Thursday, September 26, 2024
उरण विधानसभा में शेकाप और यूबीटी में टिकट को लेकर खींचतान शुरू
पीबीपार्टनर्स महाराष्ट्र में बीमा के परिदृश्य में परिवर्तन लाने के लिए एजेंट पार्टनर्स को आधुनिक टेक्नोलॉजी प्रदान कर रहा है
मुंबई, नागपुर, ठाणे, नासिक, और पुणे सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहर बने, जहाँ पीबीपार्टनर्स की सफलता प्रदर्शित होती है
karmabhumi News Network
पिछले सालों में महाराष्ट्र में बीमा खरीदे जाने के तरीके में काफी परिवर्तन देखने को मिला है। ज्यादा जागरुकता, सुगम ग्राहक सेवा, और भरोसा बढ़ने के कारण राज्य में बीमा का परिदृश्य बदल रहा है। पॉलिसीबाजार इंश्योरेंस ब्रोकर्स के अंतर्गत ब्रांड, पीबीपार्टनर्स इन परिवर्तनों में मुख्य भूमिका निभा रहा है। पिछले तीन सालों में हमने महाराष्ट्र में काफी विस्तार कर लिया है और ग्राहकों को बीमा जारी होने से लेकर क्लेम लेने तक की पूरी प्रक्रिया में हर कदम पर सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
अपने पीओएसपी (पॉईंट ऑफ सेल्स पर्सन) मॉडल में टेक्नोलॉजी का उपयोग करके पीबीपार्टनर्स ने एजेंट पार्टनर्स को आधुनिक टूल्स प्रदान किए हैं, जो ग्राहक के अनुभव में सुधार लाते हैं। ये टूल्स एजेंट पार्टनर्स को विस्तृत बीमा उत्पाद प्रदान करने में मदद करते हैं तथा व्यक्तिगत सेवाएं सुनिश्चित करते हैं। विस्तृत प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की मदद से पीबीपार्टनर्स न केवल अपने एजेंट पार्टनर्स का विकास करता है, बल्कि राज्य में बीमा कवरेज को बढ़ाने में अपना योगदान भी देता है।
पीबीपार्टनर्स की सफलता की यात्रा के बारे में श्री ध्रुव सरीन, को-फाउंडर, पीबीपार्टनर्स ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में हमारी सफलता में मुख्य योगदान हमारे द्वारा क्रियान्वित किए गए आधुनिक टेक्नोलॉजी समाधानों ने दिया है। बीमा का कवरेज बढ़ाने में आने वाली एक मुख्य चुनौती वंचित इलाकों में जागरुकता की कमी है। हालाँकि, हमारे पीओएसपी मॉडल के साथ हमारे एजेंट पार्टनर्स ग्राहकों को ऑनलाईन खोज और ऑफलाईन खरीद में पूरा सहयोग देने में समर्थ होते हैं। हम महाराष्ट्र में मजबूत स्थिति में हैं। इस राज्य में हमारे 10,000 से ज्यादा एजेंट पार्टनर काम कर रहे हैं। मुंबई, ठाणे, नासिक, पुणे और नागपुर जैसे शहर सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे पीबीपार्टनर्स की सफलता प्रदर्शित होती है। ये एजेंट पार्टनर अपने-अपने क्षेत्रों में व्यक्तिगत सेवाएं देते हैं, कोटेशन प्राप्त करते हैं, बीमा योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं, और ग्राहकों को बीमा खरीदने में मदद करते हैं।
पीबीपार्टनर्स का उद्देश्य एजेंट पार्टनर्स को सफल माईक्रो उद्यमी बनाना और महाराष्ट्र एवं अन्य जगहों पर बीमा कवरेज का विस्तार करना है। वो उन्हें नियमित प्रशिक्षण प्रदान करके उद्योग के नए ट्रेंड्स के साथ तालमेल बनाए रखने और उत्पाद की जानकारी प्राप्त करने में समर्थ बनाते हैं। साथ ही उनकी लर्निंग और डेवलपमेंट टीम रिलेशनशिप मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन, टाईम मैनेजमेंट, प्रॉब्लम सॉल्विंग, और लीडरशिप जैसी सॉफ्ट स्किल्स में सुधार लाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करती है। उनकी नियमित ऑन-ग्राउंड पाठशाला ईवेंट्स उन्हें एजेंट पार्टनर्स के साथ आमने-सामने संचार करने में मदद करती हैं, और उनके फीडबैक और सुझाव लेकर सहयोग बढ़ाने में समर्थ बनाती हैं।
ध्रुव ने आगे कहा, ‘‘हम क्लेम लेने की भी एक तीव्र और आसान प्रक्रिया पेश करते हैं। ग्राहकों को क्लेम लेने की प्रक्रिया में मदद करने के लिए हमारे पास एक समर्पित क्लेम असिस्टैंस टीम है। इस प्रकार हम ग्राहक के अनुभव में सुधार लाते हैं और बाजार में एक भरोसेमंद इंश्योरेंस प्रोफेशनल के रूप में अपने एजेंट पार्टनर की स्थिति को मजबूत करते हैं। इसके अलावा हमारे पास पीबी इंस्पेक्ट जैसी इन-हाउस एआई फंक्शनैलिटी हैं, जो ग्राहकों और एजेंट पार्टनर की दृष्टि से क्लेम की प्रक्रिया को बहुत सरल बना देती हैं।’’
पीबीपार्टनर्स अपने एजेंट पार्टनर्स को प्रोत्साहन देने और पुरस्कृत करने के लिए पीबीवन अभियान भी चलाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत पीबीपार्टनर्स की सफलता में योगदान देने के लिए एजेंट पार्टनर्स के बेहतरीन प्रयासों के लिए उन्हें पुरस्कृत और सम्मानित किया जाता है। इस इनोवेटिव कार्यक्रम के अंतर्गत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले एजेंट पार्टनर्स को एलएमसी कॉईंस प्राप्त होते हैं, जो उनकी विलक्षण उपलब्धियों के लिए उन्हें पुरस्कार में मिलते हैं।
इस प्रणाली में एकत्रित किए गए एलएमसी कॉईंस पीबीपीवन डैशबोर्ड में इकट्ठे होते चले जाते हैं, जहाँ एजेंट पार्टनर हर माह के आधार पर अपनी परफॉर्मेंस को देख सकता है। एलएमसी कॉईंस को तीन विशेष श्रेणियों में बाँटा गया है, पहले हैं, लॉयल्टी कॉईन, जो निर्मित हुए नेट प्रीमियम के आधार पर स्थिर मासिक प्रदर्शन द्वारा अर्जित होते हैं; दूसरे हैं मास्टरी कॉईन, जो विभिन्न बीमा उत्पादों की क्रॉस-सेलिंग द्वारा एकत्रित होते हैं और तीसरे हैं, कॉन्टेस्ट कॉईन, जो मासिक या त्रैमासिक प्रतियोगिताओं में सफल होने पर दिए जाते हैं। एजेंट पार्टनर्स रिडेंप्शन कार्निवल के दौरान अपने कॉईन को रिडीम कर सकते हैं।
पीबीपार्टनर्स बीमा क्षेत्र में परिवर्तन लाने और अपनी सेवाएं सभी तक पहुँचाकर उन्हें इनका लाभ पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बीमा के विकसित होते हुए परिदृश्य के साथ पीबीपार्टनर्स का पीओएसपी मॉडल महाराष्ट्र में बीमा क्षेत्र में इनोवेशन और उत्कृष्टता लेकर आ रहा है तथा भविष्य के लिए नए मानक स्थापित कर रहा है।
Monday, August 19, 2024
रक्षा बंधन महिलाओं के हितों की रक्षा करने की हमारी इच्छाशक्ति को मजबूत करता है- डॉक्टर लक्ष्मी नारायण मालवीय
प्रोफ़ेसर डॉक्टर विकास त्रिवेदी अमेरिका में सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय स्कालरशिप सम्मान दिया गया
Friday, August 16, 2024
जनता के लिए सकारात्मक फैसले ले रहें है मुख्यमंत्री
शिवसेना उपनेता विजय नाहटा ने कार्यालय उदघाटन अवसर पर कही बात
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नवी मुंबई। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आम जनता के लिए कई सकारात्मक फैसले ले रहे हैं। जनता को एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जो लोगों से जुड़ा है, इसलिए नवी मुंबई में बड़ी संख्या में दूसरे दलों के लोग शिवसेना पार्टी में शामिल हो रहे हैं। यह बात शिवसेना के उप नेता विजय नाहटा ने पार्टी के जनसंपर्क कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि भविष्य में नवी मुंबई में भगवा ही लहराएगा। शिवसेना के उपनेता विजय नाहटा ने बेलापुर विधानसभा क्षेत्र के नेरुल (पूर्व) में जनसंपर्क कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नवी मुंबई जिला प्रमुख विजय चौगुले, उप जिला प्रमुख गणपत शेलार, मिलिंद सूर्या राव, दिलीप घोडेकर, दीपक सिंह, संजय कपूर, अजीत सावंत, संतोष दलवी, रोहिदास पाटिल, संजय भोसले, सह संपर्क प्रमुख ज्ञानेश्वर सुतार, रामचन्द्र पाटिल, महिला मंच पर जिला संगठक सरोज ताई पाटिल, शहर प्रमुख विजय माने, अरुण गुरव आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे. इस अवसर पर बोलते हुए विजय नाहटा ने आगे कहा कि शिवसेना के माध्यम से युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और स्कूली छात्रों के लिए पूरे साल लगातार कार्यक्रम होते रहते हैं. शिवसेना उप नेता विजय नाहटा ने कहा कि बेलापुर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए विभिन्न स्थानों पर जनसंपर्क कार्यालय शुरू किये गये हैं.हम ऐरोली और बेलापुर दोनों विधानसभाओं से लड़ना चाहते हैं, उसके बाद मनपा चुनाव हैं, विजय नाहटा ने कार्यकर्ताओं को काम शुरू करने की सलाह दी, जबकि नवी मुंबई शहर पर किसी भी नेता का एकाधिकार नहीं है, यह बात जिला प्रमुख विजय चौगुले ने कही इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिवसैनिक, महिलाएं, युवा सेना पदाधिकारी उपस्थित थे।
उल्वे के ब्राइट फ्यूचर स्कूल में मनाया गया आजादी का पर्व
नवी मुंबई। उल्वे के ब्राइट फ्यूचर हाई स्कूल में आजादी का 78 वा पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। स्कूल के चेयरमैन गणेश म्हात्रे ने इस अवसर पर झंडा रोहण किया। इसके बाद स्कूल के बच्चों ने कई तरह के कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए स्कूल की प्रधानाचार्य साइना शेख ने कहा कि आज बहुद ख़ुशी का दिन है कि हम सब साथ मिलकर आजादी का पर्व मना रहें हैं। स्कूल के बच्चो द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों की सराहना की , इस कार्यक्रम में कई बच्चों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस समारोह में स्कूल की शिक्षिकाओं के साथ सभी कक्षाओं के बच्चे भी मौजूद थे। उल्वे में कई निजी इमारतों के साथ साथ चौकों पर भी ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
Wednesday, July 31, 2024
यशश्री हत्या प्रकरण में सामने आया लव एंगल, स्कूल से दोस्ती, ठुकरा दिया था शादी का प्रस्ताव
आरोपी को 7 दिन के लिए भेजा गया पुलिस हिरासत में
नवी मुंबई। देश और प्रदेश को हिला देने वाले नवी मुंबई के उरण के यशश्री शिंदे हत्याकांड में बड़ी जानकारी सामने आई है। यशश्री हत्याकांड के आरोपी दाऊद शेख को पुलिस ने मंगलवार गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को उरण लाया गया. पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ करने पर दाऊद शेख ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इस बार आरोपी ने वो वजह भी बताई है कि उसने यशश्री को इतनी बेरहमी से क्यों मारा. दाऊद शेख ने कबूल किया है कि उसने यशश्री की हत्या इसलिए की क्योंकि उसने शादी से इनकार कर दिया था.
दाऊद शेख और यशश्री एक-दूसरे को कई सालों से जानते हैं
दाऊद शेख और मृतक यशश्री एक दूसरे को कई सालों से जानते थे. पता चला है कि वे स्कूल के दिनों से ही दोस्त थे। इन दोनों के बीच प्रेम संबंध था. दाऊद शेख ने यशश्री से शादी का प्रस्ताव रखा था जिसका जवाब देने में यशश्री टालमटोल किया था . दाऊद ने यशश्री से शादी कर बेंगलुरु में बसने का फैसला किया था। लेकिन यशश्री ने इसके लिए मना कर दिया. 25 जुलाई को जब वह यशश्री से मिलने आया तो दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद दाऊद ने उनकी हत्या की है.
दाऊद ने पुलिस को बताया है कि वे दोनों 3 से 4 साल तक दोस्त थे। दाऊद उरण में उसी जगह रहता था जहां यशश्री रहती थी. लेकिन 2019 में यशश्री के परिवार ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उस वक्त दाऊद के खिलाफ पॉस्को के तहत मामला दर्ज किया गया था. तब दाऊद जेल भी गया था. जेल से आने के बाद वह कर्नाटक चला गया . दाऊद के वापस उरण आने के बाद उसने यशश्री से फोन पर संपर्क किया. उस वक्त दोनों ने मिलने का फैसला किया था. इस मुलाकात के दौरान यशश्री ने शादी से इनकार कर दिया तो गुस्साए दाऊद ने उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने दाऊद के खिलाफ हत्या और एट्रोसिटी के तहत मामला दर्ज किया है।
दाऊद को 7 दिन की मिली पुलिस हिरासत
मिली जानकारी के मुताबिक यशश्री की हत्या करने वाले दाऊद को आज गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. आरोपी दाऊद शेख को पुलिस ने कर्नाटक के गुलबर्गा से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दाऊद को गिरफ्तार करने के लिए साथ टीमों का गठन किया था और उसे तलाश करने का ऑपरेशन चलाया था। दाऊद लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा जिसकी वजह से गिरफ्तार करने में समय लग गया।
यशश्री का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला
उरण की 22 वर्षीय यशश्री की बेरहमी से हत्या कर दी गई. यशश्री का शव शनिवार (27) को क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था. उसके चेहरे, शरीर और प्राइवेट पार्ट्स पर चोटें पाई गईं। यशश्री शिंदे कुछ दिनों से लापता थीं. तलाश जारी थी, तभी उसका शव उरण में सगीर ब्रदर्स पेट्रोल पंप के पीछे खेत में झाड़ी में मिला। हत्या के तीन दिन बाद भी, उरण पुलिस हत्यारों को पकड़ने में सफल नहीं हुई, जिससे उरण के गुस्साए निवासियों ने पुलिस स्टेशन के खिलाफ मार्च निकाला। इसके बाद पुलिस ने सोर्स बदला और आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग तरीके से जांच शुरू की और आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
Wednesday, July 24, 2024
सिडको ने पूरा किया 243 लोगों को दुकान मालिक बनने का सपना
सिडको ने पूरा किया 243 लोगों को दुकान मालिक बनने का सपना
बामन डोंगरी आवासीय परिसर की दुकानों की निकली लॉटरी
karmabhumi News Network
सिडको हमेशा आम नागरिकों के सही घर के सपने को पूरा करने के अलावा डेवलपर, उद्यमियों, व्यापारियों तथा विभिन्न संस्थाओं के लाभ के लिए विभिन्न योजनाएं लागू करता है। इस 243 दुकान बिक्री योजना के माध्यम से, कई व्यवसाइयों को तेजी से विकसित हो रहे और अच्छी तरह से जुड़े उल्वे नोड में अपना व्यवसाय बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिला है। इस योजना को मिली अच्छी प्रतिक्रिया ने सिडको के प्रति नागरिकों की विश्वसनीयता पर मुहर लगा दी है।'
विजय सिंघल
केंद्रीय बजट 2024: बीमा क्षेत्र में सुधार से विकास में तेजी आएगी और आर्थिक स्थिरता बढ़ेगी
Tuesday, July 2, 2024
सिडको की कार्रवाई के बावजूद उल्वे के सी पी गोयंका स्कूल के खाली नहीं हुआ खेल का सार्वजनिक मैदान
Monday, July 1, 2024
प्रतापगढ़ परिवार' के स्नेह सम्मेलन में दिखा बेल्हा का जलवा
Karmbhumi News Nwtwork
Saturday, May 4, 2024
Wednesday, May 1, 2024
ठाणे में बीजेपी और गणेश नाईक को रोकने में मुख्यमंत्री सफल
नवी मुंबई। पिछले दस वर्षों में ठाणे जिले और ठाणे, नवी मुंबई, मीरा-भाईदर शहरों में बढ़ी ताकत का हवाला देते हुए, भाजपा इस सीट पर दावा कर रही थी और कोशिश कर रही थी कि ठाणे जिले के शहरी क्षेत्र पर अपना दबदबा कायम करने के लिए सीट अपने कब्जे में लेना चाहती थी । पहले चरण की बातचीत में बीजेपी ने मुख्यमंत्री से इस बात पर जोर दिया था कि ठाणे या कल्याण में से किसी एक सीट दी जाए. यह महसूस करते हुए कि मुख्यमंत्री कल्याण पर पीछे नहीं हट रहे हैं, तो भाजपा ने 'ठाणे' सीट की मांग की। भाजपा ने ठाणे के लिए सीधे तौर पर नवी मुंबई के प्रभावशाली नेता गणेश नाईक का नाम आगे कर मुख्यमंत्री के लिए दोहरी मुसीबत खड़ी कर दी थी । हालांकि, डेढ़ महीने की बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने न केवल ठाणे को बरकरार रखा है, बल्कि जिले के शहरी इलाकों में दबदबा बनाने की कोशिश कर रही बीजेपी को भी कुछ समय के लिए रोक दिया है.
जब महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हुई तो योजनाबद्ध तरीके से एक तस्वीर बनाई गई जिसके तहत भाजपा ने ठाणे और कल्याण लोकसभा सीटें मांगी, जिन्हें मुख्यमंत्री के लिए प्रतिष्ठा की सीटें थी । पिछले कुछ सालों में ठाणे लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी की ताकत बढ़ी है. यहां विधायक भी शिंदे सेना की तुलना में अधिक हैं। शिवसेना अब एकजुट नहीं है. साथ ही बीजेपी ने सर्वे का सबूत देकर ठाणे से मुख्यमंत्री की दुविधा बढ़ा दी थी . उस समय मुख्यमंत्री ने यह रुख अपनाया कि 'ठाणे को हम बाद में देखेंगे, इसके बाद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर से कल्याण के लिए श्रीकांत की उम्मीदवारी की घोषणा करके सभी को चौंका दिया। हालांकि शिंदे की शिवसेना की प्रतिक्रियाएं इस तरह की थीं, 'फडणवीस कौन हैं जिन्होंने श्रीकांत की उम्मीदवारी की घोषणा की?' दिलचस्प बात यह है कि यह चर्चा थी कि ठाणे से दुविधा पैदा करने के लिए फडणवीस ने यह कदम उठाया है।
संजीव नाईक को लड़ाना चाहते थे फडणवीस
ठाणे लोकसभा क्षेत्र के भाजपा नवी मुंबई से पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश नाईक के बेटे संजीव नाईक को चुनाव मैदान में उतारने का जोर दिया था । गणेश नाईक 12 साल तक ठाणे जिले के संरक्षक मंत्री रहे हैं। वह ठाणे और पालघर जिले की समस्याओं से अच्छी तरह से परिचित भी हैं । उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे और गणेश नाईक के बीच कभी भी पटरी नहीं खाई थी . यहां तक कि जब गणेश नाईक संरक्षक मंत्री थे, तब भी शिंदे ने उनके साथ कभी मेल-मिलाप नहीं किया। राज्य का शहरी विकास और बाद में मुख्यमंत्री पद मिलने के बाद शिंदे ने नवी मुंबई में स्वतंत्र रूप से आवागमन शुरू किया। नवी मुंबई मनपा में प्रशासन उसी दिशा में चलता रहा जैसा मुख्यमंत्री कहते थे। इससे परेशान गणेश नाईक ने एक सभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री से कहा, 'नवी मुंबई का नेतृत्व तय करने वाले आप कौन होते हैं?' कहा जा रहा है कि सर्वे का हवाला देकर भी भाजपा शिवसेना से ठाणे सीट नहीं ले पायी। मुख्यमंत्री ने बीजेपी के दिल्लीवासियों को से कहा कि अगर मैं ठाणे छोड़ूंगा तो मेरी राजनीति की नींव हिल जाएगी. और मैं ऐसा कतई नहीं चाहूंगा।
मुख्यमंत्री का तर्क
एकनाथ शिंदे ने तर्क देते हुए कहा कि आनंद दिघे बीजेपी से ठाणे लोकसभा सीट लाए थे. शिवसैनिक इस बात से सहमत नहीं होंगे कि इसे बीजेपी को वापस दे दिया.जाए इसके अलावा, दीघे नाईक को उखाड़ फेंकने पर आमादा थे। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं के सामने तर्क दिया कि यह गणेश नाईक को जिताने के लिए शिवसैनिकों का एक साथ होना मुश्किल है. इसलिए डर था कि शिंदेसेना के गढ़ ठाणे में उनके साथ आए कई कार्यकर्ता अपना वोट दूसरी तरफ कर लेंगे. मुख्यमंत्री की दलील अंततः स्वीकार कर ली गई और कहा जाता है कि वह भाजपा के साथ-साथ गणेश नाईक को ठाणे आने से रोकने में सफल रहे।
महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न पुलिस स्टेशनों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कई मामले सामने आए
नवी मुंबई। महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर, नवी मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में महिलाओं के खिलाफ विभिन्न अपराध जैसे एक महिला के साथ बलात्कार, ससुराल वालों द्वारा पीड़िता पर अत्याचार, एक बच्ची का अपहरण की सूचना मिली है। महिलाओं के लिए सुरक्षित कहे जाने वाले राज्य महाराष्ट्र में इस समय महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा खड़ा हो गया है।
पता हो कि पिछले दो हफ्ते में लड़कियों के साथ यौन शोषण की दो घटनाएं सामने आई हैं. पहली घटना में, जब लड़की ने स्कूल शिक्षक को बताया कि उसका सौतेला पिता उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहा है। खिदुक पाड़ा गांव की दूसरी घटना में चाचा ने भतीजी के साथ बचपन से ही दुष्कर्म किया, लेकिन शादी के बाद भी उसने उसके पति को उसकी अश्लील तस्वीर भेजकर शादी तोड़ने के लिए मजबूर किया। फिलहाल आरोपी चाचा पुलिस की गिरफ्त में है.
मंगलवार को महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर सामने आई एक घटना में, जसाई गांव में रहने वाली 35 वर्षीय एक महिला के साथ मध्य प्रदेश के रहने वाले 26 वर्षीय अजीत श्रीवास्तव ने सोना लौटाने के बहाने पनवेल रेलवे स्टेशन के पास बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया। मंगलवार को सामने आई दूसरी घटना में, पनवेल शहर के कच्छी मोहल्ले में सूफा मस्जिद के पास रहने वाले अनस शेख और उसके परिवार ने 25 वर्षीय एक महिला से छेड़छाड़ की। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि पति द्वारा प्रताड़ना के साथ-साथ अप्राकृतिक शोषण भी किया गया. मंगलवार को तीसवीं घटना में लड़की की मां ने सुबह-सुबह कलंबोली के रोडपाली इलाके के एक ढाबे से 11 साल की लड़की के अपहरण की सूचना दी है.
पिछले साल नवी मुंबई क्षेत्र के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में महिलाओं से संबंधित 703 अपराध दर्ज किए गए थे। इनमें से 689 अपराध नवी मुंबई पुलिस द्वारा प्रकाश में लाए गए। अपराध दर 98% है. पिछले साल 1033 महिलाएं लापता हो गईं, जिनमें से 800 खुद ही लौट आईं और पुलिस ने उनका पता लगा लिया, लेकिन लापता महिलाओं को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन में तेजी नहीं आई है. ऐसा लगता है कि महिला उत्पीड़न, अपहरण, छेड़छाड़ जैसे अपराधों को कम करने के लिए सोशल इंजीनियरिंग के प्रयोग कम हो गए हैं।
नरेश म्हस्के का मानना है कि हमें एकतरफा जीत मिलेगी
कर्मभूमि न्यूज नेटवर्क
ठाणे। लोकसभा चुनाव की लड़ाई कार्यकर्ता बनाम घमंडी सांसद की लड़ाई होने जा रही है. ये लड़ाई एकतरफा होने वाली है. ठाणे से नामांकन प्राप्त करने के बाद नरेश म्हस्के ने कहा, उम्मीदवारी की देर से घोषणा हमारी रणनीति का हिस्सा थी। उम्मीदवारी की घोषणा के बाद म्हस्के की पत्नी ने भी उनकी तारीफ की।
महायुति में ठाणे की सीट का बटवारा हो गया है . ठाणे से नरेश म्हस्के की उम्मीदवारी की घोषणा की गई है. इसके बाद नरेश म्हस्के ने मीडिया से बातचीत की , नरेश म्हस्के ने कहा, यह लड़ाई कार्यकर्ता बनाम घमंडी सांसद के बीच होने जा रही है. ये लड़ाई एकतरफा होने वाली है. मुझे नहीं लगता कि एकनाथ शिंदे के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है। हमारे बीच उम्मीदवारी को लेकर कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं था, कल हमारी बैठक हुई और उसके बाद एकनाथ शिंदे ने फैसला लिया है।
ठाणे का विकास एकनाथ शिंदे के कारण
प्रताप सरनाईक, रवींद्र फाटक ने मुझे फोन किया. हम और हमारे सहयोगी दलों की ओर से चुनाव की तैयारी कर ली गयी है. मेरे पास प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की गारंटी है। मेयर के बाद मैं दिल्ली जाऊंगा. हमारा कार्यकर्ता 365 दिन सड़क पर काम करता है। हम चुनाव तक ही सीमित नहीं हैं. एकनाथ शिंदे की वजह से ठाणे बदल रहा है। ठाणे का विकास एकनाथ शिंदे की देन है। राजन विचारे से हमें कोई चुनौती नहीं है. हम लोगों के साथ 365 दिन काम करते हैं।
एकनाथ शिंदे ठाणे के किले को अपने पास रखने में सफल रहे
ठाणे लोकसभा के लिए शुरू से ही कई नामों पर चर्चा चल रही है. प्रताप सरनाईक, मीनाक्षी शिंदे जैसे कई नाम सामने आए थे . बीजेपी की ओर से संजय केलकर के नाम पर भी चर्चा हुई. इस सीट के लिए एकनाथ शिंदे ने कई बैठकें कीं. अंततः एकनाथ शिंदे ठाणे का किला अपने पास रखने में सफल हो गये। बीजेपी की जिद को धता बताते हुए एकनाथ शिंदे ने यह सीट बरकरार रखी है. नरेश म्हस्के ने पहले दिन से ही एकनाथ शिंदे का समर्थन किया था। नरेश म्हस्के को सबसे पहले शिवसेना से निकाला गया था, इसलिए एकनाथ शिंदे ने उन्हें अपनी वफादारी का फल दिया है.
सस्पेंस खत्म! शिंदे गुट ने ठाणे से घोषित किया उम्मीदवार; कल्याण से सीएम बेटे को तीसरा मौका
नवी मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे सीट से उम्मीदवार की घोषणा हो गई है, जो कि महागठबंधन के सीट बंटवारे में सबसे बड़ी चर्चा का विषय बन गया था । ठाणे के पूर्व महापौर और एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के को उम्मीदवार घोषित किया गया है। साथ ही कल्याण निर्वाचन क्षेत्र से मुख्यमंत्री के बेटे और मौजूदा सांसद श्रीकांत शिंदे को तीसरी बार मौका दिया गया है। शिंदे ग्रुप की ओर से इस संबंध में प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी कर दी गयी है।
रोचक होगा मुकाबला
उल्लेखनीय है कि बीजेपी की नजर ठाणे सीट पर थी, जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ है. बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने इस सीट से खुद लड़ने की भरपूर कोशिश की. यहां तक कि गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ठाणे निर्वाचन क्षेत्र के लिए जोर लगाया था। लेकिन मुख्यमंत्री शिंदे इस सीट को बरकरार रखने में सफल रहे हैं. पार्टी में विभाजन के बाद से, निष्ठावान कार्यकर्ता जो शिंदे के साथ मजबूती से खड़े रहे हैं, साथ ही पूर्व महापौर नरेश म्हस्के के नाम की घोषणा की गयी है । म्हस्के का सीधा मुकाबला महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवार और उद्धव ठाकरे गुट के मौजूदा सांसद राजन विचारे से होगा।
कल्याण में मुख्यमंत्री के बेटे को मौका
दूसरी ओर, बीजेपी ने भी शिंदे से कल्याण सीट हथियाने की कोशिश की. लेकिन स्थानीय नेताओं और यहां तक कि राज्य के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किए गए इस प्रयास को शिंदे समूह ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। वैशाली दरेकर कल्याण में श्रीकांत शिंदे को चुनौती देने जा रही हैं। ठाकरे ग्रुप ने वैशाली दरेकर को टिकट दिया है.
ठाणे और शिवसेना का पुराना कनेक्शन
शिवसेना और ठाणे सीट का है खास कनेक्शन रहा है बालासाहेब ठाकरे द्वारा शिवसेना की स्थापना के बाद, ठाणे शिवसेना को सत्ता देने वाला पहला शहर था! 'शिवसेना का ठाणे, ठाणे की शिवसेना' का गणित शिवसेना में विभाजन तक जारी रहा. बेशक, एकनाथ शिंदे समेत 40 विधायकों के अलग-अलग रुख के चलते राज्य की तरह पारंपरिक शिवसेना वोटर वाले ठाणे में भी 2 गुटों में विभाजित हो गयी है। . इस साल के लोकसभा चुनाव के लिए भी ठाकरे ग्रुप ने राजन विचारे को लगातार तीसरी बार सांसद का टिकट दिया है. ठाणे के स्थानीय बीजेपी नेता कह रहे थे कि चूंकि शिंदे गुट के पास कोई उम्मीदवार नहीं है, इसलिए उन्हें ठाणे सीट से नहीं लड़ना चाहिए. यहां तक कि उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नेताओं के सामने भी निर्भीकता से अपना पक्ष रखा. दिलचस्प बात यह है कि इस भूमिका को वरिष्ठों ने स्वीकार कर लिया। ऐसा देखा गया कि शिंदे के लिए मुख्यमंत्री पद तक छोड़ने वाली बीजेपी ने ठाणे सीट छोड़ने के लिए कदम उठाया.
Sunday, March 31, 2024
आरपीएफ सहायक उपनिरीक्षक पांडेय सेवानिवृत्त
Monday, March 18, 2024
अपने परिवार में अजीत पवार पड़े अलग थलग
अजित पवार ने बारामती में इन दिनों भावनात्मक अपील करते हुए नजर आ रहें हैं उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि मैं परिवार में अकेला रह जाऊंगा, आप मेरा साथ दें. जिसके बाद ये बात सामने आ रही है कि अजित पवार वाकई परिवार में अलग-थलग पड़ गए हैं. अजित पवार के करीबी भाई श्रीनिवास पवार ने अजित पवार के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है. सुप्रिया सुले की मुहिम में भाभी शर्मिला पवार भी शामिल हो गई हैं. अजित पवार ने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि उन्हें परिवार से अलग-थलग न किया जाए. तो अब चर्चा शुरू हो गई कि क्या अजित पवार को परिवारों को अलग-थलग कर दिया है.
अजित पवार बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन अजित पवार का बीजेपी में शामिल होना पवार परिवार को पसंद नहीं आया. तो अब अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार और उनकी पत्नी शर्मिला पवार ने अजित पवार के खिलाफ और सुप्रिया सुले के समर्थन में प्रचार शुरू कर दिया है इससे एक बार फिर राजनीति में सियासी घमासान की चर्चा होने लगी है.
चाचा के खिलाफ भतीजा
अजित पवार ने जो कहा था वह अब सच होता दिख रहा है. सबसे पहले अजित पवार के खिलाफ उनके भतीजे युगेंद्र पवार मैदान में उतरे. शरद पवार के जन्मदिन के मौके पर युगेंद्र पवार ने बारामती में एक भव्य कुश्ती का आयोजन किया. इसके बाद अब योगेन्द्र पवार सीधे बारामती में चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं. सुप्रिया सुले ने बारामती में कहा था कि हर चुनाव की तरह, पवार परिवार से मेरे भाई और भाभी मेरे लिए प्रचार करेंगे और वही हुआ।
बारामती से पत्र वायरल
इसी बीच सोशल मीडिया पर 'बारामती की भूमिका' शीर्षक से एक पत्र वायरल हो गया. इसमें सीधे तौर पर पवार परिवार के अंदरूनी मामले उजागर हुए और राजेंद्र पवार ने सीधे तौर पर अजित पवार पर निशाना साधा. राजेंद्र पवार के बाद सुनंदा पवार और साई पवार को इंदापुर में चुनाव प्रचार करते देखा गया.
पूरा परिवार अजित पवार के खिलाफ है
अजित पवार की भावनात्मक अपील के बाद सुप्रिया सुले के लिए प्रचार करने के लिए पवार परिवार के अन्य सदस्य मैदान में उतर गए हैं. युगेंद्र पवार, सुनंदा पवार, साई पवार राजेंद्र पवार और अब शर्मिला और श्रीनिवास पवार प्रचार में उतर आए हैं और सीधे तौर पर अजित पवार की आलोचना करने लगे हैं. रोहित पवार पहले ही अपने चाचा के खिलाफ मोर्चा संभालते नजर आ चुके हैं.
इंदापुर और पुरंदर में विरोध
एक तरफ बीजेपी और अजित पवार सुप्रिया सुले का तख्तापलट करने के लिए कमर कस रहे हैं. वहीं, अब महागठबंधन के नाम भी सामने आने लगे हैं. एक तरफ इंदापुर में हर्षवर्धन पाटिल तो दूसरी तरफ पुरंदर में विजय शिवतारे अजित पवार का विरोध करते नजर आ रहे हैं. विजय शिवतारे ने घोषणा की कि वह बारामती लोकसभा क्षेत्र से सीधे चुनाव लड़ेंगे. इसलिए तस्वीर यह है कि आने वाले समय में सुनेत्रा पवार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि सुप्रिया सुले के खिलाफ सुनेत्रा पवार चुनाव लड़ेंगी. बारामती में सुनेत्रा पवार का प्रचार अभियान भी शुरू हो गया है. इस अभियान में सुनेत्रा पवार और जय पवार घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शरद पवार की हार महत्वपूर्ण है.
श्रीनिवास पवार अब सीधे तौर पर अजित पवार के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं. इसलिए अजित पवार के समर्थक श्रीनिवास पवार का विरोध कर रहे हैं. वहीं शरद पवार के समर्थक श्रीनिवास पवार का समर्थन करते नजर आ रहे हैं.
अजित पवार शरद पवार की उंगली पकड़कर राजनीति में आए थे, लेकिन अब अजित पवार ने अपने चाचा का साथ छोड़ दिया है. जिस शरद पवार ने अजित पवार को राजनीति की ट्रेनिंग दी, अजित पवार ने अपने चाचा का साथ छोड़ दिया.
Thursday, March 14, 2024
नवी मुंबई में विजय चौगुले और गणेश नाईक के बीच आखिर कैसे मधुर होंगे रिश्ते ?
'कमल पर चुनाव लड़ें'; बीजेपी के प्रस्ताव पर राज ठाकरे का तीखा जवाब
मुंबई: आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में इस समय राजनीतिक गलियारों में बीजेपी-एमएनएस गठबंधन की जमकर चर्चा हो रही है. लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि एमएनएस लोकसभा चुनाव लड़ेगी या नहीं. इसी तरह जानकारी सामने आई है कि बीजेपी ने एमएनएस को लोकसभा चुनाव के लिए 1 से 2 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है. लेकिन बीजेपी और शिवसेना ने यह चुनाव कमल के निशान पर लड़ने की मांग की है. लेकिन इस प्रस्ताव को मनसे ने खारिज कर दिया है लेकिन सूत्रों ने जानकारी दी है कि बीजेपी फिर से एमएनएस के पास प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. पिछले कई दिनों से मनसे के महागठबंधन में शामिल होने की चर्चा चल रही है. उधर, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने आदेश दिया है कि लोकसभा चुनाव लड़ना है या नहीं, इसका फैसला मैं अगले तीन से चार दिनों में करूंगा, लेकिन तब तक आप काम करते रहिए. ऐसे में जानकारी सामने आई है कि महायुति ने एमएनएस को 1 से 2 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है. लेकिन राज ठाकरे ने बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ने के महागठबंधन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है इसलिए महागठबंधन की ओर से एमएनएस को नया प्रस्ताव दिये जाने की संभावना है. सूत्रों ने एक-दो दिन में फिर से नया प्रस्ताव दिये जाने की संभावना जतायी है.
कुछ दिन पहले मनसे प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. ऐसा देखा जा रहा है कि मनसे को कैसे साथ लिया जा सकता है, इसके लिए वरिष्ठ स्तर पर चर्चा चल रही है. इसके साथ ही कुछ दिन पहले उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि मनसे और हमारी स्थिति में ज्यादा अंतर नहीं है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, ''मनसे द्वारा अपनाया गया व्यापक रुख हमारे साथ असंगत नहीं है। इसलिए, हम क्षेत्रीय पहचान को स्वीकार करते हैं। हमें महाराष्ट्र में रहते हुए मराठी लोगों के मुद्दों को उठाना चाहिए। हमने यह भी महसूस किया कि एक व्यापक रुख होना चाहिए।
अटल सेतु से बेहतरीन बस यात्रा; बस का नंबर क्या है, टिकट के दाम कितने हैं?
नवी मुंबई। मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ने वाले ट्रांस हार्बर लिंक रोड यानी अटल सेतु से, जिसे देश का अब तक का सबसे लंबा समुद्री पुल कहा जाता है। साल 2024 की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर में इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्घाटन किया. उसके बाद से कई वाहन इस अटल पुल पर आवागमन करने और अपने इच्छित गंतव्य तक पहुँचते थे। यह अटल सेतु शहर में यातायात की भीड़ को कम करने और यात्रा के समय को बड़े अंतर से कम करके कई लोगों के लिए फायदेमंद साबित हुआ। अब इस मार्ग पर बेस्ट बस का सफर भी शुरू हो गया है.
गुरुवार (आज) से BEST की ओर से यात्री बस सेवा इस अटल सेतु मार्ग से शुरू हो गई है, जो नवी मुंबई को मुंबई के मुख्य शहर से सीधे जोड़ता है। यह बस वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (मुंबई) से कोकण भवन (सीबीडी बेलापुर) के रूट पर चलेगी।
अटल सेतु के उद्घाटन के बाद से ही इस रूट पर BEST की बस सेवा शुरू करने की मांग की जा रही थी . जिसके बाद कई बातों पर विचार करते हुए BEST ने बस संख्या S-145 बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया. दरअसल, इस यात्रा को शुरू करने से पहले BEST की ओर से इस रूट का परीक्षण किया गया और उसी के अनुसार यह फैसला लेकर बस सेवा शुरू की गयी।
उक्त निर्णय के बाद अब यह बस सेवा सोमवार से शनिवार तक यात्रियों की सेवा में शामिल होगी. दिन की पहली बस कोकण भवन सीबीडी से सुबह 7.30 और 8 बजे रवाना होगी। तो, बस वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से शाम 5:30 बजे और 6 बजे रवाना होगी।
अटल सेतु से बसों का रूट क्या होगा?
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर → यशवंतराव चव्हाण फाउंडेशन (मंत्रालय) → डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी चौक → छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (जीपीओ) → ईस्ट फ्रीवे अटल सेतु → उल्वे नोड → किल्ले गाँव थन → बामन डोंगरी रेलवे स्टेशन → कोकण भवन सीबीडी बेलापुर
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से कोकण भवन सीबीडी तक पूरी यात्रा के लिए बस किराया वर्तमान में 225 रुपये है। तो, इस बस यात्रा के लिए न्यूनतम किराया 50 रुपये होगा। बेस्ट प्रशासन की ओर से यात्रियों से इस बस सेवा का लाभ उठाने की अपील की जा रही है, जिसे यात्रियों की मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है.
Wednesday, March 13, 2024
उलवे में बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानें बेच रही सिडको
नवी मुंबई। सिडको ने नवी मुंबई के उल्वे नोड में बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानें बेचने की योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत उल्वे नोड में व्यवसायियों के लिए 243 दुकानें उपलब्ध कराई गई हैं। सिडको द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार इस योजना के माध्यम से, सिडको के उल्वे नोड में बामन डोंगरी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 243 दुकानों को ई-टेंडरिंग और ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है। उक्त प्रक्रिया के लिए एक वेबसाइट https://eauction.cidcoindia.com/ उपलब्ध कराई गई है। योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की अवधि 14 मार्च 2024 से 13 अप्रैल 2024 तक है। योजना का परिणाम 15 अप्रैल 2024 को घोषित किया जाएगा।
पता हो कि उल्वे नोड को रेल और सड़क मार्ग से अच्छी कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। बामन डोंगरी में सिडको हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की नेरुल-उरण उपनगरीय रेलवे लाइन पर बामांडोंगरी स्टेशन के माध्यम से कनेक्टिविटी है। साथ ही, इस हाउसिंग कॉम्प्लेक्स का क्षेत्र MATHL समुद्री पुल से कुछ दुरी पर है । नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और जेएनपीटी पोर्ट सभी बुनियादी सुविधाओं से परिपूर्ण इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रेरक कारक होंगे।
सिडको आवासीय एवं वाणिज्यिक भूखंडों, दुकानों, वाणिज्यिक परिसरों की बिक्री के लिए लगातार योजनओं पर काम कर रहा है । अब तक लागू की गई योजनाएं नागरिकों, से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. इस योजना के माध्यम से उल्वे क्षेत्र में व्यापार वृद्धि के अवसर व्यवसायियों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं और विशेष रूप से मध्यम और छोटे व्यवसायियों के लिए यह योजना बहुत उपयोगी है। हालांकि, सिडको ने अपील करते हुए कहा है कि ज्यादा से ज्यादा प्रोफेशनल्स इस स्कीम का फायदा उठाएं.
“सिडको ने नवी मुंबई में उल्वे नोड के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में दुकानें बेचने की योजना प्रस्तुत की है। विशेष रूप से छोटे और मध्यम व्यापारियों के लिए यह योजना बहुत उपयोगी होगी और मैं अधिक से अधिक व्यापारियों से इस योजना का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं।
विजय सिंघल
उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
सिडको की अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए दो नए मार्गों की योजना
मेट्रो विस्तार के लिए 690 करोड़ का बजट
जानकारी के अनुसार सिडको ने इन परियोजनाओं के लिए आगे बढ़ाने के लिए एक सलाहकार नियुक्त करने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की है। माना जा रहा है कि सिडको का यह कदम केंद्र सरकार से अनुदान सुरक्षित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। सिडको के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने हाल ही में प्रस्तुत वार्षिक बजट में नैना क्षेत्र के विकास के लिए 539.37 करोड़ रुपये और क्षेत्र में मेट्रो विस्तार के लिए 690 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के 25 किमी के दायरे में 174 गांवों को शामिल करते हुए, नैना 371 वर्ग किमी को कवर करता है।
पनवेल तथा तलोजा के लोगों को होगी सुविधा
सिडको ने नैना क्षेत्र के भीतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए दो नए मेट्रो मार्गों का प्रस्ताव दिया है। पहले मार्ग की योजना उल्वे तटीय सड़क से रायगढ़ के अंबिवली तक बनाई गई है, जिसमें नैना क्षेत्रों से हवाई अड्डे तक कनेक्टिविटी में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। विचाराधीन दूसरा प्रस्तावित मार्ग कलंबोली-चिखले-कोन कॉरिडोर है। नवी मुंबई हवाई अड्डे के प्रभाव अधिसूचित क्षेत्र और हवाई अड्डे के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के अलावा, इस मार्ग का उद्देश्य तलोजा एमआईडीसी, पनवेल और पड़ोसी क्षेत्रों जैसे प्रमुख स्थानों तक पहुँचने में आसानी हो जाएगी।
केंद्र सरकार देगी 20 प्रतिशत अनुदान
इस बारे में सिडको के जनसंपर्क अधिकारी (नैना), मोहन निनावे ने बताया कि तलोजा से हवाई अड्डे (लाइन 2, 3, और 4), बेलापुर से मानखुर्द (लाइन 8 ए), और हवाई अड्डे से बेलापुर (लाइन 1 ए) तक कनेक्शन बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि "नवी मुंबई मेट्रो लाइनों द्वारा तय की गई कुल दूरी 40 किमी है, और नैना में यह 30 किमी होगी, जो कुल 70 किमी होगी। मोहन निनावे के अनुसार, केंद्र सरकार से 20 प्रतिशत अनुदान की उम्मीद है।
निनावे ने प्रस्तावित मेट्रो लाइनों के औचित्य के लिए सरकार की मेट्रो रेल नीति के अनुसार बनाई जाने वाली योजना के बारे में बताया । सिडको ने सीएमपी तैयार करने के लिए सलाहकारों को नियुक्त करने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक बार सीएमपी को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, सिडको परियोजना के वित्तीय अनुदान के लिए के लिए केंद्र सरकार से संपर्क किया जाएगा।
Thursday, March 7, 2024
ठाणे लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटे विनय सहस्त्रबुद्धे
कुत्ते का पट्टा बता देगा, मैंने ले ली वैक्सीन...; कुत्ते की गर्दन पर क्यूआर कोड, क्या है अवधारणा?
नवी मुंबई। पनवेल में आवारा कुत्तों के गले में मनपा का क्यूआर कोड वाला कॉलर बेल्ट लगाया जाएगा. टीकाकरण टीम की सुविधा के लिए यह बेल्ट प्रत्येक कुत्ते के गले में बांधी जाएगी। इसलिए, पनवेल में लगभग 17,500 कुत्तों को रेबीज टीकाकरण के बाद पट्टे बाँध दिए जाएंगे। मुंबई और पुणे मनपा के बाद पनवेल यह प्रयोग करने वाला राज्य का तीसरी महानगरपालिका बन जाएगी । इस योजना पर 1 करोड़ 48 लाख रुपये का खर्च आने की बात कही गयी है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने भारत को रेबीज मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। वर्ष 2030 तक भारत को रेबीज से मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उसके बाद कोई भी नागरिक रेबीज से संक्रमित न हो। केंद्र सरकार के अभियान की तर्ज पर, पनवेल मनपा का स्वास्थ्य विभाग मनपा सीमा के भीतर शून्य रेबीज कार्यक्रम लागू करेगा। NAPRE 2030 के तहत सभी कुत्तों और बिल्लियों को रेबीज का टीका देकर लोगों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाएगा। पनवेल मनपा टीकाकरण के लिए एक निजी एजेंसी नियुक्त करने जा रहा है इस एजेंसी के माध्यम से 17 हजार 500 कुत्तों का टीकाकरण किया जाएगा। वर्तमान में पनवेल में 500 कुत्तों को पायलट आधार पर टीका लगाया गया है। टीका लगाने के लिए नगर पालिका एक करोड़ 48 लाख रुपये खर्च करेगी और यह अभियान एक निजी एजेंसी के माध्यम से चलाया जाएगा.
QR कोड के फायदे
क्यूआर कोड न केवल रेबीज टीकाकरण के बारे में जानकारी प्रदान करेगा, बल्कि संबंधित कुत्ते का विवरण, पहचान, लिंग, रंग, पहचान चिह्न, टीकाकरण, स्थान के बारे में संयुक्त जानकारी मनपा के स्वास्थ्य विभाग को आसानी से उपलब्ध होगी। कुत्ता किस इलाके में घूमता है इसकी जानकारी भी आपको मिल जाएगी. कुत्ते के मरने के बाद भी उसकी जानकारी लोकेशन सहित मनपा को मिलती रहेगी।
849 प्रति बेल्ट
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि एक कुत्ते के पट्टे के लिए नगर निगम प्रति कुत्ते 849 करोड़ रुपये खर्च करेगा. प्रशासक के रूप में मनपा आयुक्त गणेश देशमुख ने इस खर्च को मंजूरी दे दी है.
मनपा ने यह पहल इसलिए की है ताकि मनपा क्षेत्र के नागरिकों का स्वास्थ्य अच्छा रहे और रेबीज के कारण किसी को मौत का सामना न करना पड़े. इसके लिए कुत्ता प्रेमियों को सहयोग करना चाहिए.
- डॉ। आनंद गोसावी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
Wednesday, March 6, 2024
सिडको की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए 11 हजार 839 करोड़ का प्रावधान
सिडको ने विशेष बजट पेश कर भविष्य के लिए चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा है. शहरी विकास के क्षेत्र में एक अग्रणी प्राधिकरण के रूप में, सिडको 50 से अधिक वर्षों से सफल रहा है और शहर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, सिडको ने अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के माध्यम से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। विकास के लिए प्रतिबद्ध, सिडको ने नवी मुंबई और सिडको क्षेत्राधिकार के नागरिकों को अधिक पारदर्शी और सुलभ तरीके से सेवाएं प्रदान करने के लिए ई-गवर्नेंस के लक्ष्य को काफी हद तक हासिल कर लिया है।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नैना (नवी मुंबई हवाई अड्डा प्रभाव अधिसूचित क्षेत्र), नोडल वर्क्स, नवी मुंबई मेट्रो परियोजना, जल आपूर्ति योजना, ठाणे क्लस्टर विकास, उल्वे तटीय रोड, खारघर-तुर्भे लिंक रोड, रेलवे, पालघर जिला मुख्यालय, कॉर्पोरेट परियोजनाएं और न्यू सिटी प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाओं के लिए रु. 11,839.29 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं।
1 आवास रु. 4018.74
2 हवाई अड्डा रु. 977.15
3 नोडल लोक निर्माण (नोडल कार्य) रु. 811.90
4 जलापूर्ति रु. 730.16
5 मेट्रो रु. 610
6 नैना रु. 569.37
7 ठाणे एकीकृत विकास (ठाणे क्लस्टर) रु. 400.23
8 उल्वे समुद्री मार्ग रु. 400.22
9 खारघर तुर्भे लिंक रोड रु. 300.00
10 रेलवे रु. 284.28
11 पालघर परियोजना रु. 118.65
12 कॉर्पोरेट परियोजनाएं रु. 24.40
13 नये शहर रु. 603.59
14 अन्य रु. 1990.60
कुल रु. 11839.29
Tuesday, March 5, 2024
124 गांवों की तीसरी मुंबई; अटल सेतु के पास नया शहर बसाने का काम शुरू
नवी मुंबई। मुंबई और नवी मुंबई दोनों शहरों की जनसंख्या बढ़ रही है। तीसरी मुंबई बनाने का काम शुरू किया जा चुका है . राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. अटल सेतु के पास 124 गांवों के साथ तीसरी मुंबई बनाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि तीसरे मुंबई के लिए, नवी मुंबई हवाईअड्डा क्षेत्र (नैना) में 80 गांवों और खोपटा नवनगर अधिसूचित क्षेत्र में 33 गांवों के लिए सिडको को नियुक्त किया गया था। हालांकि, अब वह नियुक्ति रद्द कर दी गई है और यह जिम्मेदारी एमएमआरडीए को दे दी गई है। तीसरी मुंबई के लिए राज्य सरकार एमएमआरडीए के माध्यम से 124 गांवों की जमीन का अधिग्रहण करेगी जमीन अधिग्रहण किये जाने का काम शुरू किया जा चुका है। इसमें 124 गांव शामिल हैं।
अटल सेतु से आगे एनटीडीए (न्यू टाउन डेवलपमेंट अथॉरिटी - एनटीडीए) के तहत 124 गांवों के विकास की योजना एमएमआरडीए के माध्यम से तैयार की जा रही है। न्हावा शिवडी सी लिंक यानी एमटीएचएल से आगे 124 गांवों के 323 चौकिमी इलाके में तीसरी मुंबई बनाई जाएगी. इसके लिए सिडको निदेशक मंडल ने नैना क्षेत्र के 80 गांवों को बाहर करने की मंजूरी दे दी है। इसके बाद एमएमआरडीए ने एमटीडीए के तहत तीसरे मुंबई क्षेत्र के विकास को भी मंजूरी दे दी है।
यहां हाईटेक सुविधाएं होंगी
तीसरा मुंबई पनवेल, उरण के बीच बनेगा। पनवेल, उरण तालुका के इन गांवों का तेजी से विकास होने वाला है। इसलिए इस क्षेत्र में भी अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। मुंबई-नवी मुंबई की तरह तीसरी मुंबई का भी विकास किया जाएगा। तीसरा, मुंबई में व्यावसायिक परिसर, स्कूल, अस्पताल, मैदान जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
मुंबई को जोड़ने वाली तीसरी रिंग रोड
तीसरी मुंबई को नवी मुंबई-मुंबई से जोड़ने के लिए एक रिंग रोड का भी निर्माण किया जाएगा। तीसरा मुंबई नवी मुंबई और मुंबई के बीच है। यह नया प्रोजेक्ट नवी मुंबई एयरपोर्ट के पास होगा। हैदराबाद और अहमदाबाद शहर की तर्ज पर एक्सेस कंट्रोल रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा।
CIDCO के घर की कीमत 6 लाख हुई कम ; ग्राहक फिर भी नहीं हो रहे आकर्षित
अब 'इतनी' रकम में मिल रहे हैं घर, देखें कहां है लोकेशन?
नवी मुंबई। CIDCO की ओर से जारी किए जा रहे कई हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर ग्राहकों ने अब तक अच्छी प्रतिक्रिया दी है। नवी मुंबई और आसपास के इलाकों में विकसित की गई कई आवासीय परियोजनाओं के कारण, कई लोगों के लिए घर का सपना सच हो गया है। ऐसे में CIDCO ने अब घर की कीमतों में बड़े अंतर से कमी कर दी है। लेकिन, यह फैसला अब सिडको को कुछ हद तक महंगा पड़ रहा है।
पता हो कि लगभग दो साल पहले, सिडको ने नवी मुंबई के उल्वे के बामन डोंगरी रेलवे स्टेशन क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए एक आवास योजना की घोषणा की थी। इस योजना के लिए 2023 में निकाले गए ड्रॉ (Cidco Lottery 2024) में 4869 आवेदकों को लॉटरी के जरिये घर मिले थे. शुरुआत में इन मकानों की कीमत 35 लाख 30 हजार रुपये तय की गई थी. लेकिन मकानों की ऊंची कीमत पर नाराजगी जताते हुए आवेदकों ने सीधे मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार ने 29 जनवरी 2024 को इन घरों की कीमत 6 लाख रुपये कम करने का फैसला किया है. घर की मूल रकम 35 लाख 30 हजार से घटाकर सीधे 29 लाख 50 हजार रुपये हो गई. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाली 2.5 लाख की सब्सिडी को जोड़ दें तो घर की रकम सीधे 27 लाख रुपये हो जाती है. हालाँकि यह राशि इतने बड़े अंतर से कम कर दी गई है, लेकिन आवेदकों से अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
अब भी लॉटरी प्रक्रिया में जीते आवेदकों द्वारा अपेक्षित प्रतिक्रिया न देने से सिडको की मुश्किलें बढ़ गई हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि घर खरीदने के लिए तत्परता दिखाने वाले आवेदकों की संख्या बहुत कम है, इसलिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या सिडको भविष्य में इन घरों को पुनर्विक्रय के लिए उपलब्ध कराएगा यदि आवेदकों को विजेताओं द्वारा अस्वीकार कर दिया जाता है और तो कैसे योजना को आगे बढ़ाया जाएगा.
किन परियोजनाओं में मकानों की कीमतें कम हुई हैं?
सिडको की ओर से बामन डोंगरी में निर्मित आवासीय परियोजनाओं में मकानों की दरें 6 लाख रुपए कम करने का निर्णय लिया गया है। आवेदकों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। लेकिन, उक्त फैसले के एक माह बाद भी ग्राहकों ने इन मकानों के प्रति उत्साह नहीं दिखाया है. इसलिए, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या सिडको कोई नया समाधान लेकर आएगा।
बड़ी खबर! 'इस' तारीख को होगी लोकसभा चुनाव की घोषणा? 7 चरणों में वोटिंग होगी
मुंबई। देश में अब लोकसभा चुनाव की बयार चलनी शुरू हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई हैं. केंद्रीय चुनाव आयोग 14-15 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक, 2019 लोकसभा चुनाव की तरह 2024 का चुनाव भी 7 चरणों में होने की संभावना है. मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण का मतदान अप्रैल के दूसरे हफ्ते में हो सकता है.
लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस अगले हफ्ते बुधवार या गुरुवार को होगी. आम चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए चुनाव आयोग इस समय कई राज्यों के दौरे पर है। सभी राज्यों में तैयारियों की समीक्षा के बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा.
राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की बैठक
चुनाव आयोग की टीम इस वक्त पश्चिम बंगाल में है. इसके बाद टीम उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगी। टीमें 13 मार्च तक अपना दौरा पूरा कर लेंगी. चुनाव आयुक्त सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का उपयोग
चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल कर सकता है। चुनाव आयोग इसके लिए एक विभाग भी बना रहा है और यह विभाग सोशल मीडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म पर है।
राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज
लोकसभा चुनाव को लेकर देश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा कर दी है. आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने भी अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर दी है।
महाविकास मोर्चा बने
जलगांव और कोल्हापुर लोकसभा क्षेत्र महाविकास अघाड़ी में बंट गए हैं। इसी पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे ने सांगली और जलगांव लोकसभा क्षेत्रों की बैठक बुलाई है. इन दोनों लोकसभा सीटों पर शिवसेना चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. जलगांव लोकसभा सीट के लिए एनसीपी के साथ-साथ शिवसेना का ठाकरे ग्रुप भी इस सीट पर चुनाव लड़ने पर जोर दे रहा था. लेकिन अब यह लगभग तय हो गया है कि जलगांव लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना ठाकरे चुनाव लड़ेंगे. हर्षल माने यहां से शिवसेना ठाकरे समूह के संभावित लोकसभा उम्मीदवार होंगे
जबकि शिवसेना ठाकरे समूह कोल्हापुर लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ देगा और इसके बजाय शिवसेना ठाकरे समूह सांगली लोकसभा क्षेत्र की सीट पर चुनाव लड़ेगा, इस पर महा विकास अघाड़ी नेताओं के बीच आम सहमति है। शाहू महाराज कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते विशाल पाटिल के शिवसेना ठाकरे समूह में प्रवेश करने और सांगली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। इसके अलावा पहलवान चंद्रहार पाटिल भी यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
Monday, March 4, 2024
जेएनपीटी बंदरगाह पर जहाज में मिली पाकिस्तान की मिसाइल बनाने की सामग्री?
नवी मुंबई। भारतीय सुरक्षा बलों ने जेएनपीटी बंदरगाह पर बड़ी कार्रवाई की है. चीन से पाकिस्तान संदिग्ध सामग्री ले जा रहे एक जहाज को सुरक्षा बलों ने रोक लिया। आशंका है कि पाकिस्तान इस सामग्री का इस्तेमाल मिसाइल बनाने में करने वाला था . जासूसों ने सीमा शुल्क अधिकारियों को जहाज के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद सतर्क सुरक्षा गार्डों ने जहाज को रोक लिया। यह जहाज चीन से पाकिस्तान के कराची जा रहा था. जहाज़ में एक कंप्यूटर संख्यात्मक नियंत्रण मशीन थी। डीआरडीओ टीम द्वारा जहाज पर मौजूद सामान का भी निरीक्षण किया गया है।
कंप्यूटर संख्यात्मक नियंत्रण मशीन
23 जनवरी को कस्टम अधिकारियों ने मिली खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई की. इसमें एक व्यापारी जहाज, सीएमए सीजीएम अत्तिला, जो माल्टा का झंडा लहरा रहा था और कराची जा रहा था, को जेएनपीटी पर रोक लिया गया। जहाज का निरीक्षण किया गया. इसमें एक कंप्यूटर संख्यात्मक नियंत्रण मशीन भी थी। यह मशीन मूल रूप से एक इटालियन कंपनी द्वारा बनाई गई थी। एक सीएनसी मशीन एक कंप्यूटर के माध्यम से संचालित होती है। जिसके माध्यम से सतर्कता, स्थिरता और सटीकता प्राप्त की जाती है जो मैन्युअल रूप से संभव नहीं है।
संदेह है कि इस सामग्री का इस्तेमाल पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम में किया गया होगा. 1996 में, सीएनसी मशीनों को वासेनार प्रणाली में पेश किया गया था। वासेनार एक अंतरराष्ट्रीय हथियार नियंत्रण तंत्र है जिसका उद्देश्य नागरिकों और सेना दोनों द्वारा हथियारों के उपयोग को रोकता है।
भारत ऐसे 42 सदस्य देशों में से एक है। जिसमें पारंपरिक हथियारों और दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं और प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण पर जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है। उत्तर कोरिया द्वारा अपने परमाणु कार्यक्रम में सीएनसी मशीनों का उपयोग किया गया था।
सीएमए सीजीएम अत्तिला नाम का जहाज पाकिस्तान के कराची जा रहा था। डीआरआई ने कार्रवाई करते हुए 23 जनवरी को जहाज को जेएनपीटी बंदरगाह पर रोक दिया. इसके बाद 24 जनवरी को कंटेनर को जहाज से उतार दिया गया और जहाज को प्रस्थान की अनुमति दी गई। बाद में 16 फरवरी को हैदराबाद से डीआरडीएल की एक टीम ने कंटेनर खोला और कंटेनर की सामग्री का निरीक्षण करना शुरू किया। इसमें चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.
कार्गो में एक उच्च तकनीक वाली सीएनसी खराद मशीन होती है, जिसका उपयोग रक्षा और अंतरिक्ष में उपयोग किए जाने वाले उच्च-सटीक उपकरण बनाने के लिए भी किया जा सकता है। सूत्रों ने इस संबंध में जानकारी दी. यह भी कहा गया है कि यह कार्गो फिलहाल न्हावा शेवा बंदरगाह पर खड़ा है।
भारतीय रक्षा अधिकारियों द्वारा खुलासा
संदेह होने पर बंदरगाह अधिकारियों ने भारतीय रक्षा अधिकारियों को सतर्क कर दिया। इसके बाद अधिकारियों ने जांच कर सामान जब्त कर लिया। बिल और अन्य दस्तावेजों से मिली जानकारी के मुताबिक, माल शंघाई जेएक्सई ग्लोबल लॉजिस्टिक्स कंपनी लिमिटेड द्वारा सियालकोट के पाकिस्तान विंग्स प्राइवेट लिमिटेड को भेजा गया था।
संदेह होने पर सुरक्षा एजेंसियों ने जहाज पर मौजूद माल की गहन जांच की। इसमें ताईयुआन माइनिंग इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड ने 22 हजार 180 किलोग्राम वजनी खेप पाकिस्तान के कॉसमॉस इंजीनियरिंग को भेजी थी.