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Monday, February 3, 2025

11 साल के बाद नवी मुंबई में गणेश नाईक ने लगाया जनता दरबार


 बड़ी संख्या में सुनी नागरिकों की समस्याएं 


नवी मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में वन मंत्री बनने के बाद एक बार फिर से नवी मुंबई में गणेश नाईक ने जनता दरबार लगा कर नागरिकों की समस्याएं सुनने का काम किया। पता हो कि गणेश नाईक ने इस बार 11 साल के बाद जनता दरबार लगाया। पता हो कि 2014 से पहले जिस समय गणेश नाईक राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस की सरकार में आबकारी मंत्री तथा ठाणे जिला के पालक मंत्री हुआ करते थे उस समय नवी मुंबई के वाशी स्थित विष्णुदास भावे नाट्य गृह में जनता दरबार लगाया करते थे लेकिन 2104 का चुनाव हारने के बाद गणेश नाईक ने जनता दरबार लगाना बंद कर दिया था। गणेश नाईक 2019 में भाजपा के टिकट पर ऐरोली विधानसभा से चुनाव तो जीते लेकिन उन्होंने अपने पूरे 5 साल के कार्यकाल में एक बार भी विधायक रहते हुए जनता दरबार लगाकर नागरिकों की शिकायत नहीं सुनी थी , किन्तु जब वे 2024 में फिर से ऐरोली सीट से विधानसभा चुनाव जीते और सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया तो उसके बाद गणेश नाईक ने जनता दरबार के माध्यम से लोगों की शिकायतें सुनने का काम शुरू किया है। हालांकि विधायक रहते हुए गणेश नाईक ने मनपा मुख्यालय तथा सिडको मुख्यालय जाकर जन समस्याओं को हल करने का प्रयास करते देखे जा चुके हैं। 

 शिवसेना पदाधिकारी व्यक्त कर चुके हैं नाराजगी 
उल्लेखनीय है कि इस बार गणेश नाईक को पालघर जिले का पालकमंत्री बनाया गया है लेकिन गणेश नाईक ने नवी मुंबई में हर महीने जनता दरबार लगाने का निर्णय लिया है। गणेश नाईक का कहना है कि वे पालघर में दो महीने में एक बार तथा ठाणे में तीन महीने में एक बार जनता दरबार लगाकर नागरिकों की शिकायतें सुनने का काम करेंगे। हालांकि गणेश नाईक ने इस बार जनता दरबार लगाने की शुरुआत ठाणे से की है, जिसकी वजह से एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेताओं ने नाराजगी भी व्यक्त कर चुके हैं , हालांकि ठाणे के सांसद नरेश म्हस्के ने यह तक कह दिया है कि यदि गणेश नाईक ठाणे में जनता दरबार लगाएंगे तो वे पालघर में जाकर जनता दरबार लगाएंगे। हालांकि जनता दरबार को लेकर बेलापुर विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना प्रमुख किशोर पाटकर ने भी नाराजगी व्यक्त की थी , किशोर पाटकर ने तंज कसते हुए कहा था कि नाईक पहले बोनकोडे के नागरिकों की समस्या को हल करने के लिए जनता दरबार लगाएं उसके बाद उन्हें बाकी लोगों की समस्याएं सुननी चाहिए। 

जनता दरबार से दूर होंगी समस्याएं 
वाशी में आयोजित किए गए जनता दरबार में बड़ी संख्या में लोगों ने मौजूद रहकर अपनी अपनी समस्याएं उनके समक्ष रखी , जनता दरबार में आगरी समाज के लोगों ने नवी मुंबई में बन रहे हवाई अड्डे के नामकरण का मुद्दा भी रखा और मांग की है कि किसी भी कीमत पर नवी मुंबई के हवाई अड्डे का नाम स्वर्गीय दी बा पाटील के नाम पर ही रखा जाना चाहिए। गणेश नाईक के इस जनता दरबार में दिव्यांग भी अपनी समस्या लेकर आए जिन्हे जल्द दूर करने का आश्वासन उन्होंने दिया। हालांकि जनता दरबार को लेकर गणेश नाईक ने कहा कि इस तरह से आयोजित होने वाले जनता दरबार के माध्यम से समस्याओं को हल करने में आसानी होगी और नागरिकों को लाभ मिलेगा। 

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