोगों को भी जोड़ने का आवाहन किया। मंच से एड्.बद्रीप्रसाद पांडेय ,विजय पंडित, पंकज मिश्र, वी.के. मिश्र, सुनील दामोदर दूबे ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। प्रतापगढ़ के लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने का मिशन चला रहे मार्गदर्शक डाक्टर अमर मिश्र ने प्रतापगढ़ परिवार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला तो  मातृ भक्ति के अनन्य उपासक, मुख्य संयोजक अरुण मिश्र ने चंदीपुर धाम और अपनी स्वर्गीय माता को याद कर भावुक विचार व्यक्त किया। संपूर्ण समारोह का संचालन हास्य कवि सुरेश ने किया और उन्होंने अपनी कविताओं से श्रोताओं को लोटपोट कर दिया। इससे पहले दीपक सुहाना और मुकेश त्रिपाठी की टीम ने बेहतरीन प्रस्तुति दी। पांचवें सम्मेलन में प्रतापगढ़ियों की भारी भीड़ देखने को मिली। सभी उपस्थित लोगों का अरुण मिश्र ने गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर पंडित दिनेश त्रिपाठी, लक्ष्मण द्विवेदी, संदीप शुक्ला,दुर्गेश पांडेय,एड. रमेश त्रिपाठी, अंकित त्रिपाठी, अविनाश पांडेय, अनिल बारी, के.के तिवारी, महेंद्र तिवारी, भोला गिरी, लालजी यादव, मुन्ना पांडेय, पवन शुक्ला अरविंद शुक्ला,राजेश मिश्र, संतोष पाण्डेय, एड्.विनय दूबे, प्रदीप मिश्र, आनंद पांडेय, राजेश्वर दूबे, दिनेश दूबे,पवन पांडेय, रितेश्वर मिश्र सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

Saturday, May 4, 2024


 

Wednesday, May 1, 2024

ठाणे में बीजेपी और गणेश नाईक को रोकने में मुख्यमंत्री सफल

 



मनीष अस्थाना 
नवी मुंबई। पिछले दस वर्षों में ठाणे जिले और ठाणे, नवी मुंबई, मीरा-भाईदर शहरों में बढ़ी ताकत का हवाला देते हुए, भाजपा इस सीट पर दावा कर रही थी और कोशिश कर रही थी कि ठाणे जिले के शहरी क्षेत्र पर अपना दबदबा कायम करने के लिए सीट अपने कब्जे में लेना चाहती थी । पहले चरण की बातचीत में बीजेपी ने मुख्यमंत्री से इस बात पर जोर दिया था कि ठाणे या कल्याण में से किसी एक सीट दी जाए. यह महसूस करते हुए कि मुख्यमंत्री कल्याण पर पीछे नहीं हट रहे हैं, तो भाजपा ने 'ठाणे' सीट की मांग की। भाजपा ने ठाणे के लिए सीधे तौर पर नवी मुंबई के प्रभावशाली नेता गणेश नाईक का नाम आगे कर मुख्यमंत्री के लिए दोहरी मुसीबत खड़ी कर दी थी । हालांकि, डेढ़ महीने की बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने न केवल ठाणे को बरकरार रखा है, बल्कि जिले के शहरी इलाकों में दबदबा बनाने की कोशिश कर रही बीजेपी को भी कुछ समय के लिए रोक दिया है.
नहीं काम आयी भाजपा की योजना 
जब महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हुई तो योजनाबद्ध तरीके से एक तस्वीर बनाई गई जिसके तहत भाजपा ने ठाणे और कल्याण लोकसभा सीटें मांगी, जिन्हें मुख्यमंत्री के लिए प्रतिष्ठा की सीटें थी । पिछले कुछ सालों में ठाणे लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी की ताकत बढ़ी है. यहां विधायक भी शिंदे सेना की तुलना में अधिक हैं। शिवसेना अब एकजुट नहीं है. साथ ही बीजेपी ने सर्वे का सबूत देकर ठाणे से मुख्यमंत्री की दुविधा बढ़ा दी थी . उस समय मुख्यमंत्री ने यह रुख अपनाया कि 'ठाणे को हम बाद में देखेंगे, इसके बाद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर से कल्याण के लिए श्रीकांत की उम्मीदवारी की घोषणा करके सभी को चौंका दिया। हालांकि शिंदे की शिवसेना की प्रतिक्रियाएं इस तरह की थीं, 'फडणवीस कौन हैं जिन्होंने श्रीकांत की उम्मीदवारी की घोषणा की?' दिलचस्प बात यह है कि यह चर्चा थी कि ठाणे से दुविधा पैदा करने के लिए फडणवीस ने यह कदम उठाया है।

संजीव नाईक को लड़ाना चाहते थे फडणवीस 
ठाणे लोकसभा क्षेत्र के भाजपा  नवी मुंबई से पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश नाईक के बेटे संजीव नाईक को चुनाव मैदान में उतारने का जोर दिया था । गणेश नाईक 12 साल तक ठाणे जिले के संरक्षक मंत्री रहे हैं। वह ठाणे और पालघर जिले की समस्याओं से अच्छी तरह से परिचित भी हैं । उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे और गणेश नाईक के बीच कभी भी पटरी नहीं खाई थी . यहां तक ​​कि जब गणेश नाईक  संरक्षक मंत्री थे, तब भी शिंदे ने उनके साथ कभी मेल-मिलाप नहीं किया। राज्य का शहरी विकास और बाद में मुख्यमंत्री पद मिलने के बाद शिंदे ने नवी मुंबई  में स्वतंत्र रूप से आवागमन शुरू किया। नवी मुंबई मनपा में प्रशासन उसी दिशा में चलता रहा जैसा मुख्यमंत्री कहते थे। इससे परेशान गणेश नाईक ने एक सभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री से कहा, 'नवी मुंबई का नेतृत्व तय करने वाले आप कौन होते हैं?' कहा जा रहा है कि सर्वे का हवाला देकर भी भाजपा शिवसेना से ठाणे सीट नहीं ले पायी।  मुख्यमंत्री ने बीजेपी के दिल्लीवासियों को से कहा कि अगर मैं ठाणे छोड़ूंगा तो मेरी राजनीति की नींव हिल जाएगी. और मैं ऐसा कतई नहीं चाहूंगा। 

मुख्यमंत्री का तर्क
एकनाथ शिंदे ने तर्क देते हुए कहा कि आनंद दिघे बीजेपी से ठाणे लोकसभा सीट लाए थे. शिवसैनिक इस बात से सहमत नहीं होंगे कि इसे बीजेपी को वापस दे दिया.जाए  इसके अलावा, दीघे नाईक को उखाड़ फेंकने पर आमादा थे। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं के सामने तर्क दिया कि यह गणेश नाईक को जिताने के लिए शिवसैनिकों का एक साथ होना मुश्किल है. इसलिए डर था कि शिंदेसेना के गढ़ ठाणे में उनके साथ आए कई कार्यकर्ता अपना वोट दूसरी तरफ कर लेंगे. मुख्यमंत्री की दलील अंततः स्वीकार कर ली गई और कहा जाता है कि वह भाजपा के साथ-साथ गणेश नाईक को ठाणे आने से रोकने में सफल रहे।

महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न पुलिस स्टेशनों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कई मामले सामने आए

 


कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क 
नवी मुंबई।  महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर, नवी मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में महिलाओं के खिलाफ विभिन्न अपराध जैसे एक महिला के साथ बलात्कार, ससुराल वालों द्वारा पीड़िता पर अत्याचार, एक बच्ची का अपहरण की सूचना मिली है। महिलाओं के लिए सुरक्षित कहे जाने वाले राज्य महाराष्ट्र में इस समय महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा खड़ा हो गया है।

पता हो कि पिछले दो हफ्ते में लड़कियों के साथ यौन शोषण की दो घटनाएं सामने आई हैं. पहली घटना में, जब लड़की ने स्कूल शिक्षक को बताया कि उसका सौतेला पिता उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहा है। खिदुक पाड़ा गांव की दूसरी घटना में चाचा ने भतीजी के साथ बचपन से ही दुष्कर्म किया, लेकिन शादी के बाद भी उसने उसके पति को उसकी अश्लील तस्वीर भेजकर शादी तोड़ने के लिए मजबूर किया। फिलहाल आरोपी  चाचा पुलिस की गिरफ्त में है.

मंगलवार को महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर सामने आई एक घटना में, जसाई गांव में रहने वाली 35 वर्षीय एक महिला के साथ मध्य प्रदेश के रहने वाले 26 वर्षीय अजीत श्रीवास्तव ने सोना लौटाने के बहाने पनवेल रेलवे स्टेशन के पास बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया।  मंगलवार को सामने आई दूसरी घटना में, पनवेल शहर के कच्छी मोहल्ले में सूफा मस्जिद के पास रहने वाले अनस शेख और उसके परिवार ने 25 वर्षीय एक महिला से छेड़छाड़ की। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि पति द्वारा प्रताड़ना के साथ-साथ अप्राकृतिक शोषण भी किया गया. मंगलवार को तीसवीं घटना में लड़की की मां ने सुबह-सुबह कलंबोली के रोडपाली इलाके के एक ढाबे से 11 साल की लड़की के अपहरण की सूचना दी है.

पिछले साल नवी मुंबई क्षेत्र के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में महिलाओं से संबंधित 703 अपराध दर्ज किए गए थे। इनमें से 689 अपराध नवी मुंबई पुलिस द्वारा प्रकाश में लाए गए। अपराध दर 98% है. पिछले साल 1033 महिलाएं लापता हो गईं, जिनमें से 800 खुद ही लौट आईं और पुलिस ने उनका पता लगा लिया, लेकिन लापता महिलाओं को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन में तेजी नहीं आई है. ऐसा लगता है कि महिला उत्पीड़न, अपहरण, छेड़छाड़ जैसे अपराधों को कम करने के लिए सोशल इंजीनियरिंग के प्रयोग कम हो गए हैं। 

नरेश म्हस्के का मानना ​​है कि हमें एकतरफा जीत मिलेगी

 


कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क 


ठाणे।  लोकसभा चुनाव की लड़ाई कार्यकर्ता बनाम घमंडी सांसद की लड़ाई होने जा रही है. ये लड़ाई एकतरफा होने वाली है. ठाणे से नामांकन प्राप्त करने के बाद नरेश म्हस्के ने कहा, उम्मीदवारी की देर से घोषणा हमारी रणनीति का हिस्सा थी। उम्मीदवारी की घोषणा के बाद म्हस्के की पत्नी ने भी उनकी तारीफ की। 

महायुति में ठाणे की सीट का बटवारा हो गया है . ठाणे से नरेश म्हस्के की उम्मीदवारी की घोषणा की गई है. इसके बाद नरेश म्हस्के ने मीडिया से बातचीत की , नरेश म्हस्के ने कहा, यह लड़ाई कार्यकर्ता बनाम घमंडी सांसद के बीच होने जा रही है. ये लड़ाई एकतरफा होने वाली है. मुझे नहीं लगता कि एकनाथ शिंदे के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है। हमारे बीच उम्मीदवारी को लेकर कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं था, कल हमारी बैठक हुई और उसके बाद एकनाथ शिंदे ने फैसला लिया है। 

  ठाणे का विकास एकनाथ शिंदे के कारण
प्रताप सरनाईक, रवींद्र फाटक ने मुझे फोन किया. हम और हमारे सहयोगी दलों की ओर से चुनाव की तैयारी कर ली गयी है. मेरे पास प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की गारंटी है। मेयर के बाद मैं दिल्ली जाऊंगा. हमारा कार्यकर्ता 365 दिन सड़क पर काम करता है। हम चुनाव तक ही सीमित नहीं हैं. एकनाथ शिंदे की वजह से ठाणे बदल रहा है। ठाणे का विकास एकनाथ शिंदे की देन है। राजन विचारे से हमें कोई चुनौती नहीं है. हम लोगों के साथ 365 दिन काम करते हैं। 

एकनाथ शिंदे ठाणे के किले को अपने पास रखने में सफल रहे
ठाणे लोकसभा के लिए शुरू से ही कई नामों पर चर्चा चल रही है. प्रताप सरनाईक, मीनाक्षी शिंदे जैसे कई नाम सामने आए थे . बीजेपी की ओर से संजय केलकर के नाम पर भी चर्चा हुई. इस सीट के लिए एकनाथ शिंदे ने कई बैठकें कीं. अंततः एकनाथ शिंदे ठाणे का किला अपने पास रखने में सफल हो गये। बीजेपी की जिद को धता बताते हुए एकनाथ शिंदे ने यह सीट बरकरार रखी है. नरेश म्हस्के ने पहले दिन से ही एकनाथ शिंदे का समर्थन किया था। नरेश म्हस्के को सबसे पहले शिवसेना से निकाला गया था, इसलिए एकनाथ शिंदे ने उन्हें अपनी वफादारी का फल दिया है.

सस्पेंस खत्म! शिंदे गुट ने ठाणे से घोषित किया उम्मीदवार; कल्याण से सीएम बेटे को तीसरा मौका

 



कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क 

नवी मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे सीट से उम्मीदवार की घोषणा हो गई है, जो कि महागठबंधन के सीट बंटवारे में सबसे बड़ी चर्चा का विषय बन गया था । ठाणे के पूर्व महापौर और एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के को उम्मीदवार घोषित किया गया है। साथ ही कल्याण निर्वाचन क्षेत्र से मुख्यमंत्री के बेटे और मौजूदा सांसद श्रीकांत शिंदे को तीसरी बार मौका दिया गया है। शिंदे ग्रुप की ओर से इस संबंध में प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी कर दी गयी है। 

रोचक होगा मुकाबला 
उल्लेखनीय है कि बीजेपी की नजर ठाणे सीट पर थी, जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ है. बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने इस सीट से खुद लड़ने की भरपूर कोशिश की. यहां तक ​​कि गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ठाणे निर्वाचन क्षेत्र के लिए जोर लगाया था। लेकिन मुख्यमंत्री शिंदे इस सीट को बरकरार रखने में सफल रहे हैं. पार्टी में विभाजन के बाद से, निष्ठावान कार्यकर्ता जो शिंदे के साथ मजबूती से खड़े रहे हैं, साथ ही पूर्व महापौर नरेश म्हस्के के नाम की घोषणा की गयी है । म्हस्के का सीधा मुकाबला महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवार और उद्धव ठाकरे गुट के मौजूदा सांसद राजन विचारे से होगा।

कल्याण में मुख्यमंत्री के बेटे को मौका
दूसरी ओर, बीजेपी ने भी शिंदे से कल्याण सीट हथियाने की कोशिश की. लेकिन स्थानीय नेताओं और यहां तक ​​कि राज्य के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किए गए इस प्रयास को शिंदे समूह ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। वैशाली दरेकर कल्याण में श्रीकांत शिंदे को चुनौती देने जा रही हैं। ठाकरे ग्रुप ने वैशाली दरेकर को टिकट दिया है.

ठाणे और शिवसेना का पुराना कनेक्शन
शिवसेना और ठाणे सीट का है खास कनेक्शन रहा है  बालासाहेब ठाकरे द्वारा शिवसेना की स्थापना के बाद, ठाणे शिवसेना को सत्ता देने वाला पहला शहर था! 'शिवसेना का ठाणे, ठाणे की शिवसेना' का गणित शिवसेना में विभाजन तक जारी रहा. बेशक, एकनाथ शिंदे समेत 40 विधायकों के अलग-अलग रुख के चलते राज्य की तरह पारंपरिक शिवसेना वोटर वाले ठाणे में भी 2 गुटों में विभाजित हो गयी है। . इस साल के लोकसभा चुनाव के लिए भी ठाकरे ग्रुप ने राजन विचारे को लगातार तीसरी बार सांसद का टिकट दिया है. ठाणे के स्थानीय बीजेपी नेता कह रहे थे कि चूंकि शिंदे गुट के पास कोई उम्मीदवार नहीं है, इसलिए उन्हें ठाणे सीट से नहीं  लड़ना चाहिए. यहां तक ​​कि उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नेताओं के सामने भी निर्भीकता से अपना पक्ष रखा. दिलचस्प बात यह है कि इस भूमिका को वरिष्ठों ने स्वीकार कर लिया। ऐसा देखा गया कि शिंदे के लिए मुख्यमंत्री पद तक छोड़ने वाली बीजेपी ने ठाणे सीट छोड़ने के लिए कदम उठाया.

Sunday, March 31, 2024

आरपीएफ सहायक उपनिरीक्षक पांडेय सेवानिवृत्त


 

मुंब्रा. रेलवे सुरक्षा बल के सहायक उप निरीक्षक ओम प्रकाश राम प्रसाद पांडेय के सेवानिवृत्त होने पर मुंब्रा आरपीएफ कार्यालय में 31 मार्च को विदाई समारोह का आयोजन किया गया. ओम प्रकाश पांडेय 40 वर्षों तक सफलता पूर्वक सेवा देते हुए सेवानिवृत्त हुए. इस दौरान पांडेय को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा. रविवार को आयोजित हुए विदाई समारोह में मुंब्रा निरीक्षक पवन कुमार ,दिवा के आरपीएफ के निरीक्षक गिरीश चंद्र तिवारी, उपनिरीक्षक सुभाष चंद्र शर्मा, जावेद शेख, प्रतिभा सालुंके, एसबी सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, हिंदी दैनिक नवभारत के ठाणे प्रभारी राकेश पांडेय, राम प्रताप विश्वकर्मा, शिवशक्ति ब्रह्मांड कल्याण सेवा संस्था संस्थापक रामजी तिवारी, कैलाश नाथ दुबे, भरत तिवारी, भावेश तिवारी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे. मालूम हो कि ओम प्रकाश पांडेय की आरक्षक के तौर पर पहली पोस्टिंग परेल वर्कशॉप में हुई थी. वर्ष 1984 में आरपीएफ में भर्ती हुए पांडेय मुंबई सहित उप नगरों के स्टेशनों पर तैनात रहे. वर्ष 2006 में हवलदार के तौर पर इनका प्रमोशन हुआ. इसके बाद वर्ष 2018 में सहायक उपनिरीक्षक पद पर इनकी पदोन्नति हुई. सहायक उपनिरीक्षक के पद पर कार्य करते हुए ओमप्रकाश पांडेय मुंब्रा आरपीएफ से रविवार 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गए. मुंब्रा आरपीएफ कार्यालय में विदाई समारोह में बधाई देने वालों का तांता लगा रहा.

Monday, March 18, 2024

अपने परिवार में अजीत पवार पड़े अलग थलग


 

अजित पवार ने बारामती में इन दिनों भावनात्मक अपील करते हुए नजर आ रहें हैं उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि  मैं परिवार में अकेला रह जाऊंगा, आप मेरा साथ दें. जिसके बाद ये बात सामने आ रही है कि अजित पवार वाकई परिवार में अलग-थलग पड़ गए हैं. अजित पवार के करीबी भाई श्रीनिवास पवार ने अजित पवार के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है. सुप्रिया सुले की मुहिम में भाभी शर्मिला पवार भी शामिल हो गई हैं. अजित पवार ने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि उन्हें परिवार से अलग-थलग न किया जाए. तो अब चर्चा शुरू हो गई कि क्या अजित पवार को परिवारों को अलग-थलग कर दिया है.

अजित पवार बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन अजित पवार का बीजेपी में शामिल होना पवार परिवार को पसंद नहीं आया. तो अब अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार और उनकी पत्नी शर्मिला पवार ने अजित पवार के खिलाफ और सुप्रिया सुले के समर्थन में प्रचार शुरू कर दिया है इससे एक बार फिर राजनीति में सियासी घमासान की चर्चा होने लगी है.

चाचा के खिलाफ भतीजा
अजित पवार ने जो कहा था वह अब सच होता दिख रहा है. सबसे पहले अजित पवार के खिलाफ उनके भतीजे युगेंद्र पवार मैदान में उतरे. शरद पवार के जन्मदिन के मौके पर युगेंद्र पवार ने बारामती में एक भव्य कुश्ती का आयोजन किया. इसके बाद अब योगेन्द्र पवार सीधे बारामती में चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं. सुप्रिया सुले ने बारामती में कहा था कि हर चुनाव की तरह, पवार परिवार से मेरे भाई और भाभी मेरे लिए प्रचार करेंगे और वही हुआ।

बारामती से पत्र वायरल
इसी बीच सोशल मीडिया पर 'बारामती  की भूमिका' शीर्षक से एक पत्र वायरल हो गया. इसमें सीधे तौर पर पवार परिवार के अंदरूनी मामले उजागर हुए और राजेंद्र पवार ने सीधे तौर पर अजित पवार पर निशाना साधा. राजेंद्र पवार के बाद सुनंदा पवार और साई पवार को इंदापुर में चुनाव प्रचार करते देखा गया.

पूरा परिवार अजित पवार के खिलाफ है
अजित पवार की भावनात्मक अपील के बाद सुप्रिया सुले के लिए प्रचार करने के लिए पवार परिवार के अन्य सदस्य मैदान में उतर गए हैं. युगेंद्र पवार, सुनंदा पवार, साई पवार राजेंद्र पवार और अब शर्मिला और श्रीनिवास पवार प्रचार में उतर आए हैं और सीधे तौर पर अजित पवार की आलोचना करने लगे हैं. रोहित पवार पहले ही अपने चाचा के खिलाफ मोर्चा संभालते नजर आ चुके हैं.

इंदापुर और पुरंदर में विरोध
एक तरफ बीजेपी और अजित पवार सुप्रिया सुले का तख्तापलट करने के लिए कमर कस रहे हैं. वहीं, अब महागठबंधन के नाम भी सामने आने लगे हैं. एक तरफ इंदापुर में हर्षवर्धन पाटिल तो दूसरी तरफ पुरंदर में विजय शिवतारे अजित पवार का विरोध करते नजर आ रहे हैं. विजय शिवतारे ने घोषणा की कि वह बारामती लोकसभा क्षेत्र से सीधे चुनाव लड़ेंगे. इसलिए तस्वीर यह है कि आने वाले समय में सुनेत्रा पवार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।


यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि सुप्रिया सुले के खिलाफ सुनेत्रा पवार चुनाव लड़ेंगी. बारामती में सुनेत्रा पवार का प्रचार अभियान भी शुरू हो गया है. इस अभियान में सुनेत्रा पवार और जय पवार घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शरद पवार की हार महत्वपूर्ण है.

श्रीनिवास पवार अब सीधे तौर पर अजित पवार के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं. इसलिए अजित पवार के समर्थक श्रीनिवास पवार का विरोध कर रहे हैं. वहीं शरद पवार के समर्थक श्रीनिवास पवार का समर्थन करते नजर आ रहे हैं.

अजित पवार शरद पवार की उंगली पकड़कर राजनीति में आए थे, लेकिन अब अजित पवार ने अपने चाचा का साथ छोड़ दिया है. जिस शरद पवार ने अजित पवार को राजनीति की ट्रेनिंग दी, अजित पवार ने अपने चाचा का साथ छोड़ दिया.  

Thursday, March 14, 2024

नवी मुंबई में विजय चौगुले और गणेश नाईक के बीच आखिर कैसे मधुर होंगे रिश्ते ?


 

यहाँ मतभेद नहीं बल्कि मनभेद का विवाद है 

मनीष अस्थाना
नवी मुंबई में भाजपा नेता गणेश नाईक और शिवसेना जिला प्रमुख विजय चौगुले के बीच रिश्ते दिन ब दिन खराब होते जा रहें हैं राज्य में भाजपा शिवसेना की सरकार होने के बावजूद आपसी रिश्तों को सुधारने का कोई प्रयास नहीं किए जा रहें और न ही दोनो दलों के वरिष्ठ नेता दोनों लोगों के बीच रिश्तों को सुधारने में गंभीर दिखाई दे रहें है। जिसकी वजह से दोनों लोगों के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बढ़ते विवाद के कारण अब एक दूसरे के समर्थक भी खुलकर सामने आने लगे हैं जिसकी वजह से विवाद और भी तूल पकड़ रहा है। 

इन दिनों जिस तरह से दोनो के बीच वाद विवाद चल रहा है उसके बाद नवी मुंबई में इस बात की जोरदार चर्चा की जा रही है कि मतभेद तो किसी तरह दूर किए जा सकते हैं लेकिन मनभेद को दूर नहीं किया जा सकता है । गणेश नाईक और शिवसेना जिला प्रमुख विजय चौगुले के बीच मनभेद है जिसे कोई भी वरिष्ठ नेता दूर नहीं कर सकता है और यही बात दोनों पार्टियों के लिए नुकसानदायक साबित होगी। इन दोनों लोगों के बीच कोई नया विवाद नहीं है विवाद काफी पुराना है। जिसे सुलझाने के कोई प्रयास अतीत में नहीं किए गए जिसकी वजह से दोनों के बीच मनभेद गहरे ही होते चले गए। देखा जाए तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना में गणेश नाईक के विरोधी सिर्फ विजय चौगुले ही नहीं बल्कि किशोर पाटकर , सुरेश कुलकर्णी भी हैं जो खुलकर नाईक परिवार का विरोध करते हुए देखे जाते हैं। लेकिन विजय चौगुले और गणेश नाईक के बीच मनभेद कुछ अधिक है शायद इसलिए यह दोनों लोग एक दूसरे की निजी जिंदगी को लेकर भी एक दूसरे पर हमलावर रहते हैं।  

इन दिनों गणेश नाईक के बेटे संजीव नाईक लोकसभा टिकट को लेकर दावेदार बने है ऐसे में पार्टी की जीत के लिए दोनो के बीच सामंजस्य होना बेहद जरूरी है ।गणेश नाईक और विजय चौगुले के बीच वाकयुद्ध कोई पहली बार नहीं छिड़ा है इससे पहले भी दोनों के बीच वाकयुद्ध होते रहे हैं। इसी आपसी मनभेद की वजह से राज्य में भाजपा - शिवसेना की सरकार होने के बावजूद एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता कभी भी गणेश नाईक के साथ एक मंच पर नहीं आए हालांकि कई मौके ऐसे आए जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नवी मुंबई में मनपा के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आये लेकिन उन कार्यक्रमों में विजय चौगुले दिखाई नहीं दिए। ठाणे लोकसभा सीट से गणेश नाईक के पुत्र संजीव नाईक की दावेदारी के बाद नवी मुंबई में एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने दबी जुबान से विरोध करना भी शुरू कर दिया गया। कुछ दिनों पहले नवी मुंबई में एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पदाधिकारी ऐरोली में राजन विचारे के साथ एक मंच पर मौजूद थे , इससे इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि लोकसभा का टिकट संजीव नाईक को पार्टी दे देती है तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पदाधिकारी राजन उद्धव ठाकरे की शिवसेना के प्रत्याशी राजन विचारे के लिए काम करने में तनिक भी संकोच नहीं करेंगे जिसका नुकसान भाजपा को उठाना पड़ सकता है। 

अभी कुछ दिनों पहले दीघा में मनपा के एक स्कूल के उद्घाटन को लेकर जिस तरह का माहौल बना और विजय चौगुले तथा गणेश नाईक के बीच जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया वह दोनों दलों को आगे बढ़ाने वाली कतई नहीं थी। उसके बाद गणेश नाईक के समर्थकों ने खुलकर कहना शुरू कर दिया है कि विजय चौगुले का व्यवहार गठबंधन के लिए ठीक नहीं है , कुछ इसी तरह के आरोप गणेश नाईक पर भी लगाए जा रहें हैं। गणेश नाईक की तरफ से अनंत सुतार ने मोर्चा संभाल रखा है जबकि विजय चौगुले अपना मोर्चा खुद संभाले हुए हैं। 

'कमल पर चुनाव लड़ें'; बीजेपी के प्रस्ताव पर राज ठाकरे का तीखा जवाब

 



मुंबई: आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में इस समय राजनीतिक गलियारों में बीजेपी-एमएनएस गठबंधन की जमकर चर्चा हो रही है. लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि एमएनएस लोकसभा चुनाव लड़ेगी या नहीं. इसी तरह जानकारी सामने आई है कि बीजेपी ने एमएनएस को लोकसभा चुनाव के लिए 1 से 2 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है. लेकिन बीजेपी और शिवसेना ने यह चुनाव कमल के निशान पर लड़ने की मांग की है. लेकिन इस प्रस्ताव को मनसे ने खारिज कर दिया है  लेकिन सूत्रों ने जानकारी दी है कि बीजेपी फिर से एमएनएस के पास प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रही है। 

उल्लेखनीय है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. पिछले कई दिनों से मनसे के महागठबंधन में शामिल होने की चर्चा चल रही है. उधर, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने आदेश दिया है कि लोकसभा चुनाव लड़ना है या नहीं, इसका फैसला मैं अगले तीन से चार दिनों में करूंगा, लेकिन तब तक आप काम करते रहिए. ऐसे में जानकारी सामने आई है कि महायुति ने एमएनएस को 1 से 2 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है. लेकिन राज ठाकरे ने बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ने के महागठबंधन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है इसलिए महागठबंधन की ओर से एमएनएस को नया प्रस्ताव दिये जाने की संभावना है. सूत्रों ने एक-दो दिन में फिर से नया प्रस्ताव दिये जाने की संभावना जतायी है.

कुछ दिन पहले मनसे प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. ऐसा देखा जा रहा है कि मनसे को कैसे साथ लिया जा सकता है, इसके लिए वरिष्ठ स्तर पर चर्चा चल रही है. इसके साथ ही कुछ दिन पहले उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि मनसे और हमारी स्थिति में ज्यादा अंतर नहीं है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, ''मनसे द्वारा अपनाया गया व्यापक रुख हमारे साथ असंगत नहीं है। इसलिए, हम क्षेत्रीय पहचान को स्वीकार करते हैं। हमें महाराष्ट्र में रहते हुए मराठी लोगों के मुद्दों को उठाना चाहिए। हमने यह भी महसूस किया कि एक व्यापक रुख होना चाहिए। 

अटल सेतु से बेहतरीन बस यात्रा; बस का नंबर क्या है, टिकट के दाम कितने हैं?

 


नवी मुंबई।  मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ने वाले ट्रांस हार्बर लिंक रोड यानी अटल सेतु से, जिसे देश का अब तक का सबसे लंबा समुद्री पुल कहा जाता है। साल 2024 की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर में इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्घाटन किया. उसके बाद से कई वाहन इस अटल पुल पर आवागमन करने और अपने इच्छित गंतव्य तक पहुँचते थे। यह अटल सेतु शहर में यातायात की भीड़ को कम करने और यात्रा के समय को बड़े अंतर से कम करके कई लोगों के लिए फायदेमंद साबित हुआ। अब इस मार्ग पर बेस्ट बस का सफर भी शुरू हो गया है.

गुरुवार (आज) से BEST की ओर से यात्री बस सेवा इस अटल सेतु मार्ग से शुरू हो गई है, जो नवी मुंबई को मुंबई के मुख्य शहर से सीधे जोड़ता है। यह बस वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (मुंबई) से कोकण भवन (सीबीडी बेलापुर) के रूट पर चलेगी।

अटल सेतु के उद्घाटन के बाद से ही इस रूट पर BEST की बस सेवा शुरू करने की मांग की जा रही थी . जिसके बाद कई बातों पर विचार करते हुए BEST ने बस संख्या S-145 बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया. दरअसल, इस यात्रा को शुरू करने से पहले BEST की ओर से इस रूट का परीक्षण किया गया और उसी के अनुसार यह फैसला लेकर बस सेवा शुरू की गयी। 

उक्त निर्णय के बाद अब यह बस सेवा सोमवार से शनिवार तक यात्रियों की सेवा में शामिल होगी. दिन की पहली बस कोकण भवन सीबीडी से सुबह 7.30 और 8 बजे रवाना होगी। तो, बस वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से शाम 5:30 बजे और 6 बजे रवाना होगी।

अटल सेतु से बसों का रूट क्या होगा?
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर → यशवंतराव चव्हाण फाउंडेशन (मंत्रालय) → डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी चौक → छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (जीपीओ) → ईस्ट फ्रीवे अटल सेतु → उल्वे नोड → किल्ले गाँव थन → बामन डोंगरी रेलवे स्टेशन → कोकण भवन सीबीडी बेलापुर

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से कोकण भवन सीबीडी तक पूरी यात्रा के लिए बस किराया वर्तमान में 225 रुपये है। तो, इस बस यात्रा के लिए न्यूनतम किराया 50 रुपये होगा। बेस्ट प्रशासन की ओर से यात्रियों से इस बस सेवा का लाभ उठाने की अपील की जा रही है, जिसे यात्रियों की मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है.

Wednesday, March 13, 2024

उलवे में बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानें बेच रही सिडको


 

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से शुरू 


नवी मुंबई। सिडको ने नवी मुंबई के उल्वे नोड में बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानें बेचने की योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत उल्वे नोड में व्यवसायियों के लिए 243 दुकानें उपलब्ध कराई गई हैं।  सिडको द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार इस योजना के माध्यम से, सिडको के उल्वे नोड में बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानों को ई-टेंडरिंग और ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है। उक्त प्रक्रिया के लिए एक वेबसाइट https://eauction.cidcoindia.com/ उपलब्ध कराई गई है। योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की अवधि 14 मार्च 2024 से 13 अप्रैल 2024 तक है। योजना का परिणाम 15 अप्रैल 2024 को घोषित किया जाएगा।

पता हो कि उल्वे नोड को रेल और सड़क मार्ग से अच्छी कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। बामन  डोंगरी में सिडको हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की नेरुल-उरण उपनगरीय रेलवे लाइन पर बामांडोंगरी स्टेशन के माध्यम से कनेक्टिविटी है। साथ ही, इस हाउसिंग कॉम्प्लेक्स का क्षेत्र MATHL समुद्री पुल से कुछ दुरी पर है । नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और जेएनपीटी पोर्ट सभी बुनियादी सुविधाओं से परिपूर्ण इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रेरक कारक होंगे।

सिडको आवासीय एवं वाणिज्यिक भूखंडों, दुकानों, वाणिज्यिक परिसरों की बिक्री के लिए लगातार योजनओं पर काम कर रहा है । अब तक लागू की गई योजनाएं नागरिकों, से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. इस योजना के माध्यम से उल्वे क्षेत्र में व्यापार वृद्धि के अवसर व्यवसायियों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं और विशेष रूप से मध्यम और छोटे व्यवसायियों के लिए यह योजना बहुत उपयोगी है। हालांकि, सिडको ने अपील करते हुए कहा है कि ज्यादा से ज्यादा प्रोफेशनल्स इस स्कीम का फायदा उठाएं.  

“सिडको ने नवी मुंबई में उल्वे नोड के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में दुकानें बेचने की योजना प्रस्तुत की है। विशेष रूप से छोटे और मध्यम व्यापारियों के लिए यह योजना बहुत उपयोगी होगी और मैं अधिक से अधिक व्यापारियों से इस योजना का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं।
 विजय सिंघल
उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
 


सिडको की अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए दो नए मार्गों की योजना


 

नवी मुंबई। नवी मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट लाइन 1  शुरू होने के बाद, सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सिडको) नवी मुंबई एयरपोर्ट इन्फ्लुएन्स नोटिफाइड एरिया (NAINA) में दो नए मार्गों के साथ अपने मेट्रो नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बनाई है। इन मार्गों को निर्माणाधीन नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और व्यापक शहर तक कनेक्टिविटी बढ़ाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। यह कदम क्षेत्र के लिए सिटी और सिडको की व्यापक गतिशीलता योजना का हिस्सा है।

मेट्रो विस्तार के लिए 690 करोड़ का बजट 
जानकारी के अनुसार सिडको ने इन परियोजनाओं के लिए आगे बढ़ाने के लिए एक सलाहकार नियुक्त करने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की है। माना जा रहा है कि सिडको का यह कदम केंद्र सरकार से अनुदान सुरक्षित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण प्रयास  है। सिडको के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने हाल ही में प्रस्तुत वार्षिक बजट में नैना क्षेत्र के विकास के लिए 539.37 करोड़ रुपये और क्षेत्र में मेट्रो विस्तार के लिए 690 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के 25 किमी के दायरे में 174 गांवों को शामिल करते हुए, नैना 371 वर्ग किमी को कवर करता है।

पनवेल तथा तलोजा के लोगों को होगी सुविधा 
सिडको ने नैना क्षेत्र के भीतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए दो नए मेट्रो मार्गों का प्रस्ताव दिया है। पहले मार्ग की योजना उल्वे तटीय सड़क से रायगढ़ के अंबिवली तक बनाई गई है, जिसमें नैना क्षेत्रों से हवाई अड्डे तक कनेक्टिविटी में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। विचाराधीन दूसरा प्रस्तावित मार्ग कलंबोली-चिखले-कोन कॉरिडोर है। नवी मुंबई हवाई अड्डे के प्रभाव अधिसूचित क्षेत्र और हवाई अड्डे के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के अलावा, इस मार्ग का उद्देश्य तलोजा एमआईडीसी, पनवेल और पड़ोसी क्षेत्रों जैसे प्रमुख स्थानों तक पहुँचने में आसानी हो जाएगी। 

केंद्र सरकार देगी 20 प्रतिशत अनुदान 
इस बारे में सिडको के जनसंपर्क अधिकारी (नैना), मोहन निनावे ने बताया कि तलोजा से हवाई अड्डे (लाइन 2, 3, और 4), बेलापुर से मानखुर्द (लाइन 8 ए), और हवाई अड्डे से बेलापुर (लाइन 1 ए) तक कनेक्शन बनाए जा रहे हैं।  उन्होंने बताया कि "नवी मुंबई मेट्रो लाइनों द्वारा तय की गई कुल दूरी 40 किमी है, और नैना में यह 30 किमी होगी, जो कुल 70 किमी होगी। मोहन निनावे के अनुसार, केंद्र सरकार से 20 प्रतिशत अनुदान की उम्मीद है। 

निनावे ने प्रस्तावित मेट्रो लाइनों के औचित्य के लिए सरकार की मेट्रो रेल नीति के अनुसार बनाई जाने वाली योजना के बारे में बताया । सिडको ने सीएमपी तैयार करने के लिए सलाहकारों को नियुक्त करने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक बार सीएमपी को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, सिडको परियोजना के वित्तीय अनुदान के लिए के लिए केंद्र सरकार से संपर्क किया जाएगा। 

Thursday, March 7, 2024

ठाणे लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटे विनय सहस्त्रबुद्धे

 


भाजपा को सीट मिली तो संजीव नाईक भी दावेदार 

मनीष अस्थाना 
नवी मुंबई। ठाणे लोकसभा चुनाव जीतने के लिए किसी भी प्रत्याशी के लिए नवी मुंबई की दोनों विधानसभा सीटें खासी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दोनों सीटें किसी भी प्रत्याशी की हार जीत में अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेंगी , इसीलिए भाजपा के दोनों दावेदार पूर्व सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे और गणेश नाईक के पुत्र तथा पूर्व सांसद संजीव नाईक यह दोनों लोग नवी मुंबई में अपना जनसम्पर्क बढ़ाते हुए अपनी अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हुए हैं। हालांकि ठाणे लोकसभा सीट एकनाथ शिंदे की शिवसेना को मिलेगी या फिर भाजपा के खाते में जाएगी इस बात का पता सीट बटवारे के बाद चलेगा। लेकिन इन दोनों दावेदारों ने अपना जनसंपर्क मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है। 

उल्लेखनीय है कि विनय सहस्रबुद्धे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े हुए हैं और एक बार राज्यसभा से सांसद भी रह चुके हैं , साथ ही अनुभवी व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं जबकि भाजपा के दूसरे दावेदार संजीव नाईक नवी मुंबई के दिग्गज नेता माने जाने वाले गणेश नाईक के पुत्र हैं , संजीव नाईक भी एक बार एनसीपी के टिकट पर ठाणे लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद रह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में जब एनसीपी और कांग्रेस की सरकार थी और गणेश नाईक मंत्री हुआ करते थे उस समय नवी मुंबई में नाईक परिवार की तूती बोला करती थी ठाणे जिले के अन्य हिस्सों में भी गणेश नाईक की गिनती दिग्गज नेताओं में की जाती थी। लेकिन 2014 के बाद गणेश नाईक का राजनीतिक साम्राज्य में दरारें पड़नी शुरू हो गयी। उनके बहुत से अपने लोगों ने नाईक परिवार से किनारा कर लिया। 

2014 की हार के बाद गणेश नाईक ने 2019 में भाजपा के साथ जाने का निर्णय लिया और अपने पूरे दलबल के साथ भाजपा में चले गए और ऐरोली से विधानसभा का चुनाव लड़ा। हालांकि उस समय गणेश नाईक बेलापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन उन्हें बेलापुर से टिकट नहीं मिला जबकि ऐरोली विधानसभा सीट से उनके पुत्र संदीप नाईक को पार्टी ने टिकट दिया लेकिन संदीप नाईक के मना करने के बाद ऐरोली विधानसभा से गणेश नाईक को टिकट दिया गया और वे जीत भी गए। जीतने के बाद भाजपा में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हुए दिखाई देने लगे। 2022  में शिवसेना में बगावत होने के बाद जब राज्य में भाजपा - शिवसेना एकनाथ शिंदे की सरकार बनी तो उन्हें पूरा विश्वास था कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला बल्कि उन्हें नवी मुंबई में संगठन को मजबूत करने का काम दिया गया। 

जिस दिन से गणेश नाईक ने भाजपा का झंडा पकड़ा था उसी दिन से नवी मुंबई भाजपा में दो गुट बन गए थे एक गुट गणेश नाईक का तथा दूसरा गुट मंदा म्हात्रे का , यह गुटबाजी आज भी नवी मुंबई भाजपा में बरक़रार है। हालांकि कुछ लोगों के विरोध के बाद भी गणेश नाईक अपने बेटे संदीप नाईक को नवी मुंबई भाजपा का अध्यक्ष बनाने में कामयाब हो गए इसके बाद पूरा नाईक परिवार पार्टी को मजबूत करने के सहारे अपनी खोई राजनीतिक पृष्ठभूमि को मजबूत करने में जुट गया साथ ही संजीव नाईक को बतौर ठाणे लोकसभा प्रत्याशी के रूप में पेश किया जाने लगा। हालांकि राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा की  जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद का विरोध करते हैं ऐसे में जब एक ही परिवार का कोई व्यक्ति विधायक हो और एक पार्टी का जिला अध्यक्ष तो फिर उसी परिवार के व्यक्ति को लोकसभा का टिकट कैसे मिल सकता है ? यही बात भाजपा के दूसरे दावेदार विनय सहस्रबुद्धे के लिए संजीवनी साबित हो सकती है। 

वैसे नवी मुंबई में जो लोग एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ है वे लोग गणेश नाईक के कट्टर विरोधी है वे लोग किसी भी कीमत पर नाईक परिवार को समर्थन नहीं करेंगे , चर्चा है कि यदि भाजपा संजीव नाईक को टिकट दे भी देती है तो नाईक विरोधी उद्धव ठाकरे के लिए काम कर सकता है यदि ऐसा होता है तो भाजपा को एक सीट का नुकसान झेलना पड़ेगा। सूत्रों का कहना है कि भाजपा इन सभी पहलुओं पर भी गंभीरता पूर्वक विचार कर रही है। माना जा रहा है इस आंतरिक विरोध का फायदा विनय सहस्रबुद्धे को मिलेगा इसलिए वे नाईक के साथ साथ मंदा म्हात्रे के कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए दिखाई देने लगे हैं। 
 

कुत्ते का पट्टा बता देगा, मैंने ले ली वैक्सीन...; कुत्ते की गर्दन पर क्यूआर कोड, क्या है अवधारणा?

 



नवी मुंबई।  पनवेल में आवारा कुत्तों के गले में मनपा का क्यूआर कोड वाला कॉलर बेल्ट लगाया जाएगा. टीकाकरण टीम की सुविधा के लिए यह बेल्ट प्रत्येक कुत्ते के गले में बांधी जाएगी। इसलिए, पनवेल में लगभग 17,500 कुत्तों को रेबीज टीकाकरण के बाद पट्टे बाँध दिए जाएंगे। मुंबई और पुणे मनपा के बाद पनवेल यह प्रयोग करने वाला राज्य का तीसरी महानगरपालिका बन जाएगी । इस योजना पर 1 करोड़ 48 लाख रुपये का खर्च आने की बात कही गयी है। 
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने भारत को रेबीज मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। वर्ष 2030 तक भारत को रेबीज से मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उसके बाद कोई भी नागरिक रेबीज से संक्रमित न हो। केंद्र सरकार के अभियान की तर्ज पर, पनवेल मनपा का स्वास्थ्य विभाग मनपा सीमा के भीतर शून्य रेबीज कार्यक्रम लागू करेगा। NAPRE 2030 के तहत सभी कुत्तों और बिल्लियों को रेबीज का टीका देकर लोगों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाएगा। पनवेल मनपा टीकाकरण के लिए एक निजी एजेंसी नियुक्त करने जा रहा है इस एजेंसी के माध्यम से  17 हजार 500 कुत्तों का टीकाकरण किया जाएगा। वर्तमान में पनवेल में 500 कुत्तों को पायलट आधार पर टीका लगाया गया है। टीका लगाने के लिए नगर पालिका एक करोड़ 48 लाख रुपये खर्च करेगी और यह अभियान एक निजी एजेंसी के माध्यम से चलाया जाएगा.
QR कोड के फायदे
क्यूआर कोड न केवल रेबीज टीकाकरण के बारे में जानकारी प्रदान करेगा, बल्कि संबंधित कुत्ते का विवरण, पहचान, लिंग, रंग, पहचान चिह्न, टीकाकरण, स्थान के बारे में संयुक्त जानकारी मनपा के स्वास्थ्य विभाग को आसानी से उपलब्ध होगी। कुत्ता किस इलाके में घूमता है इसकी जानकारी भी आपको मिल जाएगी. कुत्ते के मरने के बाद भी उसकी जानकारी लोकेशन सहित मनपा को मिलती रहेगी।
849 प्रति बेल्ट
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि एक कुत्ते के पट्टे के लिए नगर निगम प्रति कुत्ते 849 करोड़ रुपये खर्च करेगा. प्रशासक के रूप में मनपा आयुक्त गणेश देशमुख ने इस खर्च को मंजूरी दे दी है.

मनपा ने यह पहल इसलिए की है ताकि मनपा क्षेत्र के नागरिकों का स्वास्थ्य अच्छा रहे और रेबीज के कारण किसी को मौत का सामना न करना पड़े. इसके लिए कुत्ता प्रेमियों को सहयोग करना चाहिए.
- डॉ। आनंद गोसावी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

Wednesday, March 6, 2024

सिडको की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए 11 हजार 839 करोड़ का प्रावधान


 

नवी मुंबई हवाई अड्डा , गृहनिर्माण परियोजना , नैना शहर का होगा विकास 
जल आपूर्ति योजनाओं पर भी किया जाएगा काम , 11 हजार 902 करोड़ का बजट पेश 
नवी मुंबई। सिडको के उपाध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने वर्ष 2024 - 25 के लिए 11 हजार 902 करोड़ का बजट पेश किया। पेश किए गए बजट में 11 हजार 839 करोड़ रुपए सिडको की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के विकास में खर्च करने का प्रावधान किया गया है। 
वर्ष 2024 - 25 का बजट पेश करते हुए सिडको के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने कहा कि सिडको की नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट , नैना , महागृहनिर्माण परियोजना तथा कई अन्य परियोजनाओं को पूरा करने का काम तेज गति से किया जा रहा है। सिडको आने वाले वर्ष में शहर से कनेक्टिविटी बढ़ाने , पानी की आपूर्ति जैसी परियोजनाओं पर काम कर रही है , विजय सिंघल ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि नवी परियोजनाओं से आम नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी।

सिडको ने विशेष बजट पेश कर भविष्य के लिए चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा है. शहरी विकास के क्षेत्र में एक अग्रणी प्राधिकरण के रूप में, सिडको 50 से अधिक वर्षों से सफल रहा है और शहर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, सिडको ने अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के माध्यम से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। विकास के लिए प्रतिबद्ध, सिडको ने नवी मुंबई और सिडको क्षेत्राधिकार के नागरिकों को अधिक पारदर्शी और सुलभ तरीके से सेवाएं प्रदान करने के लिए ई-गवर्नेंस के लक्ष्य को काफी हद तक हासिल कर लिया है।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नैना (नवी मुंबई हवाई अड्डा प्रभाव अधिसूचित क्षेत्र), नोडल वर्क्स, नवी मुंबई मेट्रो परियोजना, जल आपूर्ति योजना, ठाणे क्लस्टर विकास, उल्वे तटीय रोड, खारघर-तुर्भे लिंक रोड, रेलवे, पालघर जिला मुख्यालय, कॉर्पोरेट परियोजनाएं और न्यू सिटी प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाओं के लिए रु. 11,839.29 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं।

सिडको ने अपने बजट में  जिन जिन परियोजनाओं के लिए राशि आबंटित की है वे इस प्रकार हैं 
  राशि (करोड़)
1 आवास रु. 4018.74
2 हवाई अड्डा रु. 977.15
3 नोडल लोक निर्माण (नोडल कार्य) रु. 811.90
4 जलापूर्ति रु. 730.16
5 मेट्रो रु. 610
6 नैना रु. 569.37
7 ठाणे एकीकृत विकास (ठाणे क्लस्टर) रु. 400.23
8 उल्वे समुद्री मार्ग रु. 400.22
9 खारघर तुर्भे लिंक रोड रु. 300.00
10 रेलवे रु. 284.28
11 पालघर परियोजना रु. 118.65
12 कॉर्पोरेट परियोजनाएं रु. 24.40
13 नये शहर रु. 603.59
14 अन्य रु. 1990.60
कुल रु. 11839.29

सिडको के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने कहा कि सिडको ने अब तक कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। और देश के विकास के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही की उसी भावना के साथ 2024-25 के लिए अधिकतम रु. 11,839.29 करोड़ (व्यय) और रु. 11902.69 करोड़ (जमा) का बजट पेश किया गया है. वर्ष 2023-2024 के लिए संशोधित बजट रुपये अनुमानित है। सिडको का लक्ष्य बजट पारदर्शिता, जवाबदेही, अच्छी लेखांकन प्रथाओं और सिडको के प्रदर्शन के सिद्धांतों के माध्यम से प्रगति हासिल करना है।

Tuesday, March 5, 2024

124 गांवों की तीसरी मुंबई; अटल सेतु के पास नया शहर बसाने का काम शुरू

 



नवी मुंबई। मुंबई और नवी मुंबई दोनों शहरों की जनसंख्या बढ़ रही है। तीसरी मुंबई बनाने का काम शुरू किया जा चुका है . राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. अटल सेतु के पास 124 गांवों के साथ तीसरी मुंबई बनाई जाएगी। 

उल्लेखनीय है कि तीसरे मुंबई के लिए, नवी मुंबई हवाईअड्डा क्षेत्र (नैना) में 80 गांवों और खोपटा नवनगर अधिसूचित क्षेत्र में 33 गांवों के लिए सिडको को नियुक्त किया गया था। हालांकि, अब वह नियुक्ति रद्द कर दी गई है और यह जिम्मेदारी एमएमआरडीए को दे दी गई है। तीसरी मुंबई के लिए राज्य सरकार एमएमआरडीए के माध्यम से 124 गांवों की जमीन का अधिग्रहण करेगी जमीन अधिग्रहण किये जाने का काम शुरू किया जा चुका है। इसमें 124 गांव शामिल हैं। 
अटल सेतु से आगे एनटीडीए (न्यू टाउन डेवलपमेंट अथॉरिटी - एनटीडीए) के तहत 124 गांवों के विकास की योजना एमएमआरडीए के माध्यम से तैयार की जा रही है। न्हावा शिवडी सी लिंक यानी एमटीएचएल से आगे 124 गांवों के 323 चौकिमी इलाके में तीसरी मुंबई बनाई जाएगी. इसके लिए सिडको निदेशक मंडल ने नैना क्षेत्र के 80 गांवों को बाहर करने की मंजूरी दे दी है। इसके बाद एमएमआरडीए ने एमटीडीए के तहत तीसरे मुंबई क्षेत्र के विकास को भी मंजूरी दे दी है।

यहां हाईटेक सुविधाएं होंगी
तीसरा मुंबई पनवेल, उरण के बीच बनेगा। पनवेल, उरण तालुका के इन गांवों का तेजी से विकास होने वाला है। इसलिए इस क्षेत्र में भी अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। मुंबई-नवी मुंबई की तरह तीसरी मुंबई का भी विकास किया जाएगा। तीसरा, मुंबई में व्यावसायिक परिसर, स्कूल, अस्पताल, मैदान जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।

मुंबई को जोड़ने वाली तीसरी रिंग रोड
तीसरी मुंबई को नवी मुंबई-मुंबई से जोड़ने के लिए एक रिंग रोड का भी निर्माण किया जाएगा। तीसरा मुंबई नवी मुंबई और मुंबई के बीच है। यह नया प्रोजेक्ट नवी मुंबई एयरपोर्ट के पास होगा। हैदराबाद और अहमदाबाद शहर की तर्ज पर एक्सेस कंट्रोल रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा।

CIDCO के घर की कीमत 6 लाख हुई कम ; ग्राहक फिर भी नहीं हो रहे आकर्षित

 



अब 'इतनी' रकम में मिल रहे हैं घर, देखें कहां है लोकेशन?

कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क 

  नवी मुंबई। CIDCO की ओर से जारी किए जा रहे कई हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर ग्राहकों ने अब तक अच्छी प्रतिक्रिया दी है। नवी मुंबई और आसपास के इलाकों में विकसित की गई कई आवासीय परियोजनाओं के कारण, कई लोगों के लिए घर का सपना सच हो गया है। ऐसे में  CIDCO ने अब घर की कीमतों में बड़े अंतर से कमी कर दी है। लेकिन, यह फैसला अब सिडको को कुछ हद तक महंगा पड़ रहा है।

पता हो कि लगभग दो साल पहले, सिडको ने नवी मुंबई के उल्वे के बामन डोंगरी रेलवे स्टेशन क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए एक आवास योजना की घोषणा की थी। इस योजना के लिए 2023 में निकाले गए ड्रॉ (Cidco Lottery 2024) में 4869 आवेदकों को लॉटरी के जरिये घर मिले थे. शुरुआत में इन मकानों की कीमत 35 लाख 30 हजार रुपये तय की गई थी. लेकिन मकानों की ऊंची कीमत पर नाराजगी जताते हुए आवेदकों ने सीधे मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी। 

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार ने 29 जनवरी 2024 को इन घरों की कीमत 6 लाख रुपये कम करने का फैसला किया है. घर की मूल रकम 35 लाख 30 हजार से घटाकर सीधे 29 लाख 50 हजार रुपये हो गई. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाली 2.5 लाख की सब्सिडी को जोड़ दें तो घर की रकम सीधे 27 लाख रुपये हो जाती है. हालाँकि यह राशि इतने बड़े अंतर से कम कर दी गई है, लेकिन आवेदकों से अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

अब भी लॉटरी प्रक्रिया में जीते आवेदकों द्वारा अपेक्षित प्रतिक्रिया न देने से सिडको की मुश्किलें बढ़ गई हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि घर खरीदने के लिए तत्परता दिखाने वाले आवेदकों की संख्या बहुत कम है, इसलिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या सिडको भविष्य में इन घरों को पुनर्विक्रय के लिए उपलब्ध कराएगा यदि आवेदकों को विजेताओं द्वारा अस्वीकार कर दिया जाता है और तो कैसे योजना को आगे बढ़ाया  जाएगा.
किन परियोजनाओं में मकानों की कीमतें कम हुई हैं?
सिडको की ओर से बामन डोंगरी में निर्मित आवासीय परियोजनाओं में मकानों की दरें 6 लाख रुपए कम करने का निर्णय लिया गया है। आवेदकों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। लेकिन, उक्त फैसले के एक माह बाद भी ग्राहकों ने इन मकानों के प्रति उत्साह नहीं दिखाया है. इसलिए, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या सिडको कोई नया समाधान लेकर आएगा।

बड़ी खबर! 'इस' तारीख को होगी लोकसभा चुनाव की घोषणा? 7 चरणों में वोटिंग होगी

 


मुंबई। देश में अब लोकसभा चुनाव की बयार चलनी शुरू हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई हैं. केंद्रीय चुनाव आयोग 14-15 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक, 2019 लोकसभा चुनाव की तरह 2024 का चुनाव भी 7 चरणों में होने की संभावना है. मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण का मतदान अप्रैल के दूसरे हफ्ते में हो सकता है.

लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस अगले हफ्ते बुधवार या गुरुवार को होगी. आम चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए चुनाव आयोग इस समय कई राज्यों के दौरे पर है। सभी राज्यों में तैयारियों की समीक्षा के बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा.

राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की बैठक
चुनाव आयोग की टीम इस वक्त पश्चिम बंगाल में है. इसके बाद टीम उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगी। टीमें 13 मार्च तक अपना दौरा पूरा कर लेंगी. चुनाव आयुक्त सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का उपयोग
चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल कर सकता है। चुनाव आयोग इसके लिए एक विभाग भी बना रहा है और यह विभाग सोशल मीडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म पर है। 

राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज
लोकसभा चुनाव को लेकर देश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा कर दी है. आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने भी अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर दी है।

महाविकास मोर्चा बने
जलगांव और कोल्हापुर लोकसभा क्षेत्र महाविकास अघाड़ी में बंट गए हैं। इसी पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे ने सांगली और जलगांव लोकसभा क्षेत्रों की बैठक बुलाई है. इन दोनों लोकसभा सीटों पर शिवसेना चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. जलगांव लोकसभा सीट के लिए एनसीपी के साथ-साथ शिवसेना का ठाकरे ग्रुप भी इस सीट पर चुनाव लड़ने पर जोर दे रहा था. लेकिन अब यह लगभग तय हो गया है कि जलगांव लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना ठाकरे चुनाव लड़ेंगे. हर्षल माने यहां से शिवसेना ठाकरे समूह के संभावित लोकसभा उम्मीदवार होंगे

जबकि शिवसेना ठाकरे समूह कोल्हापुर लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ देगा और इसके बजाय शिवसेना ठाकरे समूह सांगली लोकसभा क्षेत्र की सीट पर चुनाव लड़ेगा, इस पर महा विकास अघाड़ी नेताओं के बीच आम सहमति है। शाहू महाराज कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते विशाल पाटिल के शिवसेना ठाकरे समूह में प्रवेश करने और सांगली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। इसके अलावा पहलवान चंद्रहार पाटिल भी यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। 

Monday, March 4, 2024

जेएनपीटी बंदरगाह पर जहाज में मिली पाकिस्तान की मिसाइल बनाने की सामग्री?

 


भारतीय सुरक्षा बलों ने की जहाज की जांच 

नवी मुंबई। भारतीय सुरक्षा बलों ने जेएनपीटी बंदरगाह पर बड़ी कार्रवाई की है. चीन से पाकिस्तान संदिग्ध सामग्री ले जा रहे एक जहाज को सुरक्षा बलों ने रोक लिया। आशंका है कि पाकिस्तान इस सामग्री का इस्तेमाल मिसाइल बनाने में करने वाला था . जासूसों ने सीमा शुल्क अधिकारियों को जहाज के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद सतर्क सुरक्षा गार्डों ने जहाज को रोक लिया। यह जहाज चीन से पाकिस्तान के कराची जा रहा था. जहाज़ में एक कंप्यूटर संख्यात्मक नियंत्रण मशीन थी। डीआरडीओ टीम द्वारा जहाज पर मौजूद सामान का भी निरीक्षण किया गया है।

कंप्यूटर संख्यात्मक नियंत्रण मशीन
23 जनवरी को कस्टम अधिकारियों ने मिली खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई की. इसमें एक व्यापारी जहाज, सीएमए सीजीएम अत्तिला, जो माल्टा का झंडा लहरा रहा था और कराची जा रहा था, को जेएनपीटी पर रोक लिया गया। जहाज का निरीक्षण किया गया. इसमें एक कंप्यूटर संख्यात्मक नियंत्रण मशीन भी थी। यह मशीन मूल रूप से एक इटालियन कंपनी द्वारा बनाई गई थी। एक सीएनसी मशीन एक कंप्यूटर के माध्यम से संचालित होती है। जिसके माध्यम से सतर्कता, स्थिरता और सटीकता प्राप्त की जाती है जो मैन्युअल रूप से संभव नहीं है।
संदेह है कि इस सामग्री का इस्तेमाल पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम में किया गया होगा. 1996 में, सीएनसी मशीनों को वासेनार प्रणाली में पेश किया गया था। वासेनार एक अंतरराष्ट्रीय हथियार नियंत्रण तंत्र है जिसका उद्देश्य नागरिकों और सेना दोनों द्वारा हथियारों के उपयोग को रोकता है।
भारत ऐसे 42 सदस्य देशों में से एक है। जिसमें पारंपरिक हथियारों और दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं और प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण पर जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है। उत्तर कोरिया द्वारा अपने परमाणु कार्यक्रम में सीएनसी मशीनों का उपयोग किया गया था।

कराची जा रहा था जहाज 
सीएमए सीजीएम अत्तिला नाम का जहाज पाकिस्तान के कराची जा रहा था। डीआरआई ने कार्रवाई करते हुए 23 जनवरी को जहाज को जेएनपीटी बंदरगाह पर रोक दिया. इसके बाद 24 जनवरी को कंटेनर को जहाज से उतार दिया गया और जहाज को प्रस्थान की अनुमति दी गई। बाद में 16 फरवरी को हैदराबाद से डीआरडीएल की एक टीम ने कंटेनर खोला और कंटेनर की सामग्री का निरीक्षण करना शुरू किया। इसमें चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.

कार्गो में एक उच्च तकनीक वाली सीएनसी खराद मशीन होती है, जिसका उपयोग रक्षा और अंतरिक्ष में उपयोग किए जाने वाले उच्च-सटीक उपकरण बनाने के लिए भी किया जा सकता है। सूत्रों ने इस संबंध में जानकारी दी. यह भी कहा गया है कि यह कार्गो फिलहाल न्हावा शेवा बंदरगाह पर खड़ा  है।

भारतीय रक्षा अधिकारियों द्वारा खुलासा
संदेह होने पर बंदरगाह अधिकारियों ने भारतीय रक्षा अधिकारियों को सतर्क कर दिया। इसके बाद अधिकारियों ने जांच कर सामान जब्त कर लिया। बिल और अन्य दस्तावेजों से मिली जानकारी के मुताबिक, माल शंघाई जेएक्सई ग्लोबल लॉजिस्टिक्स कंपनी लिमिटेड द्वारा सियालकोट के पाकिस्तान विंग्स प्राइवेट लिमिटेड को भेजा गया था।

संदेह होने पर सुरक्षा एजेंसियों ने जहाज पर मौजूद माल की गहन जांच की। इसमें ताईयुआन माइनिंग इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड ने 22 हजार 180 किलोग्राम वजनी खेप पाकिस्तान के कॉसमॉस इंजीनियरिंग को भेजी थी.